खाना बनाना भी एक ऐसी कला है जो हर किसी को नहीं आती है। अगर आपको स्वादिष्ट खाना मिल जाए तो मन तृप्त हो जाता है। लोग स्वादिष्ट खाना बनाने के अपने हुनर से ना सिर्फ लोगों की पसंद बन रहे बल्कि वे आज कई तरह की प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अपना लोहा भी मनवा रहे हैं। कुछ लोग अपने इस हुनर से स्वयं का व्यापार भी शुरू कर चुके हैं। उन्हीं में एक हेमांगी (Hemangi) और प्रशांत नकवे (Prashant Nakwe)। अच्छे स्वाद का खाना बना कर खिलाने का शौक हेमांगी नकवे को अपने खुद का व्यापार करने के लिए प्रेरित किया।
हेमांगी (Hemangi) और प्रशांत नकवे (Prashant Nakwe) मुंबई (Mumbai) शहर के रहने वाले हैं। जिन्होंने पुराने तरीके से नए-नए डिश को बनाकर उसे लोगों तक पहुंचाने का योजना बनाया। महाराष्ट्रीयन (Maharashtrian) होने के नाते हेमांगी अपने हुनर को मराठी डिश (Marathi Dish) को नए अंदाज में बनाकर लोगों के समक्ष प्रस्तुत किया। जिसे खाने के बाद सभी ने सराहा।
व्यापार की शुरुआत
हेमांगी (Hemangi) को लोगों को मनपसंद खाना बनाकर खिलाना अच्छा लगता था। उन्होंने अपने व्यापार का नाम ”हेमा की वेज रसोई ”रखा। उन्होंने 2020 में इसकी शुरुआत की। हेमांगी अपनी सास के दिए हुए सिलबट्टे, चक्की और पीतल के बर्तन को संभाल कर रखती हैं क्योंकि वे इन सभी चीजों को खाना बनाने में एक विशेष प्रकार की जरूरत समझती है। वे इन्हीं कुकबेयर का प्रयोग करके खाना के स्वाद को एक पारंपरिक स्वाद देना चाहती थी जो लोगों के मन को भा जाए।
‘होम रसोई वेज’ में उन्होंने कुछ खास रेसिपीज के सहयोग से खाना बनाना शुरू कर दिया। वह अपने ग्राहकों को पूरी सेवा प्रदान करती है। ग्राहकों के खाना के प्रति जो भी भाव होते हैं उन्हें वह जानने की कोशिश करती है और यही प्रयास में रहती है कि खाना बनाने या पहुंचाने में कोई सवाल खड़ा नहीं होना चाहिए। ग्राहकों के साथ इस तरह का व्यवहार उनके व्यापार में आगे बढ़ाने का काम करती है। उनके पति प्रशांत नकवे (Prashant Nakwe) का भी इस कार्य में भरपूर सहयोग रहा है। प्रशांत पहले मीडिया कंपनी में काम करते थे लेकिन जबसे उनकी पत्नी ने यह काम शुरू की है तब से प्रशांत (Prashant) अपनी पत्नी का पूरा हाथ बंटा रहे हैं। चाहे वह आर्डर को लेकर कोई जिम्मेवारी हो या कोई मीडिया पेज को अपडेट करने की बात। हेमांगी सिर्फ खाना बनाने का काम करती हैं और सारे काम उनके पति प्रशांत करते हैं।
इस तरह करती हैं मैन्यू (Menu) को तैयार
हेमांगी (Hemangi) और प्रशांत (Prashant) अपने काम की तैयारी सुबह से ही कर देते हैं। सबसे पहले ये दोनों लंच का मैन्यू (Menu) तैयार करते हैं। सुबह 6:30 बजे से ही खाना बनाने के लिए सारी व्यवस्थाओं को पूरा करने में जुट जाते हैं। उनके रोज के लंच में दाल ,चावल, एक ग्रेवी वाली सब्जी, सलाद ,अचार ,रोटी(3) और एक मिठाई भी शामिल होती है। कभी दिनों के खाने की थाली का मैन्यू अलग अलग होता है। शनिवार के दिन कुछ अलग तरह का भोजन का प्रबंध होता है। एक थाली की कीमत लगभग ₹195 होती है और वो एक व्यक्ति के खाने के लिए उपयुक्त होती है। शाम के समय में नाश्ता बनाया जाता है जिसमें ईडली, रगड़ा पेटीज कोमा दाबेली आदि होते हैं। नाश्ता में और भी बहुत सारे प्रकार के नमकीन और मीठा बनाया जाता है। जिनमे निम्न है- कचोरी, पलक खांडवी ,बेर सलाद, लौकी का हलवा, मोदक आमती।
प्रशांत नकवे (Prashant Nakwe) का कहना है कि हम लोग इस क्षेत्र में नए होने के कारण सारे कामों को सीखते हुए धीरे-धीरे अपने व्यापार को बढ़ाया। अब तो इसका ऑफिस खुल जाने से खाने के ऑर्डस (Orders) ज्यादा आने लगे हैं। हम लोग खाना को अपने खाने की तरह बनाते हैं जैसे कि अपने घर जैसा स्वाद महसूस हो। जिसके कारण लोगों को हमारा बनाया हुआ खाना ज्यादा पसंद आता है। रविवार के दिन हम दोनों ने छुट्टी का दिन तय किया है। जिससे हमें आराम करने का समय मिल जाता है क्योंकि इसमें शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से मेहनत करनी होती है। इस तरह से हेमांगी (Hemangi) और प्रशांत (Prashant) अपने व्यापार को व्यवस्थित ढंग से आगे बढ़ा रहे हैं।