आजकल लोग खेती के क्षेत्र में भी बेहतर सफलता हासिल कर रहे हैं और सबके लिए प्रेरणा कायम कर रहे हैं। खुद की खेती के साथ वे अन्य लोगों को भी खेती के लिए जागरूक कर रहे हैं। कुछ लोग फसलों में फल, सब्जी तो कुछ लोग फूलों का अधिक उत्पादन कर ये साबित कर रहे हैं कि अगर मन लगाकर किसी भी कार्य को किया जाए तो कामयाबी निश्चित है।
आज की हमारी यह कहानी दो ऐसे भाइयों की है जो नक्सलियों के क्षेत्र में विदेशी फूलों की खेती लहलहा रहे हैं और चारो तरफ सफलता की खुशबू फैला रहे हैं।
वे दो किसान जमुई (Jamui) जिले के सिंगारपुर (Singarpur) गांव से ताल्लुक रखते हैं। उनका नाम राम प्रसाद गुप्ता और मंटू गुप्ता (Ram Prasad Gupta & Mantu Gupta) है। ये दोनों भाई अपने गांव की पहचान विदेशी फूलों वाली नर्सरी के तौर पर लोगों को दे रहे हैं। उन्होंने इसमें सफलता हासिल करने में लगभग एक दशक तक मेहनत किया और आखिरकार सफलता हासिल कर लाखों रुपए कमा रहे हैं। वह पर्यावरण को बढ़ावा देकर आगे बढ़ रहे हैं और लोगों को प्रकृति के करीब ला रहें हैं। -Jamui’s two brothers Ram Prasad Gupta and Mantu Gupta are earning lakhs of rupees from foreign flower nurseries
नर्सरी में मिलेगा विदेशी फूल
वे पारंपरिक खेती से अलग होते हुए जल-जीवन-हरियाली एवं पर्यावरण संरक्षण अभियान को अग्रसित कर रहे हैं। उन्होंने हजारों फूलों एवं फलदार पौधों को अपने खेतों में लगाए हुए हैं। यहां के पौधे अधिक मात्रा में दूसरे जगह भेजे जाते हैं क्योंकि बहुत अच्छे होते हैं। यह जमुई का एकमात्र नर्सरी है जहां आपको भी विदेशी फूल मिलेंगे। -Jamui’s two brothers Ram Prasad Gupta and Mantu Gupta are earning lakhs of rupees from foreign flower nurseries
दर्जनों की संख्या में मिलेंगे फूल
यहां आप दर्जनों में देसी फूल की विभिन्न प्रजातियां पा सकते हैं और विदेशी फूल भी ऐसे ही दर्जनों में देखने को मिलेंगे। उन्होंने महानगरों में जाने का निश्चय नहीं किया और गांव में ही रहकर खेती करने का निश्चय किया और आज खेती से इतने पैसे कमा रहे हैं कि लोग उनसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने अपने खेतों में विदेशी फूलों से शुभारंभ किया था जिसमें वह सफल हुए हैं। -Jamui’s two brothers Ram Prasad Gupta and Mantu Gupta are earning lakhs of rupees from foreign flower nurseries
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विदेशी फूलों की कुछ प्रजातियां
सिंगारपुर स्थित इस नर्सरी मैं आपको जापान, फ्रांस एवं अमेरिका जैसे देशों के फूल के पौधे तैयार किए जाते हैं। इन फूलों में जीमिया, कैलेंडुला, जापानी मेरीगोल्ड, एंटीहेनम, कॉसमॉस, भरबेनिया, सलसेया, डेन्थस, सालविया आदि शामिल है। आप यहां आकर इन फूलों को नर्सरी से खरीद सकते हैं। -Jamui’s two brothers Ram Prasad Gupta and Mantu Gupta are earning lakhs of rupees from foreign flower nurseries
ऑक्सीजन वाले पौधे भी हैं मौजूद
यहां आपको फूलों के अतिरिक्त फलदार वृक्ष भी देखने को मिलेंगे। सजावटी पौधों के साथ-साथ यहां ऑक्सीजन देने वाले पौधे भी तैयार होते हैं। इन पौधों से ऑक्सीजन भागलपुर, मुंगेर, झारखंड, देवघर, गिरिडीह, नवादा आदि इलाकों में मिलता है। -Jamui’s two brothers Ram Prasad Gupta and Mantu Gupta are earning lakhs of rupees from foreign flower nurseries
लिया है प्रशिक्षण
राम बताते हैं कि उन्होंने सरकार के प्रशिक्षण प्रोग्राम के तहत कृषि विज्ञान केंद्र से फूलों की नर्सरी के लिए प्रशिक्षण भी लिया है। उन्होंने प्रशिक्षण लेकर फूलों की खेती प्रारंभ की और आज इसमें वह सफलता की इबारत लिख रहे हैं। -Jamui’s two brothers Ram Prasad Gupta and Mantu Gupta are earning lakhs of rupees from foreign flower nurseries
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