आज के समय में भी दुनिया में एक से एक दयालु लोग है। आज हम बात करेंगे, हैदराबाद निवासी राॅबिन मुकेश (Robin Mukesh) की। जिसने डिलीवरी बॉय (जिसने साइकिल पर 20 मिनट में 9 किमी की दूरी तय की) पर दया दिखाते हुए, उसकी मजबूरी को समझा और कुछ ही घंटों में अकील के लिए एक मोटरसाइकिल के लिए पैसे जुटाने का काम किया है। केवल मुकेश ही नहीं, हैदराबाद के बाकी लोग भी एक जोमैटो “डिलीवरी बॉय” (जो ऑर्डर देने के लिए अपनी साइकिल पर 20 मिनट में लगभग नौ किलोमीटर की दूरी तय करता है।) के लिए बाइक खरीदने के लिए धन जुटाने के लिए एक साथ आए।
कुछ ही घंटों में जुटाये 73370 रूपये का चन्दा
हैदराबाद निवासी रॉबिन मुकेश ने सोमवार रात जोमैटो पर ऑर्डर दिया। 20 मिनट बाद जब ऑर्डर दिया गया तो मुकेश यह देखकर हैरान रह गए कि डिलीवरी एक्जीक्यूटिव साइकिल पर आ गया है। एक साल से जोमैटो डिलीवरी एग्जीक्यूटिव के तौर पर काम कर रहे मोहम्मद अकील अहमद (Mohammad Aakil Aahamad) ने 20 मिनट में करीब नौ किलोमीटर की दूरी तय की थी। मुकेश ने अकील की एक तस्वीर क्लिक की और तारीफ़ लायक इस काम की तस्वीर सोशल मीडिया पर डाली। यह तस्वीर सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। जिस वजह से मुकेश चर्चा का विषय बने हुए है। उन्होंने फेसबुक पर डिलिवरी बॉय की तस्वीर को सांझा किया और लिखा, “जब मैने चाय का आर्डर दिया तो वो वह (अकील) मेहदीपुतनम में थे, मेरे ऑडर की पुष्टि नीलोफर लकड़िकापुल से की और उन्होंने 20 मिनट में राजा कोटि में पहुंचा दिया। बिजली की स्पीड से उन्होंने मेरे आर्डर को पहुंचाया था, वो भी साइकिल से। मैं अकील के लिए बाइक खरीदना चाहता हूं अगर आप भी इसकी मदद करना चाहते है तो हमसे जरूर जुड़े।” इस पोस्ट ने कई दिलों को छू लिया। मुकेश ने अकील के लिए बाइक खरीदने के लिए सोमवार को ही 10 घंटे के भीतर 60,000 रुपये जुटाए। जब तक मुकेश ने अभियान बंद किया, तब तक अच्छे लोगों ने कुल 73,370 रुपये दान कर दिए थे।इस पैसे से मुकेश ने अकील के लिए एक टीवीएस एक्सएल बाइक बुक की है। बाइक की कीमत लगभग 65,000 रुपये है। बाइक एक या दो दिन में अकील तक पहुंचा दी जाएगी। वे बाकी बचे पैसो से अकिल के जरूरत की अन्य सामान भी खरीदने जा रहे हैं, जैसे कि एक हेलमेट और एक रेनकोट। उन्होंने अकील के कॉलेज की फीस के लिए अनुदान संचय से अतिरिक्त राशि देने का फैसला किया है।
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साइकिल से डिलीवरी करने का वजह बताया अकील
साइकिल से जोमेटो डिलीवरी के बारे में पूछने पर अकील ने कहा कि ” मेरे पास वाहन नहीं है और मेरी आर्थिक स्थिति के कारण मुझे अपनी समस्याओं की परवाह किए बिना काम करते रहना पड़ता है। हम लोगों के उदार इशारे के लिए आभारी हैं”।
इंजीनियरिंग की पढ़ाई के खर्च के लिए जोमेटो में काम करता है अकील
21 साल का मोहम्मद अकील अहमद थर्ड ईयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करता है। अकील की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, जिसकी वजह से वह पिछले एक साल से जोमैटो के साथ काम कर रहा है। बाइक नहीं होने की वजह से साइकिल से ही ऑर्डर डिलीवर करता था और इसके लिए काफी मेहनत करता था। अब बाइक मिल गया, बाइक पर घूम घूमकर डिलीवरी कर रहा है। हालांकि, अब अकील बाइक मिलने से काफी खुश है। साथ ही, उन्होंने मुकेश व मदद करने वाले अन्य लोगों के लिए आभार भी वयक्त किया हैं।