एक समय था जब लड़कियों को लड़कों की तुलना में कम आंका जाता था, लेकिन अब समय बदल चुका है। लड़कियां हर उस क्षेत्र में परचम लहरा रही हैं जिस क्षेत्र की छवि हमारे समाज में पुरुष प्रधान बनी हुई है। अब लड़कियां अपनी योग्यता से पूरी दुनिया में साबित कर रही हैं कि वे किसी भी मामले में लड़कों से कतई कम नहीं है। जी हां, बबीता नागर (Babita Nagar) ने भी विदेश में गोल्ड मेडल जीतकर अपने देश का नाम रौशन किया है।
विदेश की धरती पर गोल्ड मेडल जीत किया देश का नाम रोशन
पहलवान बबीता नागर (Wrestler Babita Nagar) ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के सादुल्लापुर गांव की रहनेवाली हैं और साल 2001 से दिल्ली पुलिस में कार्यरत हैं। नीदरलैंड (Netherland) में वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स (World Police and Fire Games) का आयोजन किया गया था, जिसमें पहलवान बबीता नगर ने भी हिस्सा लिया था। इस गेम में उन्होंने 68 KG भार कैटेगरी में देश का प्रतिनिधित्व किया और गोल्ड मेडल जीतकर पूरे भारत देश का नाम एक बार फिर से विदेशी धरती पर ऊंचा कर दिया।
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70 देशों के खिलाड़ियों को हरा स्वर्ण पदक किया अपने नाम
नीदरलैंड में आयोजित वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स (World Police and Fire Games) प्रतियोगिता 22 जुलाई से शुरु हुई थी, जिसमें विश्व के 70 देशों के एक हजार से अधिक खिलाड़ियों द्वारा हिस्सा लिया गया था। इन सभी खिलाड़ियों से मुलाबले करते हुए बबीता आगे बढ़ती गईं और फिर फिलीपींस के खिलाड़ी को टेक्निकल फाल्ट कराते हुए 24 सेकेंड में 10-0 हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम दर्ज किया और भारत का तिरंगा लहराया।
गांव में है खुशी का माहौल
विदेश की धरती पर अपने देश का झंडा लहराने वाली बबीता नागर (Babita Nagar) के गाँव में बेहद खुशी का माहौल है। वहां के लोगों के खुशी का ठिकाना नहीं है। उन्होंने अपनी इस जीत का श्रेय अपने परिवार के सदस्यों और गुरु को दिया है।
लड़कियों को कम आंकना गलत है
इस जीत के बाद दिल्ली पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद तैनात बबीता कहती हैं कि, विश्व के किसी भी फील्ड में अब लड़कियां किसी से कम नहीं हैं और मौजूदा समय में उन्हें पुरुषों की अपेक्षा कम समझना बहुत बड़ी गलती है।