हमारे देश में हर जगह किसान रबी फसल में गेंहू की बुआई कर चुके हैं। ऐसे में किसान निश्चिंत हो जाते हैं और खेतों का दौरा नहीं करते परंतु बुआई के बाद किसानों को इस विषय पर ध्यान देना चाहिए कि इस दौरान उनके फसल को किस चीज की जरूरत है किस चीज की नहीं। हालांकि ऐसे बहुत से किसान है जो गेहूं को लेकर बहुत से प्रश्न पूछते रहते हैं??
पीला रतुआ रोग के लिए करें उपाय
जानकारी के मुताबिक भारतीय कृषि एवं अनुसंधान संस्थान प्रत्येक सप्ताह किसान हेतु पूसा समाचार संचालित करती है। जहां ये बताया जाता है कि किसानों को कब क्या करना चाहिए ताकि फसल का उत्पादन बेहतर हो। इस बीच वैज्ञानिक डॉ. राजवीर यादव यह बता रहे हैं कि गेहूं की खेती के लिए किसान को किस विषय पर ध्यान देना चाहिए कि गेहूं में पीला रतुआ रोग ना हो जाए। तब वे जब भी खरपतवार नाशक दवा का छिड़काव करें उस दौरान अपने खेत के हिसाब से ही फॉर्मूलेशन का निर्माण करें। कीटनाशक के साथ उसमें 500 ग्राम यूरिया मिलाएं और फिर इसका छिड़काव करें। -Take care of wheat crop like this
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सिंचाई का रखें ध्यान
इसके अतिरिक्त आपको यह ध्यान देना है कि बुआई के लगभग 17-18 दिन के बाद अपनी फसल की पहली सिंचाई 20 से 22 दिनों के बाद करनी चाहिए। अगर आप लॉजिंग की परेशानी वाले क्षेत्रों में घिरे हुए हैं तो यहां लगभग 28 दिनों के उपरांत सिंचाई करनी चाहिए। आपको सिंचाई के बीच लगभग आपको 20 दिन की दूरी बनाए रखनी चाहिए। -Take care of wheat crop like this
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होगा बम्पर उत्पादन
अगर आप उन किसानों में से जिन्होंने अपने फसल की बुआई नवम्बर या अक्टूबर लास्ट तक की है तो उसमें अगर फसल ज्यादा बढ़ चुके हैं तो इसके पहले गांठ की कटिंग कर लें। ताकि इससे पशुओं के चारे का व्यवस्था हो सके। फसल की उपज अच्छी हो इसके लिए आप लगभग अपने फसलों की 6 बार सिंचाई करें। सिंचाई के लिए आप ड्रिप सिंचाई या टपक विधि की मदद ले सकते हैं। इन बातों का ध्यान रखने से आपका बम्पर उत्पादन होगा। -Take care of wheat crop like this