14 फरवरी 2019 का दिन हर भारतीय के लिए काला दिन था जब जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने हमारे जवानों पर गहरा आघात किया था। इस हमले में मां भारती के कई वीर सपूत शहीद हो गए थे। उन शहीदों में एक नाम मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल का भी था।आज उनकी पत्नी निकिता कौल ने सेना ज्वाइन कर अपने पति को सच्ची श्रद्धांजलि दी है।
गौरतलब हो कि 9 महीने पहले विभूति शंकर की शादी निकिता कौल से हुई थी। पुलवामा अटैक ने निकिता कौल पर तो मानो दुखों का ऐसा पहाड़ गिराया जिसके तले वह ताउम्र दुखित रहेगी। जहां एक तरफ निकिता पीङित थीं तो दूसरी तरफ मन हीं मन सेना में शामिल होकर आतंकियों को सबक सिखाने की दृढ़ प्रतिज्ञा भी ले रही थीं। अंततः उन्होंने सेना में शामिल होकर एक सच्चे देशभक्त होने का मिसाल पेश किया।
सेना के उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने चेन्नई स्थित अधिकारियों के प्रशिक्षण अकादमी में निकिता कॉल के कंधों पर स्टार लगाकर उन्हें सेना ज्वाइन करवाई। चेन्नई स्थित प्रशिक्षण अकादमी से निकिता कौल ने पास आउट किया तत्पश्चात वह लेफ्टिनेंट के पद पर सेना ज्वाइन की।
इस विशेष मौके पर निकिता कौल ने कहा “मैंने उसी यात्रा का अनुभव किया है जिससे वह गुजरा है। मुझे विश्वास है कि वह हमेशा मेरे जीवन का हिस्सा बनने जा रहा है। मेरी यात्रा अभी शुरू हुई है। मैं हर किसी को धन्यवाद कहना चाहूंगी, जिसने भी मुझमें विश्वास दिखाया।”
जिस समय पुलवामा अटैक हुआ था उस समय निकिता कॉरपोरेट में नौकरी कर रही थी। पति की शहादत के 6 महीने बाद में उन्होंने सेना ज्वाइन करने का फैसला किया और शॉर्ट सर्विस कमिशन का फॉर्म भरा। परीक्षा और साक्षात्कार में उन्होंने सफलता हासिल की और प्रशिक्षण हेतु चेन्नई स्थित अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी आ गई।
उन्होंने कहा “मैंने बड़े नुकसान से उबरने के लिए अपना समय लिया और शॉर्ट सर्विस कमीशन की परीक्षा में बैठने का फैसला धीरे-धीरे हुआ। पिछले साल सितम्बर में फॉर्म भरना एक बड़ा फैसला था। लेकिन मैंने तय कर लिया था कि मैं भी अपने पति की तरह इसी रास्ते पर चलना चाहती हूं”।
The Logically निकिता कौल जी के जज्बे को नमन करता है।