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गटर में मिली एक अनाथ लड़की ने अपने बलबूते खङी किया कम्पनी Toraa: कल्पना वंदना

Vandana Kalpana established her own company Toraa

किस्मत कब करवट बदल ले कोई नहीं जानता। लेकिन किस्मत के साथ आपका मेहनती होना भी मायने रखता है। आज हम आपको एक ऐसी महिला के विषय में बताएंगे जिन्हें जन्म के बाद किसी गटर में फेंक दिया गया था लेकिन उनकी नियति को तो कुछ अलग ही मंजूर था। गटर से उन्हें किसी ने उठाकर घर ले आए परन्तु उन्हें अपने जिंदगी के हर मोड़ पर ताना दिया जाता और उन्हें खड़ी-खोटी सुननी पड़ती। क्योंकि वह किसी की जायज औलाद नहीं थीं।

परन्तु उन्होंने अपने ज़िंदगी में आए विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए एक ऐसी उपलब्धि हासिल की जो हर किसी के लिए रोल मॉडल बनी। उन्होंने अपनी मेहनत के बदौलत ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ऐसी पहचान बनाई है कि उन्हें हर कोई जान सके।

कल्पना वंदना (Kalpana Vandana)

वह महिला हैं कल्पना वंदना (Kalpana Vandana) जिन्हें लोग आनन्दी कहकर बुलाते हैं। वह कहती है कि आज मैं भले ही सक्सेसफुल एंटरप्रेन्योर हूं परंतु यह मेरे लिए मेरी जिंदगी का वो वजूद है जिसे मैं हासिल करना चाहती थी। मैं एक अनाथ हूं और मैंने यह ठान लिया था कि मैं अपना स्वयं का वजूद बनाऊंगी और लोगों के बीच में एक अलग पहचान बनाऊंगी। आज कल्पना तोरा (Toraa) की ऑनर है और ऑनलाइन प्लेटफार्म की माध्यम से वह कई प्रोडक्ट की बिक्री करती हैं। वह कुछ ही दिनों में करोड़पति बन जाएंगी परंतु उनकी लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है और वह अपने लिए लड़ाई जारी रखेंगी। -Kalpana Vandana of Toraa Onwer

वह अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए कहते हैं कि मैं जब 14 साल की थी तब मेरे जीवन में हर चीज खुशी-खुशी गुजर रहा था। मेरी आंगनबाड़ी में शिक्षिका की नौकरी करती थी जिस कारण उनकी अच्छी पहचान बनी हुई थी। लेकिन धीरे-धीरे बदलाव हुआ और मेरी मां मुझ पर गुस्सा करने लगी हमेशा ताने देने लगी। वह मुझे कहती कि तुम मर क्यों नहीं जाती तू मेरे घर से बाहर क्यों नहीं निकल जाती?? वह अपनी जिंदगी में कभी भी खुश नहीं रह पाएगी। अगर मैं कहीं बाहर चली जाती तो घर आने पर मेरी खूब पिटाई होती इन सब के पीछे एक सबसे बड़ी कारण यह थी कि मैं उनकी खुद की बेटी नहीं थी। -Kalpana Vandana of Toraa Onwer

गांव के लोग बुरी नजर से देखते

इसका एक और कारण यह भी था कि मां की जिंदगी बदल चुकी थी और उनका तलाक होने वाला था। वह अपना सारा फरेस्ट्रेशन मेरे ऊपर ही निकाला करती थी। घर की वित्तीय स्थिति ठीक ना होने के कारण मैंने दसवीं कक्षा के बाद जॉब करना प्रारंभ कर दिया। लेकिन जब मैं जॉब से घर लौट थी तो गांव के लोग मुझे बुरी नजर से देखते थे क्योंकि मैं खूबसूरत हूं।-Kalpana Vandana of Toraa Onwer

