अगर फसल उगाने की बात हो तो, बिना जमीन का हम इसकी कल्पना भी नही सकते। फसलों के लिए अच्छी मिट्टी की जरूरत होती है। हमारा भारत एक ऐसा देश है, जहां कुदरत का दिया हुआ सब कुछ है। यहां खेती के लिए अच्छी जमीन तथा पानी के लिए नदियों का जल अमृत समान हैं। वहीं हम बात करें कुछ ऐसे देशों का जहाँ कुदरत ने वहाँ सब कुछ दिया, लेकिन फसलों के लिए अच्छी जमीन नही दी। आज हम ऐसे ही एक देश की बात करेंगे, जहाँ आपको खेती के लिए अच्छे जमीन नही मिलेंगे, मिलेंगे तो बंजर जमीन। जहाँ आप फसल उगाने के बारे में सोच भी नही सकते। लेकिन इस देश के लोग एक तकनीक का प्रयोग करके अपने घरों के दीवारों पर फसल उपजा रहे है।
एक ऐसा देश जहां है, केवल बंजर जमीन
एक ऐसा देश, जिसके पास सैनिक, सम्पति, दुनिया मे अपनी एक रुतबा, अपनी पहचान इत्यादी सबकुछ है, लेकिन वहाँ खेती लायक जमीन नही है। हम बात कर रहे है, इजराइल (Israel) देश की। आपने इजराइल (Israel) के सेनाओं के किस्से जरूर सुना होगा लेकिन यह नही जानते होंगे कि उस देश के पास केवल बंजर जमीन है। और वहां के निवासी दीवारों पर खेती करते है, जिसे वर्टिकल फार्मिंग (Vertical Farming) कहते हैं।
कैसे होती है, वर्टिकल फार्मिंग (Vertical Farming) में खेती
आपने अगर पहली बार वर्टिकल फार्मिंग (Vertical Farming) के बारे में सुना है तो आपके मन मे एक सवाल जरूर उठ रहा होगा कि आखिर कैसे होती है वर्टिकल फार्मिंग? और इजराइल देश के लोग दीवारों पर खेती कैसे कर लेते है? हम आपको बता दें कि, वर्टिकल फार्मिंग एक ऐसा तकनीक है, जिसमे छोटे-छोटे गमलों के माध्यम से घरों की दीवारों पर खेती की जाती है और यही तकनीक का प्रयोग इजराइल देश के लोग करते है। यहाँ के निवासी अपने घरों के दीवारों पर छोटे-छोटे गमले इस प्रकार से सेट करते है कि ये गमले नीचे न गिरे। इस गमलों में कोई फसल उपजाने के लिए गमले को दीवारों से नीचे उतार दिया जाता है और इसमें फसल लगाकर इसको फिर से दीवारों पर सेट कर दिया जाता है। फसल न सूखे, इसके लिए गमलों में एक उचित व्यवस्था के जरिये पानी दी जाती है।
यह भी पढ़ें :- खेती की नई पद्धति से किसान कमा रहे हैं लाखों, आप भी जानिए खेती से पैसे कमाने का अनोखा तरीका
गूगल, फेसबुक ने भी किया सहयोग
अब गूगल (Google) और फ़ेसबुक (Facebok) की तरफ़ से भी इजराइल (Israel) की इस ‘वर्टिकल फार्मिंग’ (Vertical Farming) को सहयोग प्राप्त हुआ है। ग्रीनवाॅल (Green Wall) कंपनी के संस्थापक पयोनिर गाइ बारनेस (Payoneer Gauy Barnes) ने बताया कि, गूगल और फ़ेसबुक का साथ जब से उन्हें मिला है, उनकी वर्टीकल खेती बड़े पैमाने पर हो रही है। इस तकनीक की मदद से आज इजराइल देश के लोग दीवारों पर ही फल, सब्जी से लेकर दूसरी फसलें भी उगा रहे हैं
बहुत सारे देशों ने आज अपनायी, वर्टिकल फार्मिंग’ (Vertical Farming) की तकनीक
आज बहुत सारी देशों ने इस तकनीक पर खेती करना शुरु कर दिया है। अब यह तकनीक केवल इजराइल (Israel) तक सीमित नहीं है। जिन देशों के पास खेती लायक जमीन नही है वह इस तकनीक को अपना रहे है। आज इस तकनीक को यूरोप (Europe) , अमेरिका (America) और चीन (China) जैसे देशों ने अपना लिया है।
पर्यावरण के लिए भी सही साबित हुआ, वर्टीकल फार्मिंग
वर्टीकल फार्मिंग तकनीक का प्रयोग आज बड़े पैमाने पर की जा रही है। यह तकनीक केवल फसलों के लिए ही नही बल्कि हमारे पर्यावरण के लिए भी सही साबित हुई है। घरों के दीवारों पर फसल उपजाने से घर गर्मियों के मौसम में गर्म नहीं होते। साथ ही साथ हवा में नमी बनाए रखते हैं। लोगों के अनुसार, इस तकनीक से खेती करने से ध्वनि प्रदूषण में भी कमी आती है और इस तकनीक के माध्यम से साधारण खेती के तुलना में फ़सल भी तीन गुना ज़्यादा उपज रहे है।
भारत मे भी हो चुकी है, वर्टिकल फार्मिंग’ (Vertical Farming) की शुरुआत
अब इस तकनीक “वर्टिकल फार्मिंग” (Vertical Farming) की शुरुआत हमारा देश भारत मे भी हो रही है। आबादी को देखते हुए आने वाले दिनों में यहाँ (भारत) पर भी जमीन की कमी हो सकती है, इसलिए भारत ने इस तकनीक को अपनाना शूरु कर दिया है। आज भारत के बहुत राज्य में जैसे मुंबई,दिल्ली,कोलकाता आदि महानगरों में लोग अपने छतों पर फसल उगाना शुरू कर दिए है। लोग अपने छतों पर फूल के पौधे तथा कुछ लोग फसल भी लगाने लगे है। ज्यादातर लोग अपनी घरों की सौंदर्यता बढ़ाने या प्रकृति के नजदीक आने के लिए करते है तो कुछ लोग अपने कमाने के जरिये के लिए भी करते है। भारत मे वर्टिकल फार्मिंग’ (Vertical Farming) के तकनीक का प्रयोग थोड़ा इजराइल से अलग है।