कोविड महामारी ने पूरी दुनिया की अपनी चपेट में ले लिया था, जिससे अनेकों लोगों की जानें चली गईं। इस महामारी के लोगों की इतना खस्ता हालत कर दी थी, जिससे अनेकों लोगों को अपनी आजीविका के साधन से वंचित होना पड़ा। लेकिन इन परिस्थितयों का सामना करते हुए कुछ लोगों ने फिर से हिम्मत जुटाई और फिर से उठ खड़े हुए।
आज की यह कहानी भी ऐसे तीन दोस्तों की है जिन्होंने कोविड में नौकरी चले जाने के बाद भी खुद को कमजोर नहीं होने दिया और खुद का स्टार्टअप शुरु किया। आज वे अपने स्टार्टअप से लाखों की आदमनी कमा रहे हैं।
कौन हैं वे तीन दोस्त?
आनंदू अजय (25), मोहम्मद शाहनवाज (25) और मोहम्मद सैफी (28) केरल (Kerala) के कोल्लम जिले के पल्लीमुकु के रहनेवाले हैं। उनकी इंजीनियरिंग की पढ़ाई युनुस इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कन्नानल्लूर से पूरी हुई है। अन्य लोगों की भांति ही कोरोना ने इन दोस्तों के लिए भी परेशानियां लेकर आया। कोविड काल में उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा। नौकरी पैसा कमाने का एक साधन है ऐसे में यदि वह साधन ही न रहे तो जीवन-यापन करना मुश्किल काम है। इन तीनों दोस्तों ने भी विचार-विमर्श करने के बाद उन्होंने खुद का व्यवसाय स्थापित करने का फैसला किया।
कैसे आया चाय का स्टार्टअप शुरु करने का आइडिया?
आनन्दू ने बताया कि, वे Byju’s में सेल्स एन्ड बिजनेस डेवलपमेंट का काम करते थे, जिसमें उनकी सैलरी भी काफी अच्छी थी। लेकिन फिर भी कोरोना में उनकी नौकरी चली गई। उस दौरान उनके मित्र मोहम्मद सैफी का जीवन भी कठिनाइयों में व्यतीत हो रहा था। ऐसे में उन्होंने खुद का व्यवसाय शुरु करने का निश्चय किया।
हालांकि, किसी भी बिजनेस की शुरु करने के लिए पैसे की जरुरत होती है लेकिन उनके इतने अधिक पैसे नहीं थे, जिससे वे अपना व्यवसाय शुरु कर सकें। तब उन्हें टी स्टॉल लगाने का सुझाव आया, जिसमें न तो अधिक पैसे की जरुरत थी और न ही किसी प्रकार का कोई रिस्क था। इस बिजनेस को शुरु करने का एक कारण उनका चाय प्रेम भी था।
सैफी के भाई मोहम्मद भारत के मिडिल ईस्ट में नौकरी कर रहे थे, लेकिन Covid के वजह से उन्हें वापस घर लौटना पड़ा। तब इन तीनों ने मिलकर चाय का स्टार्टअप शुरु किया जिसका नाम “B.Tech चाय” (B.Tech Chai) रखा।
इस बिजनेस के लिए घरवाले नहीं थे राजी
आनन्दू के माता-पिता को जब इस बिजनेस के बारें में जानकारी मिली तो वे इसके लिए राजी नहीं थे। उनका मानना था कि बीटेक की पढ़ाई करने के बाद चाय के स्टॉल पर कैसे काम कर सकता है। इसके बारें में बताते हुए आनन्दू बताते हैं कि, एक तरफ जहां हम नौकरी के जाने के बाद हम काफी परेशान थे वहीं दूसरी ओर चाय के स्टार्टअप के लिए परिवार के सदस्यों को समझाना भी कठिन काम था। क्योंकि वे यह मानने के लिए तैयार नहीं थे कि इन्जीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद उनका बेटा चाय का स्टॉल कैसे लगा सकता है।
हालांकि, आनन्दू ने दृढ़ निश्चय कर लिया था कि वे इस व्यवसाय में करियर बनाएँगें। काफी समझाने बुझाने के बाद उनकी मां उनका साथ देने के लिए राजी हो गाय लेकिन उनके पिता अभी भी नाराज थे।
I just love the entrepreneur India!
— Aditya Shah (@AdityaD_Shah) November 11, 2021
These techies lost job due to COVID-19.
Opened last month in Kollam, the tea stall has already become a hit among locals.
Not just because three engineers are selling tea,but for the unique flavors they have introduced.
