“मंजिल उसी को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंख होने से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है।” अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिये पूरे लगन और मेहनत से कोशिश की जाये तो उसे हासिल करने से हमें विश्व की कोई ताकत नहीं रोक सकती। लक्ष्य की प्राप्ति बातें बनाने से नहीं होती है। उसे हासिल करने के लिये दिन-रात एक कर कठिन परिश्रम करना पड़ता है।
इरादे यदि बुलंद हो तो सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। इस बात को एक ऑटो ड्राइवर के बेटे ने सही साबित कर दिखाया है। एक समय ऐसा था जब इनके लिए फीस चुकाना भी मुश्किल था लेकिन आज उसने आर्मी ऑफिसर बनकर अपने पिता का नाम रोशन किया है।
आइये जानते है इस बेटे के बारे में…
अभिषेक सिंह (Abhishek Singh) छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के एक बहुत गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। इनका परिवार भिलाई के खुर्सीपार जोन-2 में रहता है। इनके पिता का नाम उमेश सिंह है। अभिषेक के पिता ऑटो चलाते थे। इसलिए अभिषेक के लिए स्कूल की फीस देना भी बहुत कठिन था। अभिषेक प्रतिदिन 5 किलोमीटर साइकिल चलाकर स्कूल जाते थे। अभिषेक को हमेशा से ही सेना में जाने का जुनून सवार था। उनके माता-पिता भी यही चाहते थे कि वह सेना में जाए और देश की सेवा करें। परंतु जब अभिषेक 5 वर्ष के थे, तब उनकी मां का स्वर्गवास हो गया। मां की ममता के अभाव में अभिषेक के पिता ने ही मां और बाप दोनों का फर्ज निभाया।
सेना में भर्ती के बाद भी ऑफिसर बनने का सपना नहीं भूले लेकिन मां नहीं देख पाई बेटे को ऑफिसर की वर्दी में
कुछ समय बाद अभिषेक की आर्मी में भर्ती हो गई। आर्मी में भर्ती होने के बाद भी अभिषेक सेना में ऑफिसर बनने के लिए लगातार मेहनत जारी रखें। अभिषेक और उनके माता-पिता का यह सपना अब पूरा हो गया है। लेकिन अपने बेटे को ऑफिसर के पोशाक में देखने के लिये उनकी मां उनके साथ नहीं हैं।
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अभिषेक के पिता ने बताया कि कुछ वर्ष पूर्व उन्होंने बतौर सिपाही भारतीय सेना में ज्वाइन किया था। इसके साथ ही वह ऑफिसर बनने के लिए मेहनत भी जारी रखे। हालांकि अभिषेक का सिलेक्शन पहली बार में नहीं हुआ था परंतु उन्होंने हार नहीं मानी और हमेशा प्रयास करते रहें। कड़ी मेहनत के पश्चात वर्ष 2017 में अभिषेक का चयन इंडियन मिलिट्री एकेडमी में हो गया।
शादी की सालगिरह वाले दिन ही भारतीय सेना के अंग बनें
अभिषेक की पत्नी मनीषा सिंह भी अपने पति के ऑफिसर बनने से काफी गौरवान्वित अनुभूति कर रही हैं। 12 दिसंबर का दिन उनके और उनके पति के लिए दूहरी खुशी का दिन लेकर आया। 12 दिसंबर के दिन ही अभिषेक की मैरिज एनिवर्सरी (Marriage Anniversary) है तथा उसी दिन वह बतौर ऑफिसर भारतीय सेना (Indian Army) में शामिल हुए। ऑफिसर बनने के बाद अभिषेक पठानकोट में अपनी सेवाएं देंगे।
The Logically अभिषेक सिंह (Abhishek Singh) को उनकी सफलता के लिये बहुत सारी शुभकामनाएं देता है।
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