अब उन्होंने घर छोड़ दिया और वह पीजी में रहने आ गई। उन्होंने जॉब करने के साथ पढ़ाई भी पूरी की क्योंकि उन्हें किताबों में बेहद रूचि थी। वह जॉब से अच्छा खासा पैसा कमा ले रहीं थीं परंतु उन्होंने सोचा कि अगर मैं और ज्यादा पढ़ाई करूंगी तो मुझे और ज्यादा पैसे मिलेंगे और अच्छी जॉब लगेगी। 12वीं की परीक्षा संपन्न करने के दौरान उन्होंने मास कम्युनिकेशन की डिग्री हासिल की और उसके बाद कई कंपनियों में जॉब किया। -Kalpana Vandana of Toraa Onwer

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किया तोरा (Toraa) की शुरुआत

आगे उन्होंने तोरा (Toraa) का शुभारंभ किया। वह कॉलेज के दिनों में साड़ी पहनने में काफी रुचि रखती थी वह साड़ी पहन कर अपनी फोटोज इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया करती जो लोगों को काफी पसंद आता। उनकी साड़ियों को देख लोगों ने उनसे डिमांड किया तो उन्होंने साड़ियां को लोगों के पास भेज दिया। उन्होंने यह मन बना लिया कि वह अपना स्वयं स्टार्टअप प्रारंभ करें। -Kalpana Vandana of Toraa Onwer

शादी के बाद बढ़ी और परेशानियां

उनकी जिंदगी अच्छी चल रही थी और वह अपनी जिंदगी में खुश थी परंतु एक दोस्त ने उन्हें सजेशन दिया कि वह शादी कर ले। उन्होंने जिस लड़के से शादी किया उसे अपनी जिंदगी की सारी बात बता दी उस दौरान इस लड़के को कोई दिक्कत नहीं थी। परंतु जब उनकी शादी हुई तो उन्हें काफी टॉर्चर किया जाने लगा उनके साथ नौकरों के जैसा व्यवहार किया जाता। उन्हें बोला जाता कि तुम अपनी जॉब छोड़ दो परंतु वह इसे नहीं छोड़ना चाहती थी। एक बार वह अपने पति के साथ मलेशिया गईं और वहां उन दोनों की काफी लड़ाई हुई। इस दौरान उन्हें बाल खींच कर मारा गया और उनके खून भी बाहर निकल आए। आगे उनके पति ने कहा कि मैं तुम्हें इंडिया में जाकर डिवोर्स दे दूंगा। -Kalpana Vandana of Toraa Onwer

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लोगों का ऐसा मानना है कि अगर शादी होने के बाद बच्चे हो जाए तो जिंदगी में काफी बदलाव आ जाता है। इसके लिए मैंने अपने पति से कहा तो उन्होंने पीटते हुए कहा कि तुम्हारी औकात नहीं है कि तुम मां बन सके और फिर मुझे पुलिस थाने ले गए एवं शिकायत किया कि मैं मेंटली डिस्टर्ब रहती हूं। कभी मुझे पीटते हुए घर से बाहर निकाल दिया जाता। एक बार मैंने गुस्से में उन्हें घर से बाहर का रास्ता दिखा दिया जिस कारण अब पूरी जिम्मेदारी मेरे ऊपर थी। -Kalpana Vandana of Toraa Onwer

जूझ रहीं हैं ब्रेस्ट कैंसर से

उनके पास पैसे नहीं थे कि वह रूम रेंट दे जिस उन्हें मालिक ने रूम खाली करा दी और वह कोल्हापुर चली गईं। यहां उनकी लाइफ सेट हो गई और वह अपने व्यवसाय में लोगों को जॉब देकर उन्हें आत्मनिर्भर बना रही हैं। हालांकि अब उन्हें ब्रेस्ट कैंसर हो चुका है फिर भी वह ट्रीटमेंट के साथ अपना जॉब भी संभालती हैं। –Kalpana Vandana of Toraa Onwer

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