भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च पुरस्कार (दादा साहब फाल्के पुरस्कार), भारतीय सिनेमा के पितामह कहे जाने वाले “दादा साहब फाल्के” के नाम पर दिया जाता है। यह पुरस्कार 1969 में भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया था. यह पुरस्कार; सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा स्थापित संगठन फिल्म महोत्सव निदेशालय द्वारा राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में प्रतिवर्ष दिया जाता है। यह पुरस्कार भारतीय सिनेमा के विकास में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को दिया जाता है। इस साल केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने गुरुवार (01.04.2021) को “दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड” (Dadasaheb Phalke Award) का ऐलान किया। इस बार साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत ( Superstar Rajinikanth) को ” 51वां दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड” (51st Dadasaheb Phalke Award) से नवाजा जाएगा। केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, रजनीकांत बीते 5 दशक से सिनेमा की दुनिया पर राज कर रहे हैं और लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं।
रजनीकांत (Rajinikanth) का परिचय :-
रजनीकान्त (Rajinikanth) भारतीय फिल्म जगत (Indian film industries) के जाने-माने अभिनेता (Actor) हैं, जो मुख्यतः तमिल (Tamil) एवं हिन्दी (Hindi) फिल्मों में ऐक्टिंग करते हैं। वे मूल रूप से तमिलनाडु के रहने वाले हैं। रजनीकांत का जन्म एक महाराष्ट्रीयन मराठा हेन्द्रे पाटील मराठा समाज में हुआ। रजनीकांत का पुरा नाम “शिवाजीराव गायकवाड” (Shiwajirav Gayakwad) है । पिता का नाम “रामोजीराव” (Ramojirav) और मां का नाम “जिजाबाई गायकवाड” (Jijabai Gayakwad) है। इन्हे (रजनीकांत) दक्षिण भारत में खासकर तमिलनाडु मे भगवान की तरह पूजा जाता है। उन्होने अभिनेता के रूप में अपनी शुरुआत फ़िल्म “अपूर्व रागंगल” (Apoorva Raagangal) से की, जिसके निर्देशक के. बालाचन्दर (K.Balachander) थे, जिन्हें रजनीकान्त अपना गुरु मानते हैं।
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फिल्मी दुनिया में कैसे हुए फेमस :-
80 के सुनहरे दौर में रजनीकांत (Rajinikanth) ने कई यादगार फिल्मे की। उन्होंने न केवल तमिल (Tamil) में सुपरस्टार (Superstar) की गद्दी को बरकरार रखा बल्कि हिंदी फिल्मों (Hindi films) में अपने अभिनय का लोहा मनवाया। ‘अंधा कानून’ (Andha kanoon) और ‘हम’ (Hum) जैसी कुछ फिल्मों ने उन्हे बॉलिवुड (Bollywood) का भी स्टार बना दिया। जैसे-जैसे उन्हें फिल्में मिलती जा रही थीं उनका अभिनय और निखरता जा रहा था। अपने बेमिसाल और अनोखे अंदाज की वजह से तमिल क्षेत्र का यह सुपरस्टार पूरे भारत वर्ष में प्रसिद्ध हो गये। इसके बाद उन्होंने एक-एक करके तमिल और हिंदी सिनेमा मे ऐसी यादगार फिल्में दीं जिसने दर्शकों के मन में गहरी छाप छोड़ गई। वर्तमान में उन्होंने कुछ ऐसी फिल्में दी हैं जिसने उनके महत्व को अधिक बढा दिया। वह देश के सबसे महंगे स्टार बन गए हैं। उनकी फिल्म ‘शिवाजी द बॉस’ (Shivaji – The Boss) ने 128 करोड़ रुपये कमाए हैं। इसमें काम करने के लिए रजनीकांत ने साल 2007 में 26 करोड़ रुपये लिए थे, जो एक रिकॉर्ड है। उनकी तमिल फिल्म ‘एंधिरन’ और हिंदी ‘रोबोट’ (Robot) ने पैसे कमाने के मामले में सारे रिकॉर्ड तोड़े थे। इस तरीके से रजनीकांत की पहचान दमदार और जोशीले अभिनेता के रुप में बन गयी। 60 वर्ष के बाद भी वह 25 वर्ष के अभिनेता जैसा दम-खम रखते है।
अब मिलेगा फिल्मी दुनिया का सबसे बड़ा सम्मान “दादा साहब फाल्के पुरस्कार”:-
71 साल के रजनीकांत को 51वां दादा साहब फाल्के अवॉर्ड (51st Dadasaheb Phalke Award) 3 मई को दिया जाएगा। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी है।