हमारे स्मार्ट फ़ोन में कम से कम 20 से 25 ऐप होते ही है। हर एक काम के लिए एक अलग ऐप होता है, जिसके चलते स्टोरेज को लेकर रोजाना हमे परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आज हम बात करेंगे, सुपर ऐप (Super App) के बारे में जो सभी ऐप के बदले अकेले ही सभी काम कर लेगा, और जिसके वजह से हमे ज्यादा ऐप रखने की जरूरत नही होगी। ―Tata group and ITC are making Super App.
देश मे चल रही सुपर ऐप पर काम
बता दें कि, हम हमारे देश भारत में भी सुपर ऐप (Super App) पर तेजी से काम चल रहा है। खबरों के मुताबिक, टाटा ग्रुप ने इस सुपर ऐप पर काम करना शुरू कर दिया है और इसके अलावे ITC ने पिछले हफ्ते एनुअल जनरल मीटिंग के दौरान किसानों के लिए एक ऐसा ही सुपर ऐप बनाने की घोषणा की है।
सुपर ऐप एक मॉल के तरह करता है काम
बता दें कि, सुपर ऐप एक मॉल के तरह ही काम करता है, जहां सभी प्रकार की वस्तुएं और सेवाएं मिलती है। यानी हम कह सकते है, सुपर ऐप एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जहां सभी तरह को जरूरत की सेवाएं मिलती हैं।
बता दें कि, ब्लैकबेरी फाउंडर माइक लैजारिडिस ने वर्ष 2010 में सुपर ऐप शब्द को दिया था।
भारत में जियो, पेटीएम, फोनपे जैसे कई ऐप्स बन चुके है, सुपर ऐप्स
भारत में कई ऐप्स सुपर ऐप्स बन चुके हैं। जियो, पेटीएम, फोनपे जैसे कई ऐप्स सुपर ऐप्स बन चुके है, जो एक से अधिक सुविधाएं और सेवाएं दे रहे हैं। बता दें कि, जियो की योजना है कि, वह अपने प्लेटफॉर्म पर 100 से अधिक प्रोडक्ट्स और सर्विसेस प्रदान कराएगा तथा आपको बता दें कि, भारत में टाटा ग्रुप और ITC नई कंपनियां होगीं जो सुपर ऐप इकोसिस्टम में शामिल हो रही हैं।
सुपर ऐप की तैयारी में टाटा
बता दें कि, नमक से लेकर सॉफ्टवेयर बनाने वाला टाटा ग्रुप अपनी सुपर ऐप बनाने की तैयारियों में पूरी तरह से जुट चुका है तथा ग्रुप के अलग-अलग प्रोडक्ट्स और सर्विसेस अपने सुपर ऐप पर लाने की तैयारी में है तथा अगले महीने से इसका पायलट प्रोजेक्ट भी शुरू होने वाला है जिसके लिए टाटा डिजिटल नाम से कंपनी बनाई गई है। यह कंपनी कंज्यूमर-फेसिंग बिजनेसेस को साथ में लाएगी।