अक्सर लोगों से सुना है, सीखने की कोई उम्र या कोई सीमा नही होती। इसलिए हमें जीवन मे लगातार कुछ न कुछ सीखना चाहिए। हम जानते है कि, जब शिशु माँ के गर्भ में पलता है तभी से वह सीखना प्रारम्भ कर देता है। जीवन मे आगे बढ़ना है तो आपके मन मे अपने मंजिल के प्रति जज्बा भी होना चाहिए। ऐसे ही कामयाबी की कहानी है अब्दुल अलीम (Abdul Aleem) की, जिन्होंने Zoho कंपनी में एक सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते हुए उसी कंपनी में एक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर के पद को हासिल किया। इनकी कहानी आज सबके लिए प्रेरणा बनी हुई है।
क्या है पूरी कहानी?
अब्दुल अलीम (Abdul Aleem) ने अपनी 10वीं की पढ़ाई जब पूरी की थी। उस समय उसके घर की आर्थिक स्थिति सही नही थी जिसके कारण नौकरी के लिए इनको वर्ष 2013 में अपना घर छोड़ना पड़ा। उस समय इनके जेब मे मात्र 1000 रुपया था। काफी कठिनाइयों के बाद इनको एक कंपनी में सिक्योरिटी डेस्क पर नौकरी मिली। एक दिन इनके सीनियर कर्मचारी ने इनके आंखों में एक जुनून देखा और उस कर्मचारी ने आलीम से पूछा क्या तुम्हे कंप्यूटर की जानकारी है? इस पर आलीम ने बताया कि, हाँ मैने स्कूल में HTML के बारे में थोड़ा-बहुत पढ़ा है। फिर उस सीनियर कर्मचारी ने आलीम की पढ़ाई में पूरा सहयोग किया। आलीम में कुछ सीखने या कुछ करने के लिए जुनून थी फिर क्या 12 घंटा के शिफ्ट के बाद भी आलीम ने कोडिंग सीखना शुरू किया। 8 महीने तक कोडिंग सीखने के बाद आलीम ने उस सिनियर कर्मचारी की मदद से एक इंटरव्यू दिया, जिसमे वो पास हो गए। इस प्रकार उन्होंने उसी कंपनी में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर के पद को हासिल किया जिसमें कभी वो सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी किया करते थे।
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अब्दुल आलीम ने अपनी कहानी LinkedIn पर की शेयर
अब्दुल आलीम (Abdul Aleem)ने जब अपनी कामयाबी की कहानी LinkedIn पर शेयर की है। इनके कहानी पर हजारों लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी। अब तक इस पोस्ट को 2 लाख 91 हजार से अधिक रिएक्शन्स और 15 हजार से ज्यादा कमेंट्स मिल चुके हैं। सोशल मीडिया पर लोग अपनी प्रतिक्रिया में आलीम के जज्बे को सलाम कर रहे है और आज-कल लोगों के लिए प्रेरणा के पात्र भी बने हुए हैं।