हमारे देश में अधिकांश लोग चाय के बहुत ही शौकीन हैं। चाय को पकौड़े के साथ बड़े ही चाव से चुस्कियां लेकर पीते हैं। चाय में भी सभी की पसंद अलग-अलग है। स्वस्थ्य रहने के लिये अधिकतर लोग ग्रीन टी, ब्लैक टी या रेड टी का सेवन करते हैं। लेकिन भारतीय अदरक के चाय की बात ही अलग है। अदरक वाली चाय स्वादिस्ट तो होती ही है, इसके साथ वह हमारे स्वास्थ्य के लिये भी बहुत फायदेमंद है। अदरक की चाय पीने के लिये अदरक को बाजार से ना लाकर क्यों न हम अपने घर पर ही ऑर्गेनिक अदरक उगायें। घर पर उगाये गयें रसायन मुक्त और ऑर्गेनिक अदरक सभी के सेहत का भी ख्याल रखा जा सकता है।
ऐसी ही एक महिला है स्वाति द्विवेदी जो सेहत को ध्यान में रखते हुयें अपने घर पर ही अदरक (Ginger) उगाती हैं। आइये हम भी उनसे जानतें हैं घर पर अदरक उगाने की विधि।
स्वाति द्विवेदी का परिचय।
स्वाति द्विवेदी (Swati Dwivedi) लखनऊ (Lucknow) की रहनें वाली हैं। शादी के 11 वर्ष बाद वह बेंगलुरु (Bengaluru) में रहनें लगी। स्वाति एक्सेंचर और IBM जैसी कई बड़ी कम्पनियों में HR की नौकरी कर चुकी हैं। लेकिन बेटे का जन्म होने के बाद उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और बेटे के परवरिश और उसकी शिक्षा पर ध्यान देने लगी। कुछ वक्त बिताने के बाद स्वाति को महसूस हुआ कि उन्हें भी कुछ करना चाहिए तो उन्होनें गार्डेनिंग में काम करने का विचार किया। स्वाति को बचपन से ही गार्डेनिंग का बहुत शौक था। वर्तमान में वह अपने घर के आंगन और छत पर 200 से अधिक सब्जियों का उत्पादन करती है। उनके इस काम के वजह से दोस्तों ने स्वाति का नाम “माली काका” रखा हैं।
स्वाति द्विवेदी ने एक इंटरव्यू में बताया कि घर पर पड़े पुराने अदरक से घर पर ही नया अदरक लगाया जा सकता है।
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अदरक (Ginger) के खेती के लिये सही मौसम।
स्वाति के अनुसार मार्च और अप्रैल का महीना अदरक उगाने के सर्वोत्तम होता है। उस समय गर्मी का मौसम होता है जिससे अदरक अच्छी तरह से उगता है। अदरक के गार्डेनिंग के लिये ताजी अदरक का प्रयोग ना कर घर पर पड़े पुराने अदरक जिसके हल्की-हल्की जड़े हो उसका उपयोग करना चाहिए।
अदरक के लिये मिट्टी तैयार करने की विधि।
अदरक उगाने के लिये जल्दी मिट्टी की जरुरत होती है। हल्दी मिट्टी के लिये 50% मिट्टी, 25% कोकोपीट और 25% खाद मिलायें। यह सब मिलाने के बाद उसे गमले या ग्रो बैग में डाल दें। अदरक होरिजेंटलि बढ़ता है इसलिए इसे अधिक स्थान की जरुरत होती है। इसलिए उसे उगाने के लिये हमेशा चौड़े गमले का इस्तेमाल करना चाहिए।
अदरक लगाने के विधि।
- सबसे पहले आंख या बड (bud) निकली हुईं अदरक ले। उसके बाद गमले में हल्का सा गड्ढा बनाकर उसमें अदरक को इस प्रकार से रखें कि अदरक की आंख या बड ऊपर की तरफ हो।
- अदरक लगाने के बाद उसके ऊपर हल्की-हल्की मिट्टी डालकर स्प्रे बोतल से पानी देना चाहिए। अदरक के गमले में अधिक पानी नहीं देना चाहिए क्यूंकि अधिक पानी होने से प्लांट मर जायेगा।
- नियमित रूप से रोज पानी देना चाहिए जिससे मिट्टी में नमी बनी रहें।
- अदरक के गमले को ऐसी जगह रखना चाहिए जहां अधिक धुप ना हो।
- अदरक को सिर्फ 3 घंटे धुप की जरुरत होती है।
- लगभग 1 महीना तक गमले में खाद डालते रहना चाहिए और साथ ही मिट्टी को भी चेक करते रहना चाहिए।
अदरक तैयार है या नहीं जानने की विधि।
स्वाति बताती है कि अदरक को अंकुरित होने में 2 से 4 हफ्ते का वक्त लग सकता है। 6 से 8 महीने में अदरक उगनी शुरु हो जाती है। इसके लिये धैर्य की जरुरत है। इसके लिये परेशान नहीं होना चाहिए। हार्वेस्टिंग का मौसम आने पर अदरक की पत्तियां पीली होने लगती है और सूखने भी लगती है। ऐसे में समझ जाना चाहिए कि अदरक तैयार है और इसे उपयोग में लाने के लिये निकाला जा सकता है।
अदरक के पौधों का होनेवाली बिमारियों से बचाव।
स्वाति के अनुसार, अदरक के पौधों में कोई बिमारी नहीं होती है। लेकिन यदि कभी बिमारी हो तो उसके लिये 1 लीटर पानी में 5 मी.ली. नीम का तेल या डिसवॉश लिक्विड को मिलाकर स्प्रे बोतल से पौधों पर छिड़काव करना चाहिए। इससे पौधों को पेस्ट नहीं लगेंगे और पौधें खराब भी नहीं होंगे।
The Logically स्वाति द्विवेदी को ऑर्गेनिक अदरक उगाने की विधि बताने के लिये धन्यवाद देता है। इसके साथ आशा करता है इस कहानी को पढ़ने के बाद सभी अपने घर पर ही ऑर्गेनिक अदरक उगायेंगे और अपने साथ-साथ अपने परिवार के सेहत का भी ध्यान रखेंगे।