भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल हासिल कर पूरे देशवासियों का सर गर्व से ऊंचा कर दिया है। आज हर तरफ़ इनका ही नाम गूंज रहा है।
मिल्खा को समर्पित किया मेडल
नीरज देश के व्यक्तिगत गोल्ड मेडल हासिल करने वाले दूसरे खिलाड़ी और एथलीट बन चुके हैं। इनकी इस सफलता के साथ ही भारत ने 1 गोल्ड, 2 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज के साथ टोक्य ओलंपिक का समापन करेगा।
पहला स्थान किया हासिल
आपको बता दें कि नीरज चोपड़ा ने अपने दूसरे प्रयास में 87.58 मीटर की दूरी के साथ पहला स्थान प्राप्त किया। वही दूसरे स्थान पर 86.67 के साथ चेक गणराज्य के ‘याकूब वाल्देज’ रहे।
वाल्देज के ही देश ‘विटेस्लाव वेसेली’ को 85.44 मीटर के साथ कांस्य हासिल किए।
कौन हैं नीरज चोपड़ा?
हरियाणा के पानीपत के रहने वाले नीरज चोपड़ा ( Neeraj Chopra) एक भारतीय ट्रैक और फील्ड एथलीट प्रतिस्पर्धा में भाला फेंकने वाले एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं। आपको बता दें कि अंजू बॉबी जॉर्ज (Anju Bobby George) के बाद किसी विश्व चैंपियनशिप स्तर पर एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले वे दूसरे भारतीय बन गए हैं।
नीरज का सफर
नीरज चोपड़ा ने 85.23 मीटर का भाला फेंक कर साल 2017 एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। वर्ष 2016 के दक्षिण एशियाई खेलों में भी उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए 82.23 मीटर तक का भाला फेंक कर स्वर्ण पदक जीता था। इतना ही नहीं साल 2018 में आस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में सम्पन्न हुए राष्ट्रमंडल खेलों में वे 86.47 मीटर भाला फेंक कर स्पर्धा का स्वर्ण पदक हासिल किया था।
इससे पहले कौन थे स्वर्ण पदक जीतने वाले?
नीरज चोपड़ा से पहले मात्र 13 वर्ष की उम्र में अभिनव बिंद्रा (Abhinav Bindra) ने बीजिंग ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था। आपको बता दें कि अभिनव ने यह स्वर्ण पदक निशानेबाजी में जीता था। इस बार टोक्यो में नीरज चोपड़ा ने जो कर दिखाया वह पूरे देश के लिए सम्मान की बात है।
ऐतिहासिक जीत है
इस जीत को लोग एक ऐतिहासिक जीत के रुप में मान रहे हैं। भारत को इससे पहले ओलंपिक में एथलेटिक्स इवेंट्स में कभी भी कोई पदक नहीं मिला था।- Tokyo Olympic gold medalist Neeraj Chopra
नीरज की प्रयास ने दिलाई जीत
नीरज चोपड़ा ने अपने पहले प्रयास में 87.03 की दूरी नापी और लीडर बोर्ड पर पहला स्थान प्राप्त किया। इसके बाद दूसरे प्रयास में उन्होंने 87.58 भाला फेंका और लीडर बोर्ड पर अपने आप को स्थिर किया और मन ही मन अपनी पक्की कर लिए। तीसरे प्रयास में उनके 76.79 मीटर की दूरी ही नाप सके। उनका चौथा और पांचवा प्रयास भी उतना अच्छा नहीं रहा।
अभी तक कोई भी पदक नही जीता था, ‘भारत’
पहली बार भारत ने एंटवर्प ओलंपिक 2020 में एथलेटिक्स में भाग लिया था,परंतु तब से लेकर रियो 2016 तक उसने कोई भी एथलीट पदक हासिल नहीं कर पाया था। – Tokyo Olympic gold medalist Neeraj Chopra
महान खिलाड़ियों से सजा भारत
आपको बता दें कि साल 1960 और 1984 में ऐसे कई महान खिलाड़ी जैसे मिल्खा सिंह और पीटी उषा भी शामिल हैं।
ब्रिटेन का नेतृत्व
आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) अभी भी नॉर्मन प्रिचर्ड (Norman Pritchard) के पेरिस ओलंपिक उन्नीस सौ में 200 मीटर और 200 मीटर बाधा दौड़ में जीते गए पदकों को भारत के नाम पर दर्ज करता है परंतु कई शोध और अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ के मुताबिक उन्होंने तब ग्रेट ब्रिटेन का नेतृत्व किया था।
देश के लिए ऐतिहासिक जीत
भारत के लिए यह दिन किसी ऐतिहासिक जीत से कम नहीं है क्योंकि इससे पहले भारत ने एथलेटिक्स में कोई भी पदक नहीं जीता था। – Tokyo Olympic gold medalist Neeraj Chopra
पहले ही लोग मान रहे थे दावेदार
आज भारत ने सीधे स्वर्ण पदक जीता यह बहुत गर्व की बात है। वैसे नीरज को लोग पहले से ही ओलंपिक पदक का मुख्य दावेदार मान रहे थे।- Tokyo Olympic gold medalist Neeraj Chopra