Wednesday, December 13, 2023

परंपरागत खेती को छोड़कर यूपी के किसान अपना रहे स्ट्रॉबेरी की खेती, आज कमाई के साथ प्रेरणा कायम कर रहे

कृषि प्रधान देश होने के कारण हमारे देश के अधिकतर लोगों के आय का स्रोत्र खेती ही है। हालांकि आज खेती में बहुत से बदलाव हो चुके हैं जिस कारण किसान उस बदलाव को अपनाकर सफल किसान के साथ सफल उद्यमी बनने में सक्षम हैं। आज के इस लेख द्वारा हम आपको हमारे देश के उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले उन किसान से रु-ब-रु कराएंगे जिन्होंने परम्परागत खेती को अलविदा कहकर स्ट्रॉबेरी की खेती प्रारंभ की और आज इससे अच्छी कमाई कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के सफल किसानों की कहानी

उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड से ताल्लुक रखने वाले कई किसानों ने स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू कर इसमें मोटा मुनाफा कमाया है। बुंदेलखंड के हमीरपुर जिले के लगभग 7 किसानों ने परंपरागत खेती को छोड़ स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू की और अपनी मेहनत की बदौलत उन्होंने कुछ ही महीनों में इससे आय प्राप्त करने लगे। वे किसान स्ट्रॉबेरी की खेती में उत्पाद को देखकर काफी खुश हैं और अन्य किसानों को इसके लिए जागरूक कर रहे हैं कि वे भी लीक से हटकर खेती करें और अच्छा पैसा कमाए। -Strawberry Cultivation

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परम्परागत खेती को छोड़ शुरू किया स्ट्रॉबेरी की खेती

हमीरपुर से ताल्लुक रखने वाले किसान मिथुन राजू पहले परंपरागत फसलों की बुआई करते थे जिसमें वो सरसों, गेहूं, चना, मसूर तथा मटर का उत्पादन करते थे। परंतु अब स्ट्रॉबेरी की खेती कर एक सफल किसान बने हुए हैं। उनका मानना है कि उनके जैविक खेती में स्ट्रॉबेरी के जो फसल आए हैं वे परंपरागत खेती से अधिक है इसीलिए अब स्ट्रॉबेरी की खेती करना सही है।-Strawberry Cultivation

खेती के लिए होता है ठंडे वातावरण की आवश्यकता

रमेश पाठक जो कि हमीरपुर के जिला उद्यान अधिकारी हैं वे बताते हैं कि वैसे तो स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए ठंडे वातावरण की आवश्यकता होती है इसीलिए इसका उत्पादन हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड तथा कश्मीर आदि हिस्सों में किया जाता है। परंतु कुछ वर्षों से हमारे देश के किसान बुंदेलखंड में स्ट्रॉबेरी की खेती कर सफलता हासिल कर रहे हैं। बुंदेलखंड में कुछ किसान खुले में इसकी बुवाई कर रहे हैं तो कुछ पॉलीहाउस में और वे अपने इस कार्य में कामयाब भी हो रहे हैं। -Strawberry Cultivation

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मुख्यमंत्री ने की प्रशंसा

जानकारी के मुताबिक बुंदेलखंड में मौसम गर्म रहने तथा सिंचाई की अच्छी व्यवस्था ना होने के कारण यहां के किसान परंपरागत खेती करते हैं। परंतु अब यहां के किसानों ने कुछ अलग करने का निश्चय किया है इसीलिए वे स्ट्रॉबेरी की खेती की तरफ रुख मोड़ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक स्ट्रॉबेरी की खेती बुंदेलखंड में झांसी की रहने वाली गुरलीन चावला ने वर्ष 2021 में किया जिसके लिए उन्हें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ द्वारा प्रशंसा भी की गई। -Strawberry Cultivation