कई बार लोग एक-दो बार असफलता हाथ लगने के बाद कोशिश करना बन्द कर देते हैं और हार मानकर बैठ जाते हैं। लेकिन मंजिल उन्हीं को मिलती है जो असफलता मिलने के बाद भी हिम्मत नहीं हारते हैं और प्रयासरत रहते हैं।
आज की यह कहानी भी एक ऐसी ही लड़की की है जिसने निराशा मिलने के बाद भी अपना हौसला बरकरार रखा और आखिरकार तीसरे रैंक के साथ UPSC की परीक्षा में सफलता हासिल की। इसी कड़ी में चलिए जानते हैं उस प्रेरणादायक लड़की के बारें में-
कौन है वह लड़की?
यह कहानी है IAS गामिनी सिंगला (IAS Gamini Singla) की, जो पंजाब (Punjab) के आनन्दपुर साहिब की रहनेवाली हैं। उनके पिता का नाम अशोक सिंगला तथा माता का नाम नीरज सिंगला है और दोनों पेशे से एक डॉक्टर हैं।
IAS गामिनी की शिक्षा
गामिनी शुरु से ही पढ़ने में काफी होशियार थी और इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह मैट्रिक की परीक्षा में 95% और इंटरमीडिएट की परीक्षा में 97% अंकों से सफलता हासिल की थी। उसके बाद उन्होंने इन्जीनियरिंग की पढ़ाई करने के लिए पंजाब इन्जीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लिया और कम्प्यूटर साइन्स से इन्जीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की।
यह भी पढ़ें:- श्ख्स ने जुगाड़ लगाकर बाइक को मिनी ट्रैक्टर में किया तब्दील, लोग दिमाग की तारीफ कर रहे हैं: Viral Video
पहले प्रयास में नहीं मिली थी सफलता
इन्जीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने UPSC की तैयारी करने का निर्णय लिया और उसकी तैयारी में जुट गईं। लेकिन पहले प्रयास में उन्हें निराशा हाथ लगी लेकिन उन्होंने धैर्य रखा और अपनी मेहनत जारी रखी। एक इंटरव्यू में गामिनी ने बताया था कि वह रोजाना 9 से 10 घन्टे सेल्फ स्टडी करती थीं।
परिवार वालों ने दिया साथ
कई बार असफल होने के बाद परिवार वाले भी साथ नहीं देते हैं और कुछ और करने की सलाह देते हैं। लेकिन गामिनी को उनकी तैयारी के दौरान परिवार वालों का काफी साथ मिला। यहां तक कि गामिनी का समय अखबार पढ़ने से बचे इसके लिए उनके पिता रोजाना मुख्य खबरों को उनसे चर्चा करते थे। आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और IAS बनकर सपने को साकार किया।