हम में से बहुत सारे स्मार्टफोन यूजर्स फोन यूज करने के बाद पूरी रात के लिए फोन चार्जिंग पर लगा देते हैं। ऐसा इसलिए कि सुबह उठते ही पूरी बैटरी 100% चार्ज मिले। इससे दिन भर फोन चार्ज करने की झंझट खत्म हो जाती है। लेकिन क्या आपको पता है कि इससे हम जाने अनजाने अपने ही फोन की लाइफ कम करने लगते हैं!
जब हम नया फोन लेते हैं तो बैटरी पॉवर (Battery Power in smartphone) पर खास ध्यान होता है। फोन की बैटरी अच्छी हो तो स्मार्टफोन की लाइफ बेहतर होती है। आपका स्मार्टफोन बेहतर और लंबे समय तक चले ये कुछ हद तक आपके तौर तरीके पर भी निर्भर है।
स्मार्टफोन या किसी दूसरे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में इस्तेमाल होने वाली रिचार्जेबल बैटरी (Rechargeable battery) की सबसे बड़ी खामी ये है कि समय के साथ ये धीरे – धीरे अपनी क्षमता खोने लगते हैं। आप गौर करते होंगे शुरुआत में हमारा फोन ज्यादा समय तक चार्ज्ड रहता है लेकिन एक – दो साल बीतने के बाद दिन में दो बार चार्ज करने की जरुरत पड़ जाती है।
यह भी पढ़ें :- Interesting Facts: ATM से जुड़े कुछ रोचक तथ्य जो आपको जानने चाहिए
मोटे तौर पर 300-500 बार फुल चार्ज साइकिल कंप्लीट करने के बाद बैटरी की क्षमता घट कर 75% हो जाती है। धीरे धीरे ये और भी घटने लगती है। ऐसे में आप अगर कुछ छोटी छोटी बातों का ध्यान रखें तो बैटरी को समय से पहले प्रभावित होने से बचा सकेंगे। साथ ही आपको हर वक्त चार्जर के इर्द गिर्द रहने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।
इन बातों का रखें खास ध्यान –
बैटरी यूनिवर्सिटी साइट के मुताबिक बैटरी को 100% चार्ज करने के बाद उसे 0% तक होने से पहले चार्ज में लगा दें। फोन को कमरे के तापमान पर रखें। अनावश्यक ऐप या सेवाओं को बंद कर के भी हम अपनी बैटरी लाइफ बढ़ा सकते हैं। जहां गर्मी ज्यादा हो वहां फोन को चार्ज करने से बचें। ये फोन की बैटरी को प्रभावित करता है। फोन को चार्ज में लगाकर तुरंत निकाल लेने से भी बैटरी प्रभावित होती है। कोशिश करें कि 20%-80% के बीच बैटरी चार्ज्ड हो। 20% से नीचे आने से पहले फोन चार्ज में लगा लें।