यूपीएससी की परीक्षा देश के सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। हर साल होने वाली इस परीक्षा में देश के हर राज्य से लाखों की संख्या में कैंडिडेट्स शामिल होते हैं लेकिन सफलता का परचम वही लहरा पाता है जो इसकी तैयारी के लिए अपने दिनों रात एक कर देता है।
आज हम बात करेंगे बिहार के सारण की रहने वाली एक ऐसी बेटी के बारे में, जिन्होंने अपने कड़ी मेहनत और लगन के बदौलत देश के सबसे कठिन एग्जाम यूपीएससी में एक बार नहीं बल्कि दो बार सफलता प्राप्त कर अपना आईएएस बनने के सपना साकार किया है।
कौन है वह महिला ?
हम बात कर रहे हैं दिव्या शक्ति (IAS Divya Shakti) की, जो मूल रूप से बिहार (Bihar) के सारण (Saran) जिले के जलालपुर प्रखंड के कोठयां गांव की रहने वाली है। उनके पिता का नाम धीरेंद्र कुमार सिंह है जो कि बेतिया मेडिकल कॉलेज के रिटायर सुपरिटेंडेंट डॉक्टर है, तथा उनके माता का नाम मंजुल प्रभा है जो कि एक कुशल गृहणी है। इन्होनें बारहवीं तक की पढ़ाई करने के बाद बिट्स पिलानी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है। उनके एक भाई और एक बहन है, भाई एमबीए करके किसी निजी कंपनी में काम करते हैं तथा बहन पंजाब के भटिंडा में लेक्चरर है।
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पढाई के बाद शुरु की यूपीएससी की तैयारी
दिव्या शक्ति (IAS Divya Shakti) शुरु से हीं पढ़ने-लिखने में काफी तेजतर्रार रही है। वह अपने पढ़ाई में काफी मेहनत किया करती थी, यही कारण है कि वह शुरु से हीं अपने पढाई के दौरान हमेशा अव्वल हीं आती थी। उन्होंने बारहवीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद देश के चर्चित कॉलेज बिट्स पिलानी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाए यूपीएससी की तैयारी करने का मन बनाया। उनका शुरु से हीं पढाई में काफी रुचि रहती थी। उनका सपना आईएएस बनना था इसलिए उन्होंने पढ़ाई पूरी करने के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरु कर दी।
पहले प्रयास में बनी आईपीएस
यूपीएससी की तैयारी शुरु करने के बाद उन्होंने अपने पहले ही प्रयास वर्ष 2019 में 79वीं रैंक हासिल की थी। 79वीं रैंक आने के कारण उन्हें आईपीएस अधिकारी बनने का मौका मिला। आज के समय में वह हैदराबाद में आईपीएस की ट्रेनिंग कर रही हैं।
नहीं छोड़ी यूपीएससी की तैयारी
आईपीएएस की ट्रेनिंग के साथ हीं उन्होंने अपना सपना पूरा करने के लिए पढ़ाई जारी रखा और उनका एक हीं सपना था की वह आईएएस बने। जिसके लिए वे दुबारा यूपीएससी एग्जाम में शामिल हुई।
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दूसरे प्रयास में बनी आईएएस
आईपीएस की ट्रेनिंग के साथ हीं साथ आईएएस बनने की सपना सजोए अपने हिम्मत से हार नहीं मानने वाली दिव्या शक्ति (IAS Divya Shakti) ने वर्ष 2021 में अपने दुसरे प्रयास में 58 वाँ रैंक हासिल करते हुए अपने आईएएस अधिकारी बनने का सपना साकार किया। उन्होंने अपने मेहनत और संघर्ष के बदौलत सफलता हासिल करते हुए अपने माता-पिता तथा समाज का नाम रौशन करने का काम किया है।
लोगों के लिए बनी प्रेरणा
अपने कड़ी मेहनत और संघर्षों के बदौलत सफलता हासिल करने वाली दिव्या शक्ति (IAS Divya Shakti) ने लगातार अपने पहले और दूसरे प्रयास में यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षाओं में सफलता हासिल करते हुए इतिहास रचा है। उन्होंने यह साबित कर दिया है कि अगर हौसले बुलंद हो और कुछ करने की चाहत हो तो एक न एक दिन कामयाबी जरूर मिलती है। उनके इस सफलता से हमे आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा मिलती है।