Wednesday, December 13, 2023

छोटी सी शुरूआत कर पाईं ऊंचा मुकाम, नेशनल ज्योग्राफिक ने अपने कैंपेन में किया शामिल: वाणी मूर्ति

पर्यावरण से लगाव तो बहुत से लोगो को होता हैं, लेकिन इसके लिए कुछ करने का जुनून बहुत ही कम लोगों में पाया जाता है। हालंकि आज हम एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बताएंगे, जिसे ना केवल प्रकृति से लगाव है बल्कि वह उसे सुरक्षित रखने के लिए कई बड़े कदम भी उठा चुकी हैं। बेंगलुरु की रहने वाली वाली वाणी मूर्ति (Vani Murthy) को ज्यादातर लोग वर्म रानी के नाम से जानते हैं। एक साधारण सी हाउसवाइफ के रुप में जिंदगी बिता रहीं वाणी अब लोगों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। – Vani Murthy from Bangalore, has been making compost from household waste for the last 13 years to protect the environment.

घर के कूड़े से खाद बनाने का किया फैसला

दरअसल मवल्लीपुरा लैंडफिल साइट को देखने के बाद वाणी ने इस दिशा में काम करने कर फैसला कर लिया और उसी समय उन्होंने यह तय कर लिया था कि अब उनके घर से निकला कूड़ा बाहर यानी 40 टन वाले कचरे के ढेर पर नहीं जाएगा। अब वाणी 60 साल की हो चुकी हैं और अभी भी वह इस दिशा में काम कर रही हैं। 13 साल पहले मूर्ति ने यह तय कर लिया था कि वह अपने घर के कूड़े को अपने घर में ही खत्म करेगी और इसके लिए उन्होंने घर पर खाद बनाना शुरु कर दिया।

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लोगों को प्रेरित करने के लिए वाणी रिल्स बनाकर इंस्टाग्राम पर अपलोड करती हैं

वाणी जब खुद घर पर अपने घर के कूड़े से खाद बनाने में सफल हुई तो वह हर किसी को इसके बारे में बताना चाहती थी। इसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया की मदद ली। इसके जरिए वह हर किसी तक यह बात पहुंचाई कि घर के कूड़े से भी खाद बनाया जा सकता है। साथ ही ऐसा करने के लिए उन्होंने लोगों को प्रेरित भी किया। सोशल मीडिया के अलावा वह इंस्टाग्राम पर रील्स बनाकर भी लोगों को प्रेरित करती हैं। वाणी साल 2007 तक फेसबुक पर ही एक्टिव रहती थी, परंतु उसके बाद से वह सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहने लगीं। – Vani Murthy from Bangalore, has been making compost from household waste for the last 13 years to protect the environment.

वाणी को नेशनल जियोग्रॉफिक में गृहणी से चेंजमेकर के रूप में शामिल किया गया

वाणी कचरे से खाद बनाने के बारे में लोगों को बताने के लिए छोटे-छोटे क्लिप पोस्ट करती थीं। बता दें कि अब इंस्टाग्राम पर उनके दो लाख 30 हजार से ज्यादा फॉलोवर्स हो चुके हैं। इंस्टाग्राम पर वाणी कचरे से खाद बनाने की प्रक्रिया की रील्स बनाकर पोस्ट करती हैं। वाणी नेशनल जियोग्रॉफिक के वन फॉर चेंज अभियान में शामिल हो चुकी हैं। जानकारों के अनुसार हाल ही में उन्हें नेशनल जियोग्रॉफिक में गृहणी से चेंजमेकर बनने पर वन फॉर चेंज अभियान में शामिल किया गया। 22 अप्रैल 2022 को पृथ्वी दिवस के मौके पर नेशनल जियोग्रॉफिक ने डाक्यूमेंट्री फिल्म के जरिए ऐसे कई चेंजमेकर्स की सीरीज जारी की, जिसमें इन सकारात्मक योद्धाओं की कहानियां बताई गई हैं।

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घर पर कूड़े से खाद बनाना एक सरल प्रक्रिया है

वाणी बताती है कि बहुत से लोग खाद इसलिए नहीं बनाना चाहते क्योंकि उनके अनुसार यह एक बदबूदार प्रक्रिया है, काफी समय लगता है, पूरी तरह ध्यान देने की जरूरत है, जगह भी काफी चाहिए और गंदगी भी ज्यादा होगी। खाद बनाने को लेकर बहुत से लोगों के मन में कई सवाल होते हैं और इसी दुविधा की वजह से वह इससे दूर भागना चाहते हैं। हालंकि वाणी के अनुसार ऐसा बिल्कुल नहीं है, खाद बनाना एक अच्छा और आसान विकल्प है। अगर आप कूड़े से पर्यावरण पर होने वाले नुकसान को समझेंगे तो आप खाद बनाने के महत्व को समझ जाएंगे।

गीला कचरा पर्यावरण को करता है ज्यादा प्रभावित

वाणी बताती हैं कि लगभग हर किसी के घर से निकलने वाले कचरे का 60 प्रतिशत गीला कचरा होता है। बता दें कि गीला कचरा लैंडफिल पर जाकर पर्यावरण को ज्यादा नुकसान पहुंचाता है क्योंकि यह धीरे-धीरे सड़ता है और मिथेन गैस उत्सर्जित करता है, जो ग्लोबल वार्मिंग की बड़ी वजह है और ग्रीन हाउस गैसों में से एक है। इससे ना केवल हवा दूषित होता है बल्कि यह मिट्टी पर भी काफी असर डालता है, जबकि गिले कचरे से खाद बनाना बहुत ही सरल प्रक्रिया है। ऐसे में वाणी हर किसी को घर पर ही खाद बनाने की सलाह देती है। साथ ही वह इसकी प्रक्रिया भी बताती हैं। – Vani Murthy from Bangalore, has been making compost from household waste for the last 13 years to protect the environment.