हमारे जीवन में ऐसे कई मोड़ आते हैं जब हमें अपने पैरंट्स, रिलेटिव, दोस्त या किसी अन्य से जीवन में कुछ करने, कुछ बनने की प्रेरणा मिल जाती है। दूसरों से मिली प्रेरणा को ही हम अपनी मंजिल मान लेते हैं तथा उसे हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं और आखिरकार मंजिल तक पहुंच ही जाते हैं।
हालांकि, कुछ लोगों को जब एक मंजिल मिल जाती है तो फिर वह अपने दूसरे सपने को पाने की कोशिश छोड़ देते हैं और उसी में संतुष्ट हो जाते हैं। लेकिन यह कहानी एक ऐसे युवा की है जिसने सिपाही बनने के बाद भी अपने सपने को पाने की कोशिश जारी रखी और आखिरकार आज उस युवा ने लेफ्टिनेंट बनने के सपने को पूरा कर दिखाया है।
सिपाही से बने लेफ्टिनेंट
हम बात कर रहे हैं विमल कुमार (Vimal Kumar) की, जो उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुज्जफरनगर के रहनेवाले हैं। अभी तक वह छत्ता थाना में सिपाही के पद पर कार्यरत थे लेकिन अब वह सेना में लेफ्टिनेंट बनकर देश सेवा करेंगे। दरअसल, सिपाही रहते हुए भी उन्होंने CDS परीक्षा की तैयारी के लिए कड़ी मेहनत जारी रखी और अन्ततः उन्होंने इस परीक्षा में सफलता हासिल कर लिया है।
पुलिस में रहते हुए की CDS परीक्षा की तैयारी
पुलिस की नौकरी करने के साथ-साथ CDS की तैयारी करना आसान नहीं था लेकिन विमल इस परीक्षा की तैयारी में लगे रहे। कड़ी मेहनत करने के बाद भी उन्हें दो बार निराशा हाथ लगी लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और दोगुनी मेहनत से तैयारी में जुटे रहें। इस बार उनकी मेहनत रंग लाई और तीसरे प्रयास में CDS की परीक्षा में उन्हें सफलता हाथ लगी है। उनके इस सफलता से पूरा पुलिस विभाग उनपर गर्व की अनुभूति कर रहा है।
यह भी पढ़ें:- होटलों में बर्तन धोया, संघर्षों से जूझा, आज 45 तरह का पिज्जा बनाकर हो चुके हैं मशहूर
कहां से मिली भारतीय सेना में भर्ती होकर देश सेवा करने की प्रेरणा?
विमल कुमार (lieutenant Vimal Kumar) के पिता भारतीय सेना से रिटायर्ड हैं। एक सैनिक पिता को देखकर विमल को भी सेना में भर्ती होने की प्रेरणा मिली। उसके बाद उन्होंने बचपन से ही भारतीय सेना में भर्ती होकर देश सेवा करने का फैसला कर लिया और इसके लिए तैयारी भी करने लगे। हालांकि साल 2021 में उनकी भर्ती पुलिस डिपार्टमेंट में आरक्षी के पद पर हो गया।
नहीं हारी हिम्मत
पुलिस में भर्ती होने के बाद भी उन्होंने अपने इस सपने को मरने नहीं दिया और इसकी तैयारी करते रहे। हालांकि, पुलिस में नौकरी करने के साथ-साथ सेना में जाने की तैयारी करना सरल नहीं था लेकिन उनका हौसला चट्टान जैसा मजबुत था। उन्हें जब भी ड्यूटी के बाद समय मिलता वे पढ़ाई करते थे और अब उनकी सच्ची लगन और कड़ी मेहनत सबके सामने है। अब वह परीक्षा पास करके सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं।
इस तरह खुद को करते थे मोटिवेट
मीडिया से बातचीत के दौरान विमल ने बताया कि, CDS की परीक्षा का यह उनका आखिरी अवसर था। ऐसे में वह इसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे थे ताकि इस अन्तिम मौके में भी सफलता हासिल हो सके। उन्होंने आगे बताया कि ड्यूटी के दौरान जब भी फुर्सत मिलती तो वे पढ़ाई करते थे। इसके अलावा थाना प्रभारी ने हमेशा उनका मनोबल बढ़ाया है। इसके साथ ही विमल खुद को हमेशा प्रेरित रखने के लिए 12वीं फेल IPS मनोज कुमार की जीवनी पढ़ते थे।
विमल कुमार (Lieutenant Vimal Kumar) की कहानी से शिक्षा लेनी चाहिए कि मंजिल पाने की राह में कितनी भी मुश्किलें आएं लेकिन हमेशा मजबुत हौसले के साथ आगे बढ़ना चाहिए। The Logically विमल कुमार को लेफ्टिनेंट बनने के लिए ढेर सारी बधाई देता है।