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भारत में समुद्र के भीतर 300 किमी प्रति घन्टे की रफ्तार से दौड़गी बुलेट ट्रेन, 65 किमी गहराई में बनेगी Under Sea Tunnel

हमारे भारत देश कई वर्ष पहले ही ट्रेन सेवा शुरु कर दी गई थी, लेकिन अब देशवासियों को बुलेट ट्रेन (Bullet Train) की सेवा देने की कोशिशे लगातार जारी हैं। जी हाँ, देश में बुलेट ट्रेन दौराने के लिए बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर काम काफी तेजी से चल रहा है और इसके तहत समुद्र के अंदर सुरंग बनाने की तैयारी जा रही है। इस तरह भविष्य के कुछ वर्षों में ही भारत के समस्त नागरिकों को अपनी पहली अंडर सी सुरंग (Under Sea Tunnel) का तोहफा मिलने वाली है।

इसी कड़ी में चलिए जानते हैं बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट (Bullet Train Project) के तहत बननेवाली सुरंग के बारें में कुछ विशेष बाते जानते हैं।

कहां बनाई जाएगी सुरंग और इसे बनाने में किस तकनीक का किया जाएगा इस्तेमाल?

आप सभी के मन में यह जानने की उत्सुकता हो रही है कि इस सुरंग का निर्माण कहां से कहां हो रहा है। ऐसे में बता दें कि, इसे महाराष्ट्र के ठाणे की खाड़ी में बनाया जाएगा जो ठाणे जिले के बान्द्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स और शिलफाटा के अंडरग्राउंड स्टेशन्स को जोड़ेगा। इसके अलावा टेंडर डॉक्यूमेंट के मुताबिक, अंडर सी सुरंग को बनाने के लिए अत्याधुनिक तकनीके जैसे न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (NATM) और 13.1 मीटर व्यास के कटर हेड वाली टनल बोरिंग मशीन (Tunnel Boaring Machine) का इस्तेमाल किया जाएगा।

टनल बोरिंग मशीन एक ऐसी मशीन है, जो सख्त से सख्त रेतीली मिट्टी और कठोर चट्टानों को काट सकता है। इसकी मदद से धरती की सतह पर बने तमाम भवनों और अन्य आर्किटेक्चर को बिना नुक्सान पहुंचाए सुरंगों की खुदाई किया जा सकता है। वहीं NATM सुरंग की डिजाइन और निर्माण की एक विधि है जिसका इस्तेमाल टनल बोरिंग मशीन से हो रही खुदाई के जगह किया जाता है।

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सिंगल ट्यूब में बनेंगे दो रेलवे ट्रैक

नेशनल हाई स्पीड रेलवे कोर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) के मुताबिक, ठाणे की खाड़ी में बनने वाली अंडर सी सुरंग (Under Sea Tunnel) के सिंगल ट्यूब होगी जिसमें तो रेलवे ट्रैक का निर्माण किया जाएगा ताकि ट्रेन की आवाजाही हो सके। इतना ही नहीं इस प्रोजेक्ट के तहत सुरंग से सटे 37 जगहों पर 39 उपकरण कक्षों का भी निर्माण किया जाएगा।

The first tunnel under the sea will be built for the bullet train in India

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क्या होगी सुरांग की गहाराई और कितनी स्पीड से गुजरेगी बुलेट ट्रेन?

हमारे देश में समुद्र के अंदर बनने वाली पहली सुरंग का निर्माण ग्राउंड लेवल से 25 से 65 मीटर नीचे होगी। इतना ही नहीं इस सुरंग का सबसे गहरा स्थल शिलफाटा के पास पारसिक पहाड़ी से 114 मीटर नीचे बनेगा। यदि इस सुरंग की लम्बाई की बात करें तो इसकी लम्बाई 21 किमी होगी, जिसमें से सुरंग का 7 किमी भाग समुद्र के अंदर से गुजरेगी। इतना ही नहीं बुलेट ट्रेन इस सुरंग में 300 किमी प्रति घन्टे की रफ्तार से गुजरेगी। जानकारी के लिए बता दें कि, भारत की पहली अंडर सी सुरंग अहमदाबाद-मुंबई हाई स्पीड बुलेट ट्रेन परियोजना का हिस्सा है।

साल 2026 तक गुजरात में बुलेट ट्रेन का होगा पहला ट्रायल रन

समुद्र के अंदर सुरंग निर्माण का यह पहला प्रोजेक्ट है इसलिए एजेन्सी ने 29 जनवरी तक बोलियां जमा करमे की तारिख तय की है। वहीं रेल मंत्रालय यह उम्मीद जता रही है कि 2026 में गुजरात में 50 किमी रूट पर बुलेट ट्रेन पहले ट्रायल के तौर पर दौड़गी। अब देखना यह है कि रेल मंत्रालय की यह उम्मीद खड़ी उतरती है या नहीं। हालांकि सभी देशवासियों को देश में अंडर सी टनल में बुलेट ट्रेन दौड़ने का इंतजार है।

ये थी भारत में समुद्र के अंदर बननेवाली सुरंग (Under Sea Tunnel) के बारें में आवश्यक बातें। उम्मीद करते हैं आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी। ऐसे ही अन्य आर्टिकल्स पढ़ने के लिए The Logically के साथ बने रहें।

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