आज भले ही हिंदुस्तान में औरतें विभिन्न प्रकार के वस्त्र पहन रही हों लेकिन जो खूबसूरती साड़ी पहनकर आती है वो किसी और वस्त्र में कहां। महिलाओं की खूबसूरती साड़ी पहनने से और बढ़ जाती है और उनमें चार चांद लग जाता है। आज की हमारी यह कहानी उन दो बहनों की है जिन्होंने अपने नौकरी को छोड़कर कुछ रुपए के साथ साड़ी उद्योग प्रारम्भ की और कुछ ही दिनों में करोड़ों का साम्राज्य स्थापित कर दी।
तान्या और सुजाता का परिचय
वे दोनों बहनें तान्या (Tanya) और सुजाता (Sujata) हैं। वे दोनों इंडियन फैमिली से बिलॉन्ग करती हैं और उनका लालन-पालन इंडियन फैमिली में ही हुआ है। उनके पिता रेलवे पुलिस में कार्यरत थे जिस कारण उनका स्थानान्तरण अक्सर ही होता था। उन दोनों ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सम्पन्न करने के उपरांत इंजीनियरिंग की उपाधि प्राप्त की। आगे उन्होंने एमबीए (MBA) की डिग्री हासिल की। -Tanya and Sujata two sisters started sari business and established an empire of crores
शुरुआत हुई बेहतरीन तरीके से
इसके उपरांत तान्या का प्लेसमेंट आईबीएम (IBM) में हुआ और वही सुजाता ने अपने करियर का शुभारंभ एस्सार स्टील (ASSR Still) में की। उनकी काबिलियत एवं शैक्षणिक योग्यता के बदौलत उन्हें मोटी रकम वाली नौकरी मिली और उन्होंने अपना जीवन ऐ-शो आराम से गुजारना प्रारम्भ किया। वे दोनों इस बात से प्रसन्न थी कि उनकी शुरुआत बेहतर तरीके से हुई है परन्तु वे इसे अपना लास्ट विकल्प नहीं मानना चाहती थी। क्योंकि उनका लक्ष्य बड़ी उपलब्धि हासिल करना था। उनके अंदर व्यवसायी बनने का बीज पनप रहा था और उन्होंने ये तय किया कि वे समाज के लिए कुछ करेंगी। -Tanya and Sujata two sisters started sari business and established an empire of crores
छोड़ी नौकरी ताकि शुरू करें व्यवसाय
वर्ष 2016 की बात है जब उन्होंने अपने नौकरी छोड़ कम्पनी की शुरुआत के बारे में निश्चय किया। उनकी स्टार्टअप साड़ी बनाने की थी क्योंकि वे बचपन से बुजुर्ग महिलाओं को साड़ी पहने देखा करती थी और चाहती थी कि हमारे युग की लड़कियां भी साड़ी के महत्व को समझते हुए उसकी तरफ आकर्षित हों। अब उन्होंने बहुत जल्द देश भर में इंडियन बुनकरों द्वारा निर्मित हथकरघा साड़ियों से रिलेटेड व्यवसाय को प्रारम्भ करने का निश्चय किया। -Tanya and Sujata two sisters started sari business and established an empire of crores
आसान नहीं था इसे प्रारंभ करना
ये कार्य उतना आसान नहीं जितना हमें सुनने में लग रहा है। क्योंकि हम सभी ये जानते हैं कि साड़ी का क्रेज किस तरह लोगों के बीच कम होते जा रहा है और लोग इसे अधिक महत्व नहीं देते। उन्होंने तमाम चुनौतियों को परे रखते हुए अपने दृढ़निश्चय के साथ आगे बढ़ने का फैसला लिया। वे जानती थी कि इस फैसले से गरीब बुनकरों को बहुत लाभ होने वाला है। -Tanya and Sujata two sisters started sari business and established an empire of crores
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ब्रांड ‘सुता’ का हुआ श्रीगणेश
शुरुआती शोध में उन्हें महसूस हुआ कि साड़ी उपयोगकर्ताओं की संख्या बेहद कम है परंतु सोच समझकर निर्मित साड़ियां सभी उम्र की औरतों के लिए बेहतर स्टाइल स्टेटमेंट के तौर पर निखर रहा था और लोगों के सामने आ रहा था। अपनी सफलता को हथियार बनाते हुए उन्होंने अपने ब्रांड “सुता” को लोगों के समक्ष लाने का फैसला किया। अब उन्होंने इसमें 3 लाख रुपए निवेश किए और अपने कार्य में लगी गईं। -Tanya and Sujata two sisters started sari business and established an empire of crores
स्वयं मॉडल बनकर किया प्रचार प्रारम्भ
हालांकि उनके सामने बहुत से प्रसिद्ध ब्रांड थे जिन्हें टक्कर देना कठिन था। कम्पनी के पास रचनात्मकता तो थी परन्तु इसका एडवरटाईजमेन्ट बहुत महंगा हो रहा था। अब उन्होंने ये निश्चय किया कि मॉडल को पैसा देकर प्रचार कराने से बेहतर है कि हम क्यों ना इसका प्रचार करें। अब उन्होंने सोशल मीडिया की मदद से खुद ही मॉडल बनकर प्रचार प्रारम्भ कर दिया। -Tanya and Sujata two sisters started sari business and established an empire of crores
किया 13 करोड़ का राजस्व प्राप्त
मात्र 4 साल में उनका ब्रांड “सुता” काफी प्रचलित हुआ और ज्ञात ब्रांड के तौर पर उभरा। जिस व्यवसाय को शुरू करने में मात्र 3 लाख रुपए लगे थे और 2 बुनकरों के साथ कार्य प्रारंभ हुआ था आज वो करोड़ों में फैल चुका है। उनकी कम्पनी पश्चिम बंगाल में है और यहां 1500 बुनकर कार्य कर रहें हैं एवं 2 हथकरघा यूनिट वाली विशाल कम्पनी बनी है। ब्रांड “सुता” ने वर्ष 2019 में 13 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया था। -Tanya and Sujata two sisters started sari business and established an empire of crores
बस कुछ ही रुपए और कुछ बुनकरों के साथ मिलकर तान्या और सुजाता ने अपने परिश्रम एवं काबिलियत के बदौलत आज करोड़ों का साम्राज्य स्थापित कर लिया है। आज वे दोनों उन महिलाओं के किए उदाहरण हैं जो स्वयं ऐसा कार्य करना चाहती हैं कि समाज मे परिवर्तन ला सकें।