आजकल बीमारियां काफी बढ़ रही हैं जिससे हॉस्पिटलों में भी मरीजों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। ऐसे में मरीजों के साथ-साथ उनके सगे-सम्बन्धीयों को भी तकलिफों का सामना करना पड़ता है। खासकर हॉस्पिटल में खाने की बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और कभी-कभी तो उन्हें अस्पताल के बाहर भी खाना पकाकर खाना खाना पड़ता है।
ऐसे में मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के विदिशा जिले (Vidisha District) में एक ऐसा हॉस्पिटल है जहां महज 1 रुपये में भरपेट भोजन दिया जाता है और यह सेवा कई वर्षों से सुचारु रूप से जारी है। इसी क्रम में चलिए जानते हैं उस हॉस्पिटल के बारें में-
कहां से मिली इस सेवा को शुरु करने की प्रेरणा?
दरअसल, जिले में इस नेक सेवा की शुरूआत “सार्वजनिक भोजनालय सेवा समिति” द्वारा 39 साल पहले की गई थी। इसे शुरू करने की पीछे की प्रेरणा तब मिली जब समिति के फाउण्डर सदस्यों ने देखा कि हॉस्पिटल के बाहर मरीज के परिजन खाना बना रहे हैं। उन्हें खाना बनाते देख फाउंडर के सदस्यों को बहुत बुरा लगा। उन्होंने सोचा कि पेशेंट्स के वजह से पहले से परेशान परिवार वालों को भोजन करने के लिए भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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महज 1 रुपये में मिलता है भरपेट भोजन
मरीज के परिवारवालों को भोजन के लिए परेशान देखकर उनकी तकलिफों को कम करने के लिए सार्वजनिक भोजनालय सेवा समिति का गठन किया गया। हालांकि, इस सन्स्था की शुरूआत करने में कुछ ही लोग शामिल थे लेकिन लोगों की सेवा करने के लिए वर्तमान में इससे अनेकों लोग जुड़ चुके हैं जिनमें से कोई डॉक्टर, इन्जीनियर तो कोई व्यापारी और रिटायर्ड सेना अधिकारी है। इस समिति का जब से गठन हुआ है तब से लेकर आजतक मरीजों के घरवालों को महज 1 रुपये में भरपेट भोजन मुहैया कराई जाती है।
पैसे डोनेट करके नहीं की जाती है मदद
आमतौर पर आपने देखा होगा कि अक्सर लोग पैसे डोनेट करके मदद करते हैं लेकिन इस संस्था में पैसे डोनेट नहीं किया जाता है। यहां मदद करने के लिए जिसके पास जो सामान होता है जैसे चावल, दाल, सब्जी, मसाला और तेल आदि जैसे सामानों को दे देते हैं। इस तरह सार्वजनिक भोजनालय सेवा समिति (Sarvajnik Bhojnalay Sewa Samiti) लोगों के सहयोग से नेक राह पर चल रहा है।
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पर्ची के जरिए मिलता है खाना
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सार्वजनिक भोजनालय सेवा समिति जिला अस्पताल (District Hospital) के प्रांगण में चलाया जाता है। इस संस्था को सुचारु रूप से चलाने के लिए जमीन भी मुहैया कराई गई है। इसके अलावा यहां लोगों को मेम्बरशिप दिया जाता है और जो लोग इसे लेते हैं वह अपने नाम से खाना बंटवाते हैं और इस तरह एक दिन के लिए कोई भी व्यक्ति 1 रुपये में खाना बंटवा सकता है।
ऐसे में लोग अपने जन्मदिवस या अन्य कोई शुभ अवसर पर सन्स्था की मेम्बरशिप मुहिम से जुड़कर खाना बंटवाते हैं। जिस दिन वे जुड़ते हैं उस दिन बोर्ड पर उनका नाम लिख दिया जाता है। इस भोजनालय में भोजन करने के लिए सन्स्था द्वारा सुबह 7 बजे हर मरीज के बेड पर एक-एक रुपये की पर्ची पहुँचा दी जाती है। ऐसा करने से संस्था को अनुमान मिल जाता है कि कितने लोगों का खाना तैयार करना है।
भरपेट भोजन कराना है संस्था का ऊद्देश्य
संस्था के द्वारा यह भी ध्यान रखा जाता है कि कोई व्यक्ति पुरानी पर्ची का इस्तेमाल करके सेवा का गलत फायदा न उठाएं। सार्वजनिक भोजनालय सेवा समिति (Sarvjanik Bhojnalay Sewa Samiti, District Hospital Vidisha, Madhya Pradesh) का ऊद्देश्य है कि मरीजों के घर का कोई भी व्यक्ति को परेशानी का सामना न करना पड़े और उन्हें भरपेट भोजन मिल सके।
सार्वजनिक भोजनालय सेवा समिति द्वारा किया जा रहा यह प्रयास बेहद सराहनीय है। The Logically इस सेवा समिति की प्रशंशा करता है।