Wednesday, December 13, 2023

बहन की मौत से प्रेरित होकर टैक्सी चालक ने गरीबों के लिए बनवा दिया हॉस्पिटल, PM मोदी भी किए तारीफ

किसकी जिंदगी में कब क्या घटित हो जाएं यह कोई नहीं जानता है। लेकिन जिंदगी में अचानक घटने वाली घटनाएं इन्सान की सोच बदल देती है और वह व्यक्ति उस घटना से प्रेरित होकर कुछ ऐसा कर देता है जिसे देखकर हर कोई उसकी तारीफ करता है। कुछ ऐसा ही कारनामा एक टैक्सी चालक ने कर दिखाया है जिसे देखकर देश के प्रधानमंत्री मोदी भी भावुक हो गए।

बहन की मौत से प्रेरित होकर खोला अस्पताल

हम बात कर रहे हैं सैदूल अश्कर (Saidul Ashkar) की, जो पेशे से एक टैक्सी चालक हैं। उन्हें उनकी बहन की मौत से ऐसा प्रेरित किया कि उन्होंने दूसरों का जीवन बचाने के लिए हॉस्पिटल बनवा दिया है। दरअसल, उनकी बहन मारुफा के सीने में इन्फेक्शन था और किसी अच्छे हॉस्पिटल में इलाज करवाना था।

आप समझ सकते हैं कि एक टैक्सी चलाने वाले के लिए उसकी कमाई से घर-परिवार का खर्च चलाना कितना मुश्किल होता है और खासकर तब जब कोई बीमारी घेर लिया हो। टैक्सी चलाकर जीवनयापन करनेवाले सैदूल की स्थिति भी कुछ ऐसी ही थी। उनके पास इतने पैसे नहीं थे जिससे वे अपनी बहन का अच्छे अस्पताल में इलाज करवा सके और परिणामस्वरुप महज 17 वर्ष की उम्र में उनकी बहन ने अन्तिम सांस ली।

पत्नी ने दिया साथ

बहन की मौत से सैदूल काफी चोटिल हुए और उसी समय उन्होंने वे दूसरों की जिंदगी बचाने का संकल्प लिया। इस संकल्प को पूरा करने के लिए वह दिन-रात मेहनत करने लगे ताकि कोई भी गरीब भाई की बहन इलाज की कमी के कारण भाई को छोड़कर इस दुनिया से न जाएं। हालांकि, अस्पताल बनाने के लिए जमीन की और जमीन के लिए पूंजी की आवश्यकता था। ऐसे में उनके सभी रिश्तेदार उन्हें पागल कहकर उनसे दूर हो गए लेकिन उनकी पत्नी हमेशा उनके साथ खड़ी रहीं।

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बहन के नाम से बनवाया गरीबों के लिए फाउंडेशन

सैदुल की पत्नी ने जमीन खरीदने के लिए अपने सारे गहने लाकर दे दिया ताकि उनके पति सैदूल द्वारा देखा गया सपना पुरा हो सके। उसके बाद सैदूल ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर बहन की स्मृति में कोलकाता से 55 किमी दूर बरुईपुर के पास स्थित पुनरी गांव में मारुफा स्मृति वेलफेयर फाउंडेशन का निर्माण कराया है जो गरीबों की सहायता करता है।

पूरी तरह से विकास के लिए किया जा रहा है काम

सैदूल द्वारा बनवया गए इस अस्पताल के बाहरी इकाई में 17 फरवरी को रोगियों के इलाज के लिए आंशिक रुप से शुरू कर दी गई है। उसी दौरान सैदूल एक लड़की से मिले जिसने इस अस्पताल के लिए पैसे दिए थे। सैदुल कहते हैं कि उनकी खोई हुए बहन उन्हें वापस मिल गई।

इस अस्पताल में विकसित हॉस्पिटल बनवाने का कार्य चल रहा है जहां 50 बेड समेत एक्स-रे और ECG जैसी सुविधाएँ मौजुद होंगी। सैदुल का कहना है कि फिलहाल में यह दो मंजिला है लेकिन इसे 4 मंजिला बनाना है। उन्होंने आगे कहा कि इस अस्पताल से 100 गांवों के लोगों को लाभ पहुंचेगा।

प्रधानमंत्री मोदी भी किए प्रशंशा

टैक्सी चालक सैदुल (Taxi driver Saidul Ashkar) की इस नेक कार्य को देखकर देश के प्रधानमंत्री मोदी ने रेडियो पर मन की बात में उनकी तारीफ भी की है। वह कहते हैं कि एक टैक्सी चालक के लिए अस्पताल बनाना अकल्पनीय है। सैदूल का कहना है कि उनके साथ जब इतने सारे लोग हैं तब वह हॉस्पीटल से आगे भी जाएंगे जिससे लोगों की मदद हो सके।

वास्तव में बहुत कम आय होने के बावजूद भी सैदुल का यह प्रयास बहुत प्रशंशनीय है। The Logically उनकी तारीफ करता है।