गुरुओं अर्थात् शिक्षकों को हमारे समाज में सबसे सम्मानजनक स्थान प्राप्त हैं। इनसे ही सीख लेकर हम अपने जीवन में आगे बढ़तें हैं। शिक्षक वह दीपक है जो जलकर अपने बच्चों में ज्ञान का भंडारण समाहित करता है। ऐसे बहुत से शिक्षक हैं जो निःस्वार्थ भाव से बच्चों को शिक्षा देने के लिए किसी भी कठिनाइयों का सामना करते हैं।
प्रस्तुत है आज की हमारी.. यह कहानी एक ऐसे शिक्षक की है जो अपने बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए घुड़सवारी कर गांव तक जातें हैं क्योंकि उस गांव में सड़क की समस्या है।
यह शिक्षक हैं, वेंकट रमन
विशाखापट्टणम (Vishakhapatanam) के आदिवासी क्षेत्र में एक विद्यालय है जहां बच्चों को शिक्षा देने के लिए उनके शिक्षक घुड़सवारी कर विद्यालय तक पहुंचते हैं। इस शिक्षक का नाम है वेंकट रमन (Venkat Raman)। इन्होंने 2 माह पूर्व ही यहां पढ़ना प्रारंभ किया है। इस क्षेत्र में यातायात के साथ-साथ संचार व्यवस्था की भी बहुत दिक्कत है।
यह भी पढ़ें :- गरीबी के दौर में पिता के साथ बेचने पड़े थे जूते, अब IAS बनकर परिवार का मान बढ़ा रहे हैं
चलना पड़ता था लगभग 18 किलोमीटर पैदल
इस गांव में आने के लिए वेंकट रमन जी को लगभग 18 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता था। यहां पक्की सड़कें भी नहीं हैं जिससे चलने में थोड़ी आसानी हो। यातायात के सही साधन नहीं होने के कारण यहां बहुत कम व्यक्ति आते-जाते हैं। इस कारण अगर रास्ते में कोई कोई परेशानी हुई तो किसी से सहायता भी नहीं मांग सकते।
बच्चों के पढ़ने के लिए नहीं है छत की व्यवस्था
वेंकट रमन जी जहां पढ़ाने जातें हैं, वहां बच्चों के लिए स्कूल की बिल्डिंग नहीं है। वे बच्चों को स्थानीय चर्च या मकान में पढ़ातें हैं। यहां बच्चों की संख्या लगभग 50 है जिन्हें वेंकट रमन शिक्षित करने की कोशिश कर रहें हैं।
गांव ने भेंट स्वरूप दिया घोड़ा
वेंकट रमन बच्चों को शिक्षा देने के लिए इतनी लंबी दूरी तय कर रहें हैं, इस निष्ठा को मद्दे नज़र रखतें हुए गांव की तरफ से इन्हें उपहार में घोड़ा मिला ताकि थोड़ी आसानी से गांव तक पहुंच सकें। हालांकि इस घोड़े की देखभाल और खान-पान का ध्यान गांव के लोग ही रखते हैं।
वेंकट जी ने यह जानकारी दी कि हमारे जैसे बहुत से शिक्षक हैं जिन्हें इन सारी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ता है। यहां अगर किसी का स्वास्थ्य भी खराब हुआ तो अस्पताल की व्यवस्था भी नहीं है जिससे उन्हें समय पर डॉक्टर की मदद मिल सके।
The Logically वेंकट रमन के द्वारा किये गए कार्यों के लिए शत-शत नमन करता है और सरकार से यह दरख्वास्त करता है कि यहां सड़क की समस्या दूर की जाए।