आज बेटियां हर क्षेत्र में आगे है।बड़े से बड़े पदों पर अपनी जगह बनाकर बेटियों ने यह साबित किया है कि वह बेटों से कम नही हैं। बेटी भगवान की दिया गया एक ऐसा तोहफ़ा है जो हर किसी को नसीब नही होती है। जैसे बेटा घर का कुलदीपक है वैसे ही बेटियां घर की लक्ष्मी होती है। (Himachal Pradesh three sisters created history) जिस घर में बेटियां होती हैं उस घर में अलग ही रौनक रहती है।
आज हम आपको एक ही परिवार की उन तीन बेटियों के बारे में बताएंगे जिन्होंने सीबीएसई 12वीं के परीक्षा में क्रमशः फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड स्थान हासिल करके इतिहास रच दिया है। तीनों सगी बहनों ने अपने दसवीं की परीक्षा में भी ठीक इसी तरह का कारनामा किया था। आइये जानते हैं इन बहनों के बारे में की इन्होंने यह सफलता कैसे प्राप्त की।
कठिन परिश्रम से मिली सफलता
शैवी उनियाल, धान्वी उनियाल, ब्रह्मी उनियाल (Triplet of Shaivi uniyal, Dhanvi uniyal and Brahmi Uniyal) तीनों सगी बहने हैं। इन्होंने अपने कठिन परिश्रम और मेहनत से सीबीएससी बारहवीं की परीक्षा (CBSE 12th Exam) में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान (1st, 2nd, 3rd rank) प्राप्त किया है। तीनों हिमाचल प्रदेश के जनपद कांगड़ा के पालमपुर में रहती हैं। तीनों का नामांकन भी एक ही विद्यालय में पढ़ती है।
उम्र में पांच-दस मिनट का फर्क
अगर बात करें तीनों बहनों की तो ऐसा कारनामा इन तीनों ने दूसरी बार किया है। दसवीं के परीक्षा (Tenth Exam) के दौरान भी इन्होंने एक साथ यही स्थान प्राप्त किया था। इन तीनों बहनों की उम्र (Age Difference) में पांच से दस मिनट का अंतर है। यह तीनों पढ़ने में काफी तेज और होशियार हैं। अगर इनके माता-पिता की बात करें तो पिता डॉ. संजय कुमार उनियाल (Sanjay kumar uniyal) सीएसआईआर पालमपुर (Palampur) में वैज्ञानिक के पद पर तैनात हैं और इनकी माता डॉ. अंजली उनियाल भी एक प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं।
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स्कूल ने किया अच्छा प्रदर्शन
शैवी, धान्वी और ब्रह्मी डीएवी पब्लिक स्कूल पालमपुर (Dav School Palampur) की छात्रा हैं और इस स्कूल ने इस साल सीबीएससी (CBSE) की बारहवीं के परीक्षा में काफी अच्छा प्रदर्शन भी किया है। स्कूल का परिणाम 96.38 फ़ीसदी रहा है। आपको बता दें कि कूल 83 विद्यार्थियों ने बारहवीं की परीक्षा दी थी जिसमें 75 छात्र प्रथम श्रेणी में उतीर्ण हुए हैं और इन्हें 60 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त हुए हैं।
तीनों का क्या है सपना
हर लड़की का कुछ न कुछ सपना जरूर होता है। इन तीनों ने भी सपने देखे हैं कुछ हासिल करने की माता-पिता का नाम रौशन करने की। अगर इनके सपनों के बारे में बात करें तो शैवी व धानवी को डॉक्टर (Doctor) बनना है तो वहीं ब्रह्मी का सपना फैशन डिजाइनिंग (Fashion Designing) में जाने का है। तीनों इसके लिए लगातार मेहनत कर रही हैं और उनको अपने माता-पिता का पूरा सहयोग भी मिल रहा है।
योजना बनाकर की तैयारी
शैवी, धान्वी और ब्रह्मी बताती हैं कि तीनों ने योजना (planing) बनाकर तैयारी की। दसवीं में भी उन्होंने इसी तरह तैयारी की थी और परिणाम अच्छा आया था। इस बार भी उन्होंने एक-दूसरे की मदद की और एक बेहतर योजना बनाकर पढ़ाई किया। वो कहती हैं कि घर में भाई-बहनों के बीच आपसी तालमेल बहुत जरूरी है इससे एकसाथ किसी भी परीक्षा की तैयारी (Exam preparation) करने में आसानी होती है जिससे परिणाम बेहतर मिलता है।
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प्राचार्य ने भी की तारीफ
डीएवी पब्लिक स्कूल पालमपुर के प्रधानाचार्य (principal) डॉ वीके यादव ने भी तीनों बहनों की खूब तारीफ की है। उन्होंने अपने स्कूल के बेहतर परिणाम का श्रेय शिक्षकों, बच्चों के साथ अभिभावकों को दिया है। आपको बता दें कि डीएवी पालमपुर के 6 छात्रों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। इनमें शैवी उनियाल 96 प्रतिशत के साथ पहला धान्वी उनियाल ने 94.8 प्रतिशत अंक के साथ दूसरा और ब्रह्मी उनियाल ने 94 प्रतिशत अंक के साथ तीसरा स्थान लाने में कामयाब हुई हैं।
मुख्यमंत्री ने भी दी बधाई
इन तीनों बहनों के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री (Himachal Pradesh CM) जयराम ठाकुर (Jayram Thakur) ने भी बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि “देवभूमि की बेटियां किसी से कम नही हैं”। उन्होंने लिखा है कि हमें गर्व है ऐसी बेटियों पर। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शैवी, धान्वी और ब्रह्मी की फ़ोटो भी अपने वॉल पर शेयर किया है। उन्होंने तीनों बहनों को भविष्य की शुभकामनाएं भी दी हैं।
The Logically के तरफ से भी शैवी, धान्वी और ब्रह्मी उनियाल को आने वाले भविष्य के लिए ढेरों शुभकामनाएं।