Source-Curly Tales pic.twitter.com/Nzq4ki8mVm
अन्ततः शुरु हुआ बीटेक चाय (B.Tech Chai) का स्टार्टअप
किसी भी बिजनेस को शुरु करने के लिए पूंजी की आवश्यकता होती है। चाय के व्यवसाय को भी शुरु करने के लिए तीनों दोस्तों के सामने इन्वेस्टमेंट की समस्या आ खड़ी हुई। आनन्दू के घरवाले पहले से ही नाराज थे, ऐसे में उन्हें घर से आर्थिक सहायता नहीं मिला। लेकिन उनके जेहन में किसी भी तरह से इस बिजनेस को शुरु करने का ख्याल पक्का था। किसी भी तरह से तीनों दोस्तों ने अपने बचाए हुए पैसे इकट्ठा किया तो कुछ पैसे उधार भी लिए। इस तरह उन्होंने वर्ष 2021 में B.Tech चाय बिजनेस की शुरुआत की।
चाय की 100 अलग-अलग प्रकार की वेराइटी मिलती है यहां
चाय और खाने के शौकीन आनन्दू चाय के स्टार्टअप (B.Tech Chai) के लिए चाय पर कई तरह के प्रयोग किए। केरल में स्थित इस चाय के स्टॉल पर भारत के लगभग हर शहर की चाय मिलती है। वह कहते हैं कि, इसकी शुरुआत उन्होंने 50 अलग-अलग प्रकार के चाय से की थी, लेकिन वर्तमान में उनके यहां 100 अलग-अलग वेराइटी की चाय उप्लब्ध हैं, जिसमें असम टी, ग्रीन टी, मसाला चाय, कश्मीरी कहवा, बटर टी, शीर चाय, दार्जिलिंग चाय और नीलगिरी चाय के साथ-साथ अनानास टी, स्ट्रॉबेरी टी, वनीला चाय, पुदिना चाय और चॉकलेट चाय आदि चाय की किस्में शामिल है।
मशहूर गिन्जा टी को खुद से करते हैं तैयार
आनन्दू कहते हैं कि, लोगों के बीच मशहूर गिन्जा नामक चाय भी उनके यहां मिलता है, जिसे एक बेहतर टेस्ट देने के लिए 4 जड़ी-बूटियों और 10 मसालों को मिलाकर बनाया जाता है। इस चाय को बेहतर और स्वादिष्ट बनाने के लिए अच्छी क्वालिटी के सीक्रेट मसालों का उपयोग किया जाता है और इस चाय को वे खुद से बनाते हैं।
बहुत ही सस्ती दरों में ले सकते हैं स्वादिष्ट चाय की चुस्की
बीटेक टी स्टॉल (B.Tech Tea Stall) पर बहुत ही सस्ती दरों में चाय की चुस्की ली जा सकती है। यहां आप 5 रुपये के बेसिक टी से लेकर 50 रुपये की केसर चाय तक का लुत्फ उठा सकते हैं। इस टी स्टॉल पर सिर्फ चाय ही नहीं बल्कि उसके साथ-साथ स्पेशल स्नैक्स जैसे, उन्नाकाया, एराची अदा, चट्टी पाथरी किलिकुडू , मट्टा पट्टी आदि की सुविधा भी मुहैया कराई जाती है। आनन्दू कहते हैं, उनके स्टॉल पर अधिकांश स्नैक्स घर के बने होते हैं और कुछ बाहर से मंगवाए जाते हैं।
कमाते हैं डेढ़ लाख रुपये महीना
इस बिजनेस को शुरु करने के दौरान हुई कुछ बातों को याद करते हुए आनन्दू कहते हैं, इस बिजनेस को शुरु करने में किसी का साथ नहीं मिला था। अधिकांश लोग ऐसे मिले जो इस स्टार्टअप को नहीं करने की सलाह देते तो कुछ पीछे धकलने का काम करते, क्योंकि उन्हें यह काम छोटा लगता है। लेकिन कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता। यदि आपके पास काबिलियत है तो आप अपने बलबुते पर खुद के पैरों पर खड़ा हो सकते हैं।
वह बताते हैं कि, चाय के बिजनेस (B.Tech Chai Startup) से उन्हें प्रतिदिन 5 हजार रुपये की कमाई होती है, जिसके अनुसार वे महीने में डेढ़ लाख रुपये की आमदनी कमाते हैं। अब उनकी ख्वाहिश अपने बिजनेस को विस्तार देने का है और वे इस कोशिश में लगे हुए हैं।