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भारत में स्थित 6 मंदिर जहां गैर-हिंदुओं को नहीं है जाने की अनुमति, सिर्फ हिन्दू ही कर सकते हैं मंदिर में प्रवेश

हमारे भारत देश में अनेकों मंदिर हैं जहां लोग अपनी श्रद्धा रखते हैं और पूजन पाठ करते हैं। लेकिन यहां मौजूद कई मंदिरों के राज ऐसे हैं जिन्हें आज तक कोई भी सुलझा नहीं पाया है। इतना ही नहीं कुछ मंदिरों के नियम कानून काफी सख्त होते हैं जिसका पालन करना वहां जानेवाले लोगों के लिए अनिवार्य होता है।

हालांकि, इन सबसे अलग मंदिरों में भगवान के दर्शन हेतु हर सम्प्रदाय के लोग जाते हैं लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत में स्थित कुछ मंदिर ऐसे हैं जहां सिर्फ और सिर्फ हिंदु ही प्रवेश कर सकते हैं, वहां गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है। इसी कड़ी में चलिए जानते हैं उन मंदिरों के बारें में जहां गैर हिन्दू प्रवेश नहीं कर सकते हैं।

जगन्नाथ मंदिर (Jagannath Temple)

यह मंदिर ओडिशा (Odisha) के पुरी (Puri) में स्थित है और भगवान विष्णु के 8वें अवतार को समर्पित है। इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ अपने बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ विराजे हैं। जगन्नाथ मंदिर में जाने के लिए आपका हिंदु होना आवश्यक है और मंदिर के बाहर इसका बोर्ड भी लगा हुआ है।

आपको जानकर हैरानी होगी कि साल 1984 में जब इन्दिरा गांधी भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए गईं थीं तो उन्हें भी अंदर जाने की अनुमति नहीं थी। इसका कारण यह था कि उन्होंने एक पारसी से विवाह किया था। इतना से आप समझ गए होंगे कि इस मंदिर के नियम कितने सख्त हैं।

Jagannath Temple not allowed non hindus

गुरुवायुर मंदिर (Guruvayur Temple)

केरल (Kerala) के त्रिशूर में स्थित गुरुवायुर मंदिर का इतिहास तकरीबन 5 हजार साल पुराना है। इस मंदिर भगवान इष्टदेव विराजमान हैं जिन्हें भगवान श्रीकृष्ण का बाल रुप कहा जाता है। इसके अलावा इस जगह को भगवान विष्णु और भगवान कृष्ण का निवास स्थान भी माना जाता है। इस मंदिर में भी केवल और केवल हिंदू ही प्रवेश कर सकते हैं, गैर-हिंदू को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है।

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दिलवाड़ा मंदिर (Dilwada Temple)

दिलवाड़ा मंदिर राजस्थान (Rajasthan) के माउंट आबू (Mount Abu) में स्थित है जो जैन धर्म को समर्पित है और इसे जैन धर्म के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक माना जाता है। इस मंदिर की स्थापना 11वीं और 13वीं शताब्दी के मध्य में हुआ था जहां फोटोग्राफी करने के साथ-साथ गैर हिंदुओं का जाना मना है। यहां दर्शन के लिए सिर्फ हिंदू ही जा सकते हैं।

कपालेश्वर मंदिर (Kapaleeshwar Temple)

यह मंदिर चेन्नई (Chennai) में स्थित है जिसकी स्थापना 7वीं शताब्दी में हुई थी। Kapaleeshwarar Mahadev Mandir) यह मंदिर देवों के देव महादेव शिव को समर्पित है और यह द्रविड़ सभ्यता से सम्बंध रखता है। इस मंदिर में भी भगवान का दर्शन करने के लिए सिर्फ हिन्दू ही जा सकते हैं, गैर-हिन्दूओं को जाने की मनाही है।

लिंगराज मंदिर (Linagraj Temple)

लिंगराज मंदिर ओडिशा (Odisha) के भुवनेश्वर (Bhubaneswar) में स्थित है और यहां भी केवल हिन्दू ही प्रवेश कर सकते हैं। एक समय में यहां विदेशी दर्शन कर सकते थे लेकिन साल 2012 में एक विदेशी द्वारा कर्मकाण्ड में बाधा उत्त्पन्न करने के कारण मंदिर के प्रांगण में गैर-हिन्दूओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई।

काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Viswanath Temple)

काशी विश्वनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और यहां भी गैर-हिन्दू का प्रवेश वर्जित है। हालांकि, विदेशी गैर-हिन्दूओं को इस मंदिर में दर्शन करने की अनुमति है। लेकिन मंदिर के उत्तर दिशा में ज्ञान कूपर कुएँ के आस-पास गैर-हिन्दू का प्रवेश वर्जित है।

भारत में स्थित ये कुछ ऐसे मंदिर हैं जहां सिर्फ हिंदू ही दर्शन करने के लिए जा सकते हैं। उम्मीद करते हैं आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी। ऐसे ही अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए The Logically से जुड़े रहें।

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