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बिजली बिल बचाना है तो इन 5 तरीकों को जान लीजिए, कम बिजली आएगी और भरपूर आनन्द आएगा

बढ़ते टैक्स, बिल और अन्य खर्चों के कारण आम आदमी की आधी सैलरी इन्ही चीजों में खत्म हो जाती है। पेट्रोल – डीजल के आसमान छूते दाम Petrol – Diesel high rates को कम करना हमारे बस की बात तो नहीं है लेकिन बिजली के बिल को जरूर कम किया जा सकता है। जरूरत है केवल कुछ खास बातों को ध्यान में रखने की जिसके बाद लंबे – चौड़े बिजली के बिल से बचा जा सकता है। Five ways to reduce electricity bill

घर डिजाइन करते समय इन बातों का जरूप ध्यान दें (Energy efficient house design)

घर का मुंह दक्षिण और उत्तर की दिशा में होना चाहिए। घर का वह हिस्सा, जो सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है, मसलन लिविंग रूम, लाउंज और बेडरूम, इन सभी को दक्षिण दिशा में बनाएं। इसके बगल में बरामदा और बालकनी बनाएं, ताकि गर्मियों में छांव और सर्दियों में धूप दोनों मिलती रहे। आपके क्षेत्र में आमतौर पर हवाओं का रुख किस तरफ का है, यह जानने के लिए डेटा का इस्तेमाल करें। यानी कि गर्मियों में ठंडी हवा मिले और सर्दियों में आप इन हवाओं से बचे रहें, कुछ इस तरह से घर का डिजाइन प्लान करें। इससे बिजली की खपत कम होगी।

Tricks to Save electricity

प्राकृतिक रोशनी का लाभ उठाएं (Use solar energy)

उत्तर दिशा से आने वाली रोशनी दूर तक फैलती है और इसमें चमक नहीं होती। कुल मिलाकर ये स्टडी रूम, लाइब्रेरी और स्टूडियो के लिए बिल्कुल परफेक्ट है। जितना संभव हो सके उत्तर और दक्षिण दिशा की तरफ खुलने वाली खिड़कियां बनाएं। गर्मियों की तेज धूप से बचने के लिए दक्षिण दिशा में बनीं खिड़कियों के ऊपर छज्जा बनाएं। कोशिश करें कि पश्चिम दिशा की तरफ कोई खिड़की या दरवाजा न हो। क्योंकि दोपहर का सूरज बहुत अधिक गर्मी और चौंध का कारण बनता है। बाहर की तरफ जाली लगाएं और घर के अंदर पर्दे या फिर ब्लाईंड। इससे काफी हद तक आप अपने घर को गर्म होने से बचा सकते हैं।

खिड़की – दरवाजों में शीशे का चयन ध्यान से करें

कई बार हम शौक़ में ऐसे शीशे लगा लेते हैं जो दिखने में सुंदर तो लगते हैं, लेकिन रोशनी को कम कर देते हैं और ऐसी ही कुछ गलतियां घर के इंटीरियर के साथ भी करते हैं। ऐसा करने से बचें। Glass for heat control
कृत्रिम रोशनी के लिए CFL और LED सबसे बेहतर हैं। अन्य लाइट्स की तुलना में ये 25-75 प्रतिशत तक कम बिजली खर्च करते हैं। Artificial lighting को अनुकूल बनाने के लिए डिमर्स, फोटो सेंसर और मोशन सेंसर का इस्तेमाल करें। सेंसर से जरूरत न होने पर लाइट खुद ब खुद बंद हो जाती है। घर को सुंदरता के लिए सजावटी लाइट का होना जरूरी है। आप उन्हें जरुर लगाएं लेकिन जरूरत पड़ने पर ही इस्तेमाल करें और बल्ब बेहतर क्वालिटी के ही लें।

खुली हवा का आनंद उठाएं (Proper ventilation in house) नैचुरल वेंटिलेशन के जरिए Passive cooling system का फायदा उठाएं। यानी घर को बिजली के उपकरणों की बजाय प्राकृतिक तौर पर ठंडा होने दें। घर में आंगन, क्लेस्टोरी विंडो, खुलने वाले रोशनदान और एट्रियम का होना काफी जरुरी है। इसके अलावा, तापमान को कम करने के लिए वाष्पीकरणीय शीतलन तकनीकों (Evaporative Cooling Techniques) का उपयोग किया जा सकता है। घर के इन्सुलेशन में सुधार के लिए खिड़कियों के लिए डबल ग्लेज़िंग का प्रयोग करें। संभव हो तो घर बनाने में ज्यादा से ज्यादा प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करें।

कैविटी वॉल और रैट ट्रैप बॉन्ड जैसी निर्माण तकनीक से इन्सुलेशन को बनाए रखने में मदद मिलती है। छज्जा, जाली, बरामदा, बालकनी और आंगन पुराने घरों की जान होते थे। इनसे न केवल घर में छाया बनी रहती है, बल्कि हवा के आवागमन को भी ये बेहतर बनाएं रखते हैं। ज्यादातर घरों में गर्मी, छत के तपने से होती है। इसलिए इसे सफेद रंग से पेंट कर दें। ताकि सूरज की रोशनी प्रतिबिंबित हो जाए और घर का अंदरूनी हिस्सा ठंडा बना रहे

बिजली उकरण खरीदते समय कुछ बातों का ख्याल रखें

बिजली की अधिकांश खपत यही अप्लाइंसेस करते हैं। उच्च बीईई (Bureau of energy efficiency) स्टार रेटिंग का ध्यान रखें। बीईई के अनुसार, 5 स्टार रेटिंग वाला 250 लीटर फ्रॉस्ट रेफ्रिजरेटर केवल 400 यूनिट की खपत करता है, जबकि बिना स्टार वाला रेफ्रिजरेटर इतने ही समय में लगभग 1100 यूनिट खर्च कर देता है।
रेटिंग की अच्छे से जांच-पड़ताल करने के बाद ही इन सामानों को खरीदें। अगर आप एसी को 22 डिग्री से ऊपर चलाते हैं, तो यह आपके बिजली के बिल को 3 – 5 प्रतिशत तक कम कर सकता है। इंस्टेंट वॉटर हीटर ज्यादा बिजली खर्च करता है, तो बेहतर यही रहेगा कि इसकी जगह स्टोरेज हीटर लगाया जाए।

ध्यान दें – डिवाइस चार्ज होने के बाद, चार्जर को अनप्लग करें और गैजेट्स को स्टैंडबाय मोड पर न रखें, वरना वह पावर लेते रहेंगे। इसे ‘वैम्पायर लोड’ कहते हैं, जो एक घर में खपत होने वाली कुल बिजली का लगभग 5 प्रतिशत होता है। एनर्जी सेविंग मोड से एक तिहाई बिजली खपत को बचाने में मदद मिलेगी।

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