बाजार में मिलने वाले फल और सब्जियों में अनेकों तरह के केमिकल युक्त खाद का इस्तेमाल करके उगाया जाता है, जिसके कारण इसका सेवन करके हम अनेकों बीमारियों के शिकार होते जा रहे हैं।
केमिकल युक्त खाद्य पदार्थों से होने वाली बिमारियों से निजात पाने के लिए कई लोग अपने घर के बगीचे में, घर के छत पर गार्डनिंग कर केमिकल रहित ताजे फल और सब्जियां उगा रहे हैं। उन्हीं में से एक हैं मनोरंजन सहाय, जो पिछले 30 सालों से घर की छत पर बागवानी कर 500 से ज्यादा पेड़ लगा चुके हैं। वे किसी भी फल-सब्जियों के लिए कभी बाजार नहीं जाते हैं।
मनोरंजन सहाय का परिचय
बिहार (Bihar) के पटना (Patna) के रहनेवाले मनोरंजन सहाय (Manoranjan Sahay) कहते हैं कि बागबानी (Gardening) का शौक उन्हें विरासत में मिली है। उनके पिता और बड़े भाई भी भगवानी करते थे। अब मनोरंजन सहाय भी पिछ्ले कई वर्षों से छत पर सब्जी की बागबानी कर रहे हैं। वर्ष 2015 में बैंक की नौकरी से रिटायर मनोरंजन सहाय का पूरा समय गार्डनिंग में ही व्यतीत होता है।
500 से भी अधिक पेड़-पौधे लगाए हैं
64 वर्षीय मनोरंजन सहाय ने बताया कि वह वर्ष 1990 से ही बागवानी करते हैं। आरंभ में उन्होंने छत पर गमले में बरगद, पीपल, पाकर और नीम के पौधे लगाया थे। आज के समय में भी उनके गार्डन में यह सभी पौधे मौजूद हैं और इनकी लंबाई एक-डेढ़ फीट से अधिक नहीं है। उसके बाद उन्होंने बांस के छोटे किस्म के पौधे के साथ ही फूलों के बहुत सारे पौधे भी लगाएं। वह कहते हैं कि उन्हें हमेशा कुछ अलग पौधें लगाने का शौक रहा है। वर्तमान में मनोरंजन के छत पर ब्रह्म कमल और कल्पवृक्ष जैसे पेड़ भी मौजूद है। वे कहते हैं कि उन्होंने अलग-अलग स्थानों से पौधे मंगवा कर लगाए हैं।
अलग-अलग किस्मों के पौधे भी मौजूद हैं
मनोरंजन ने अपने छत को एक बेहद खूबसूरत गार्डन में तब्दील कर दिया है। उनके टेरेस गार्डन (Terrace Garden) में फल-फूल, मौसमी सब्जियां, औषधीय पौधों के साथ कई प्रकार की बोनसाई प्लांट्स भी है। उनके छत पर चीकू अनार अमरूद नींबू अंगूर बादाम और अखरोट के पेड़ है। इसके अलावा उनके गार्डन में चीकू के दो किस्में और नींबू के तीन-चार किस्मों के पौधें मौजूद हैं। इसी के साथ अंगूर की दो किस्में और अमरूद की भी दो किस्में हैं- लाल और काला अमरूद।
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बाजार जाने कि नहीं पड़ती है जरूरत
मनोरंजन सहाय (Manoranjan Sahay) छत के अलावा अपने कैंपस में भी अमला, अमरूद और आम के पेड़ लगाए हैं। वे फलों के अलावा वैसी सब्जियों को भी उगाते हैं जिनका इस्तेमाल रोजमर्रा के जीवन में होता है। उदाहरण के लिए बींस, बैंगन, टमाटर और मिर्च साथ ही वे सभी मौसम की सब्जियां अपने गार्डन में उगा लेते हैं जिसकी वजह से उन्हें बाजार जाने की जरूरत नहीं पड़ती है।
मनोरंजन सहाय के गार्डन में औषधीय पौधे भी हैं मौजूद
औषधीय पौधों की बात करें तो मनोरंजन सहाय के बगीचे में पुदीना, करी पत्ता, अपराजिता और गिलोय जैसे औषधीय पौधे हैं। वह बताते हैं कि उन्होंने बहुत सारे पौधों को कटिंग से और नर्सरी से लेकर लगाया है।
पौधों के लिए खुद से बनाते हैं खाद
पेड़ पौधों को खाद की जरूरत होती है। ऐसे में मनोरंजन सहाय अपने घर के गीले कचरे से खाद तैयार करते हैं तथा साथ ही वे पौधों के लिए पॉटिंग मिक्स भी स्वयं ही बनाते हैं।
गार्डनिंग के लिए टिप्स
वह कहते हैं कि यदि आप पहली बार बागबानी कर रहे हैं तो आपको सभी पौधों के लिए एक सामान्य पॉटिंग मिक्स तैयार करना चाहिए। पॉटिंग मिक्स तैयार करने के लिए मिट्टी, कोकोपीट, बालू, गोबर की खाद और वर्मीकंपोस्ट मिला लें। इसी प्रकार, वैसे गमले का चयन करें जिसमें ड्रेनेज की सुविधा हो ताकि गमले में पानी का ठहराव ना हो और पौधे सड़ने से बच सके।
इन बातों का ध्यान रखने से नर्सरी से लाए गए पौधें नहीं होंगे खराब।
कई बार ऐसा होता है कि नर्सरी से लाए गए पौधे कुछ ही दिन में खराब हो जाते हैं। इसके बारे में मनोरंजन कहते हैं कि नर्सरी से लाए गए पौधों को लगाने से पहले उसकी जड़ की मिट्टी को हटाकर ही गमले में लगाना चाहिए। इसके पीछे का कारण यह है कि नर्सरी वाले अक्सर पौधे तैयार करते समय गंगा की लाल मिट्टी का इस्तेमाल करते हैं। यह मिट्टी सूखने के बाद बहुत कठोर हो जाती है जिससे पौधे की जड़ें नहीं फैलती हैं।
गार्डनिंग स्वास्थ्य के लिए है अच्छा
मनोरंजन सहाय अपने पौधों पर एप्साम साल्ट और फिटकरी को पानी में मिलकार इसका छिड़काव करते हैं। उनका कहना है कि हर पौधों को अलग-अलग प्रकार के पोषण की आवश्यकता होती है। वे सभी को गार्डनिंग (Gardening) करने का सुझाव देते हैं क्योंकि इससे हमारे आसपास का वातावरण शुद्ध रहता है और साथ ही यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर होता है। वे कहते हैं कि मैं भी अपना अधिक से अधिक समय इन पेड़-पौधों के बीच व्यतीत करता हूं और मैं बिल्कुल स्वस्थ हूं। -Terrace Gardening by Manoranjan Sahay, Patna, Bihar