आजकल जहां हमारे देश के युवा गांव को छोड़ शहर की तरफ पलायन कर रहे हैं वहीं कुछ युवा शहरों को छोड़ गांव में आकर खेती-बाड़ी में सफलता हासिल कर सबके लिए उदाहरण पेश कर रहे हैं। आज हम आपको ऐसे दो भाईयों के विषय में बताएंगे जिन्होंने शहर की नौकरी छोड़कर गांव आने का निश्चय किया और यहां खेती को अपना रोजगार बनाया। आज वह अपनी खेती से लाखों रुपए कमा रहें हैं। उनके खेती में मिली सफलता के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनकी खूब तारीफ की है।
दो भाइयों की कहानी
वे दोनों भाई हैं सुशांत उनियाल और प्रकाश उनियाल (Sushant Uniyal & Prakash Uniyal) जो टिहरी के डहूर से ताल्लुक रखते हैं। वे अपनी मेहनत के बदौलत सफल उद्यमी बने हुए हैं। अन्य युवाओं के तरह ये भी अपने पहाड़ों को छोड़कर दिल्ली जैसे बड़े शहरों में रवाना हुए और नौकरी करने लगे। परन्तु उनका ध्यान हमेशा ही उनके पहाड़ी क्षेत्र में रहता। -Mushroom Cultivation by Sushant Uniyal & Prakash Uniyal
शहर छोड़ लौटे गांव शुरू किया खेती
कुछ दिनों तक जॉब करने के बाद उन्होंने वर्ष 2018 में गांव आने का निश्चय किया और यहां आकर खेती करने लगें। खेती में उन्होंने मशरूम उत्पादन का निश्चय किया और मशरूम प्लांट लगाया। आज वे अपनी मशरूम प्लांट द्वारा बहुत से लोगों को रोजगार से जोड़ रहे हैं। आज ये दोनों भाई गढ़वाल में अपने मशरूम उत्पादन के लिए प्रसिद्ध हैं और उनका यहां सर्वश्रेष्ठ मशरूम प्लांट है। -Mushroom Cultivation by Sushant Uniyal & Prakash Uniyal
दोनों करते थे मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब
अगर हम इन दोनों भाइयों की नौकरी के विषय में बात करें तो सुशांत एक मल्टीनेशनल कंपनी में बतौर सेल्स मैनेजर कार्यरत थे और वही प्रकाश बैंक में नौकरी कर रहें थे। वैसे तो ये दिल्ली में रहते थे परंतु यह हमेशा गांव के बारे में सोचते थे। गांव में रहने का निश्चय कर उन्होंने योजना बनाई और फिर अपने गांव लौट आए। -Mushroom Cultivation by Sushant Uniyal & Prakash Uniyal
लिया लोन तब हुआ खेती का शुभारंभ
खेती प्रारंभ करने से पूर्व उन्होंने केंद्र सरकार की “मिशन ऑफ इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट ऑफ हिल्स” योजना द्वारा लगभग 29 लाखों रुपए कमाए और फिर खेती प्रारंभ की। उन्होंने अपनी मेहनत के बदौलत में सफलता हासिल कर ली लॉकडाउन के दौरान उन्होंने अपने खेत को व्यवसाय का रूप दिया और इससे लगभग 10 लाख रुपए कमाए। -Mushroom Cultivation by Sushant Uniyal & Prakash Uniyal
दिया लोगों को रोजगार
आज उनके इस मशरूम प्लांट में लगभग 20 युवा कार्यरत है उन्हें अपने इस प्लांट से प्रतिदिन 1000 किलो ढींगरी मशरूम प्राप्त होता है। जिसकी कीमत 180 प्रति किलोग्राम है। उनके मशरूम प्लांट से वार्षिक टर्नओवर 24 लाख रुपए है। उनके खेतों से निकले गए उत्पाद दिल्ली, देहरादून, चंबा, ऋषिकेश तथा नई टिहरी में निर्यात होते हैं। ग्रामीण को रोजगार से जोड़ने और उन्हें एक अलग पहचान दिलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन दोनों भाइयों की खूब सराहना की है। -Mushroom Cultivation by Sushant Uniyal & Prakash Uniyal