आज के दौर में हर कोई चाहता है कि उसका घर खुबसूरत दिखे और इसके लिए वे तरह-तरह के सजावट भी करते हैं। घर को खुबसूरती के साथ सजाना के कारण ही आजकल होम डेकोर (Home Decor) के बिजनेस को नया आयाम मिल रहा है। यही वजह है कि इसके बिजनेस से करोड़ों की कमाई भी हो रही है।
आज की यह कहानी भी ऐसे लोगों की है जिन्होंने होम डेकोर के बिजनेस से करोड़ों रुपये की आमदनी कमा रहे हैं।
सबसे पहले हम बात करेंगे राधिका कुलवाल (Radhika Kulwal) और रोहित अग्रवाल (Rohit Agrawal) की, जो अहमदाबाद के रहनेवाले हैं। दोनों पति-पत्नी हैं और इनकी शादी साल 2016 में हुई थी। इन दोनों ने इन्जीनिरिंग की पढ़ाई पूरी की, उसके बाद उन्होंने MBA की डिग्री हासिल की।
जब भी कोई नया घर बसाता है तो सबसे पहले उसके मन में सबसे पहले घर को सजाने का ख्याल आता है, ताकि घर आकर्षक दिखें। रोहित और राधिका के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। घर को सजाने के लिए काफी सारी चीजों की जरुरत पड़ती है और इसके लिए काफी भागदौड़ भी करनी पड़ती है। राधिका ने सजावटी समान खरीदने के लिए कई सारी दुकानों के चक्कर लगाएं फिर भी किफायती कीमतों में अच्छा सामान मिलना मुश्किल हो रहा था।
उस दौरान उन्होंने महसूस किया कि होम फर्निशिंग इंडस्ट्री में प्रोडक्ट के बारें दुकानदार के साथ-साथ ग्राहकों को भी उचित जानकारी नहीं है। इसके अलावा जब ग्राहक होम डेकोर का सामान खरीदने के लिए दूकान पर जाता है तो दुकानदार उसे उत्पादों की विशेषता बताने के बजाय कीमत के अनुसार प्रोडक्ट देता है। इन्हीं सब बातों पर गौर फरमाते हुए उन्होंने विचार किया कि क्यों न होम फर्निशिंग का स्टार्टअप की शुरुआत की जाएं, जहां इससे जुड़ी सभी चीजें किफायती दामों से आसानी से मिल सके।
इसी सोच के साथ उन्होंने काफी रिसर्च किया, जिसके बाद साल 2018 में होम डेकोरशन का स्टार्टअप शुरु किया और उसका नाम “अर्बन स्पेस” (Urban Space) रखा। रोहित और राधिका के इस ऑनलाइन होम फर्निशिंग स्टोर में ग्राहक कर्टेन, बेडशीट, कार्पेट, कुशन, टॉवेल, कम्फर्टर और दोहड़ सहित अन्य 700 से 800 उत्पाद सरलता से खरीद सकते हैं और अपने घर को सजा सकते हैं।
उन्होंने बिजनेस की मार्केटिंग के लिए डायरेक्ट टू कंज्यूमर (D2C) का तरीका अपनाया है। इसके अलावा उनके प्रोडक्ट अर्बन स्पेस की वेबसाइट के साथ-साथ अन्य सभी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी मौजूद हैं, जहां से कस्टमर खरीद सकते हैं। हर कोई बिजनेस की शुरुआत उसकी मार्केट देखकर ही करता है, ताकि अच्छी-खासी आमदनी हो सके। रोहित-राधिका को भी उनके व्यवसाय से सालाना 25 करोड़ रुपये की कमाई होती है। साथ ही उनके इस व्यवसाय के माध्यम से लगभग 200 लोगों को रोजी-रोटी के लिए पैसे कमाने का साधन भी मिला है।
ये तो कहानी थी अहमदाबाद के कपल रोहित और राधिका की, अब हम बात करेंगे अर्पिता साहू की
बचपन से ही आर्ट और क्रिएटिविटी में रुचि रखने वाली अर्पिता साहू (Arpita Sahu) भुवनेश्वर की रहनेवाली हैं। हम सभी को जिस क्षेत्र में रुचि रहती है उसी फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं और उसके लिए कोशिश भी करते हैं। लेकिन अर्पिता ने आर्ट और क्रिएटिविटी के फील्ड में लाख कोशिशों के बावजूद भी न तो इस क्षेत्र में शिक्षा ग्रहण कर सकी और न ही अपना भविष्य बना सकी।
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कैसे आया होम डेकोर के बिजनेस का आइडिया
वह कहती हैं कि, एक समय था जब वे भारती एयरटेल ओडिशा और पश्चिम बंगाल की हेड थी। उस दौरान उन्हें जब भी काम से समय मिलता, वे पेंटिंग और क्राफ्ट मेकिंग करती थीं। एक दिन उनकी जिंदगी ऐसा समय आया जब वे रघुराजपुर के पटचित्र (ओडिशा की पुरानी और ट्रेडिशनल आर्ट) कलाकारों से मिली। उनसे मुलाकात होने के बाद ही उन्हें आर्ट के क्षेत्र में जाने का उपाय सुझा।
शुरु किया खुद का स्टार्टअप
वह बताती हैं कि, ओडिशा की कला को पूरे विश्व में पहचान दिलाने और उन कलाकारों को भी बढ़ावा देने के लिए उन्होंने अपनी लाखों रुपये की नौकरी छोड़ दी। उसके बाद उन्होंने “विंटेज विस्तारा” (VintageVistara) नाम से होम डेकोर का बिजनेस शुरु किया।
क्या होता है विंटेज विस्तारा (VintageVistara)?
विंटेज विस्तरा होम डेकोर का स्टार्टअप है। इस स्टार्टअप के जरिए ऐसे उत्पाद बनाया जाता है जिसका इस्तेमाल आप घर सजाने के साथ-साथ डेली लाइफ में भी किया जा सकता है। विंटेज विस्तारा के प्रोडक्ट आधुनिक स्टाइल और पारंपरिक आर्ट फॉर्म का अच्छा मिश्रण है।
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200 से अधिक के प्रोडक्ट बनाती हैं अर्पिता
वह बताती हैं कि, पट्टचित्र कला का इस्तेमाल करके फंक्शनल होम डेकोर बनाया जाता है। ये चीजेँ दिखने में आकर्षक होती हैं और इनका इस्तेमाल भी किया जा सकता है। अर्पिता टी पॉट्स, टेबल लैंप, वॉल प्लेट, बुल हेड, स्टोरेज कैनिस्टर समेत कई प्रकार की साड़ियाँ भी बनाती हैं। इन सभी को मिलाकर फिलहाल उनके पास 200 तरह-तरह के उत्पाद मौजूद हैं। उनके द्वारा बनाए गए सभी उत्पादों पर मधुबनी पेंटिग्स, पट्टचित्र और अलग-अलग कई जगहों की ट्रेडिशनल पेंटिग्स बनी होती है, जो प्रोडक्ट की खुबसूरती को चार चान्द लगा देते हैं।
50 लाख से अधिक है सालाना टर्नओवर
विंटेज विस्तारा के प्रोडक्ट की डिमांड सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हो रही है। अब विदेशी धरती पर भी अर्पिता द्वारा बनाए गए उत्पाद की बिक्री हो रही है जिससे अब उनकी कम्पनी का सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये से अधिक है। अभी तक अर्पिता के विंटेज विस्तारा स्टार्टअप (VintageVistara Startup) के जरिए लगभग 20 से अधिक कलाकार आत्मनिर्भर हो चुके हैं।