हर चौक-चौराहे पर चाय की चुस्की लेते हुए लोग आसानी से देखे जा सकते हैं। आज के परिवेश में अगर चाय की बात की जाए तो वह हमारे देश का सबसे पसन्दीदा पेय है। अधिकतर लोगों को चाय पीना पसंद है। अगर चाय के साथ कुछ नमकीन या पकोड़े हो जाएं तब तो उसकी बात हीं निराली है। चाय में भी कुछ लोग नींबू वाली चाय पसंद करते हैं तो कुछ लोग मसाले वाली चाय। अधिक मात्रा में पसन्द किए जाने कारण इसमें बहुत संभावनाएं हैं। आज की यह कहानी एक ऐसी महिला की है जिन्होंने चाय का व्यापार कर सफलता हासिल किया है।
किसी भी काम को करने के लिए उम्र का होना जरूरी नहीं है कोई कम उम्र से ही अच्छी उपलब्धि हासिल कर लेता है तो कोई अर्ध शतक लगाने के बाद भी। कोकिला पारेख भी उन्हीं में से एक हैं। 79 साल की कोकिला मसाले वाली चाय के लिए मसाले का मिक्सिंग स्वयं ही करती है। इनके हाथ का अगर कोई चाय पी ले तो वह जरूर पूछता है कि आखिर यह चाय बनाया कैसे और किसने है??? आइये जानते हैं उनके चाय का राज।
79 वर्षीय कोकिला पारेख
कोकिला पारेख (Kokila Parekh) मुंबई (Mumbai) में निवास करती हैं। वह एक गुजराती फैमिली से आती हैं। जब उनके घर मेहमान आया करते थे तो वह अपने मेहमानों को मसाले वाली चाय पिलाया करती थीं। उस दौरान सब यह पूछने पर मजबूर हो जाते कि आखिर यह चाय उन्होंने कैसे बनाई है??? उस लॉकडाउन में उनके बहू और बेटे ने घर पर ज्यादा वक्त दिया इसलिए उन्होंने यह प्लान किया कि जो मसाले वाली स्वादिष्ट चाय वह पीते हैं उस चाय का स्वाद पूरी दुनिया ले। और फिर शुरू हुआ “चाय मसाला” बेचने का कारोबार। शुरुआती दौर में ही उन्हें महीने में 800 से अधिक आर्डर मिले।
रिश्तेदारों को निःशुल्क देती थीं अपनी मसाला
वैसे तो कोकिला अहमदाबाद की निवासी हैं लेकिन जब उनकी शादी हुई तो वह शादी के बाद मुंबई में रहने लगीं। उन्होंने बताया कि गुजराती परिवार में ज्यादातर चाय में लोग मसाला डालकर ही चाय पीते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनके घर में पीढ़ियों से बुजुर्ग मसाला चाय का निर्माण कर रहे हैं। जब वह मुंबई आईं तो वहां भी मसाला बनाने लगी। वह मसाला बनाकर अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को उन्हें दिया करती थीं। उन्होंने बताया कि कुछ लोग तो मेरे पास सिर्फ चाय मसाला लेने के लिए आया करते थे। वैसे तो वह वर्षों से चाय मसाला का निर्माण कर रही हैं लेकिन उन्होंने कभी ऐसा नहीं सोचा था कि 1 दिन ऐसा भी आएगा कि यह कार्य उनका व्यवसाय बन जाएगा।
बहु-बेटे ने किया मदद
वह बताती हैं कि इस लॉकडाउन में मेरा बेटा तुषार (Tushar) घर पर हीं रह कर काम कर रहा था। ऐसे हीं हम लोग एक समय बैठे थे उस वक्त यह बात सामने आई कि क्यों ना चाय मसाला का व्यापार किया जाए। फिर मेरी बहू प्रीति (Prity) और बेटे ने मसाले के पैकेजिंग (Packaging) डिजाइन (Design) और वेंडर तक का कार्य अपने ऊपर लिया। तब मैंने यह सोंचा कि मुझे इसका प्रयास करने में कोई दिक्कत नहीं है। क्यों ना मैं यह प्रयास करके देखूं कि यह सफल हो रहा है कि नहीं???
प्रीति ने यह जानकारी दी कि जब उन्होंने कोकिला से उनके मसाले के लॉन्चिंग के बारे में बात की तो उन्हें बहुत हीं प्रसन्नता हुई। फिर हम लोगों ने पैकिंग करने की खातिर “एयरटाइट पैकेट” को सेलेक्ट किया ताकि मसाले बर्बाद ना हों। शुरुआती दौर में मसाले को तैयार करने के लिए “मिक्सर ग्राइंडर” का उपयोग किया गया और जब उसका व्यापार अच्छा होने लगा तब उन्होंने कमर्शियल मिक्सिंग यूनिट (Commercial mixing unit) खरीदी। फिर एक कंपनी रजिस्टर्ड करवाया जिसका नाम “केटी चाय मसाला” रखा गया। हालांकि अभी तो वह सारे कार्य घर से हीं कर रहे हैं लेकिन जैसे-जैसे व्यापार बढ़ेगा वैसे-वैसे कंपनी में भी उसका निर्माण होगा।
व्हाट्सऐप के जरिए शुरू किया कार्य
कोकिला बताती हैं कि वह सारा प्लान सितंबर महीने में हुआ और मसाले को तैयार अक्टूबर तक कर लिया गया। फिर तुषार और प्रीति ने व्हाट्सऐप ग्रुप के माध्यम से मसाले के बारे में लोगों को जानकारी दी। जो भी व्यक्ति पहले मसाले लिया करते थे उन्हें यह जानकारी दी गई कि अब कमर्शियल प्रोडक्शन का शुभारंभ हुआ है अगर आप चाहते हैं तो हमारे पास अपना आर्डर दे सकते हैं। इस पोस्ट के माध्यम से बहुत फायदा हुआ और उसका अच्छा रिजल्ट सामने आया। बिना किसी विज्ञापन या प्रमोशन के उस व्हाट्सऐप ग्रुप के माध्यम से 1 दिन में लगभग ढाई सौ से अधिक आर्डर आने लगे। उस ग्रुप में सिर्फ दोस्त और रिश्तेदार हीं शामिल थे।
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79 साल की उम्र में शुरू किया चाय मसाले का बिजनेस, रोज मिल रहे 800 ऑर्डर, वॉट्सऐप ग्रुप से की थी शुरुआत
मुंबई के सांताक्रूज वेस्ट में रहने वाली 79 साल की कोकिला पारेख गुजराती फैमिली से हैं,कोकिला सालों से चाय मसाला घर में तैयार करती रही हैं, लॉकडाउन में बेटे-बहू ने बिजनेस प्लान किया | mumbai woman kokila parekh starts own venture at 79 years
आधी उम्र पार करने के बाद भी जिस तरह कोकिला पारेख ने अपने मसाले का स्वाद हर किसी के जुबान पर ला दिया वह काबिले तारीफ है। उनके बहु-बेटे ने भी अपनी मां कर सपोर्ट कर यह सिद्ध किया कि ऐसे बहुत से परिवार हैं जहां मां की इज्जत है और उनके हुनर को निखारने में लोग तत्पर हैं। The Logically कोकिला पारेख के इस प्रयास की खूब सराहना करता है।
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