Wednesday, December 13, 2023

Breast Milk Jewellery: भारत मे शुरू हुआ यह नया ट्रेंड, महिलाएं अपनी ब्रेस्ट मिल्क से बना रही हैं ज्वेलरी

ट्रेंड कर रही है ये नए ज्वेलरी,बच्चाें की यादों को संजोने के लिए बनी है।

जमाना चाहे कितना ही क्यों न बदल जाए पर महिलाओं के बीच ज्वेलरी पहनने का शौक कभी खत्म नहीं हो सकता है। हर साल एक से एक शानदार डिजाइन और ट्रेंड्स आते-जाते रहते हैं, लेकिन ज्वेलरी की मार्केट हमेशा बनी रहती है। नए ट्रेंड को फॉलो करते यंग जनरेशन की मांएं अब ब्रेस्ट मिल्क ज्वेलरी (Breast Milk Jewellery) को पहनना ज्यादा पसंद कर रही हैं। जिसमें मां अपने ब्रेस्ट मिल्क को हमेशा के लिए प्रिजर्व करते हुए ज्वेलरी बनवाती हैं।

कैसे ब्रेस्ट मिल्क को प्रिजर्व करने का ट्रेंड शुरू हुआ?

नई मां जिनको दूध न बनने की समस्या से गुजरना पड़ता है,उनके बच्चे को मां का दूध मिल सके, इसलिए ब्रेस्ट मिल्क प्रिजर्व करने की शुरुआत हुई थी। धीरे-धीरे ब्लड बैंक की तरह मिल्क बैंक बनने शुरू हो गए। इसके साथ ब्रेस्ट मिल्क से ज्वेलरी बनने का चलन शुरू हुआ। यह इसलिए भी ज्यादा ट्रेंड कर रहा है, क्योंकि ब्रेस्ट मिल्क बच्चे और उसके बचपन कि सुनहरी यादों से जुड़ा होता है। पेरेंट्स उन यादों को हमेशा के लिए अपनी यादों का हिस्सा बनाना चाहते हैं, इसलिए वे ज्वेलरी में मिल्क प्रिजर्व करवाते हैं।

Trending Breast milk jewellery concept in india

कैसे हमेशा-हमेशा के लिए प्रिजर्व करते हैं दूध?

ज्वेलरी डिजाइनर मंजुहारी,जो ज्वेलरी में ब्रेस्ट मिल्क प्रिजर्व करने का काम करती हैं। मंजुहारी बताती हैं कि उन्हें देशभर से ऑर्डर आते हैं। दिल्ली, मुंबई, गुजरात और हिमाचल से आने वाले ऑर्डर में ब्रेस्ट मिल्क कूरियर के जरिए आते हैं। जिसे फ्रीज कर वो डबल बॉइलिंग मेथड (Double boiling method) अपनाकर उबालती हैं। इसके बाद मंजुहारी उसमे जरूरी प्रिजर्वेटिव ( Preservative) मिलाकर दूध को ऐसा बनाती है, जिससे कि वो हमेशा-हमेशा के लिए फ्रीज हो जाए। इसके बाद इसे ज्वेलरी में सिरिंज की मदद से डाला जाता है।

यह भी पढ़ें :- Puncture Free Tyre: मार्केट में लांच हुई ऐसी टायर जो पंचर नही होगी, खुद रिपेयर होगी

ब्रेस्ट मिल्क को छोड़ और किन चीजों से बनती है ज्वेलरी?

मंजुहारी का कहना हैं कि पेरेंट्स की सोच हर मुद्दे पर एक कदम आगे की होती हैं। खास तौर पर तब,जब बात उनके बच्चों की हो। ब्रेस्ट मिल्क से के अलावा अपनी नन्ही सी जान की बचपन की यादों को सहेजने के लिए पेरेंट्स गर्भनाल(कॉर्ड),बच्चे के नाखून,उसके बालों को भी प्रिजर्व कर ज्वेलरी बनवाते हैं। पेरेंट्स बच्चे की बचपन को यादगार बनाने के लिए फिंगर रिंग, पेंडेंट, ब्रेसलेट और शो-पीस जैसी चीजें बनाई जाती हैं।

सकारात्मक कहानियों को Youtube पर देखने के लिए हमारे चैनल को यहाँ सब्सक्राइब करें।