आज के दौर में छोटे-से-छोटे बच्चों को भी बीमारियां जकड़ ले रही हैं। इसका एक सबसे बड़ा कारण सही खान-पान का ना होना है। क्योंकि आज हर चीज में मिलावट के कारण लोगों को अनेकों कठिनाईयों से गुजरना पड़ता है। ऐसे में जो लोग बाजार का खरीदा हुआ समान कम खाते हैं वह थोड़े ठीक हैं वरना हर कोई परेशान हैं। ऐसे में ये आवश्यक है कि आप भी बाजारों का सामान कम खाएं और स्वयं को स्वस्थ रखें।
हालांकि हमारा वश हर चीज पर तो नहीं चल सकता लेकिन हम स्वयं अपने खाने योग्य फल तथा सब्जियों को गार्डन में तैयार कर सकते हैं। ये हमारे द्वारा उगाया जाएगा जिस कारण ये शुद्ध होने के साथ ताजा भी होगा और हमें हष्ट-पुष्ट और तंदुरुस्त भी रखेगा।
इसी कड़ी में आज हम आपके लिए ये लेख लेकर आए हैं जिसमें आप उन कुछ सब्जियों के विषय में जानेंगे जिन्हें हर किचन में प्रतिदिन उपयोग किया जाता है। इन सब्जियों को आप आसानी से अपने घर पर उगा सकते हैं। इस विषय में जानकारी लेने के लिए आप हमारे साथ जुड़े रहें। साथ ही आप एक वीडियो भी देखेंगे जिसमें ये सारी जानकारी रहेगी कि आप आखिर किस तरह इसके बीज बोएं और इसकी हार्वेस्टिंग कितनी बार करें। -Prepare the plant from seed by adopting this process
- बुआई का पहला चरण मिट्टी को बनाएं बेहतर
ये सब्जियां हैं, गाजर , मूली, पालक, धनिया, मेथी, आदि। अगर आप अपने गार्डन में किसी भी सब्जी के बुआई के विषय में सोंच रहें हैं सबसे पहले मिट्टी को अच्छी तरह तैयार कर लें। आपके पास अगर नई मिट्टी है तो ठीक है वरना आप पुरानी मिट्टी को धूप में सुखाकर उसे भी तैयार कर सकते हैं। आप इसमें वर्मीकम्पोस्ट या भी गाय के गोबर से बना उर्वरक अवश्य डालें ताकि ये मिट्टी अधिक शक्तिशाली हो।
अब आपको इसमें बालू डालना होगा ताकि आपका मिट्टी लूज हो सके। अगर आप चाहते हैं कि आपकी सब्जियों का ग्रोथ अच्छी तरह हो तो आप इसमें पत्तियों से निर्मित उर्वरक को अवश्य डालें। इसमें आपका मिट्टी 70% और बाकी सारे फर्टिलाइजर 10% होने चाहिए। अब आप इन्हें अच्छी तरह गार्डेनिंग टूल्स या फावड़े की मदद से मिक्स कर लें। आप चाहें तो नॉर्मल मिट्टी में भी सब्जियों को उगा सकते हैं लेकिन ऐसा करना बेहतर होगा। -Prepare the plant from seed by adopting this process
- बुआई के समय रखें इन बातों का ध्यान
अब आप प्लास्टिक का गमला या कोई अन्य कंटेनर लें और इसमें छोटे होल कर लें। अब आप इसे समाचार पत्र या फिर छोटे स्टोन की मदद से ढक दें और फिर इसमें मिट्टी डालते हुए भर लें। अब इस मिट्टी में बीज लगाने के पूर्व आप इसकी सिंचाई कर लें ताकि 2 दिनों तक नमी बनी रहे। क्योंकि बीज की बुआई के तुरंत बाद सिंचाई नहीं किया जाता। मिट्टी में पानी डालने का एक फायदा ये भी है कि आपका मिट्टी जम जाता है जिस कारण बीज इधर-उधर नहीं हो पाता और वह अच्छा ग्रो भी करता है। -Prepare the plant from seed by adopting this process
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- ऐसे करें बीज की बुआई
अब आप अपने कंटेनर में बीज डालें। अगर आप धनिया (Coriander) का बीज डाल रहें तो ध्यान रहें इसका दाना दो भागों में टूटा हुआ होना चाहिए ना कि वह एक भाग में। अब आप इसे अपने कंटेनर में डाल दें। अगर आप पालक (Spinach) की बुआई कर रहे हैं तो अलग कंटेंनर में इसके बीज डाल दें। ऐसे ही पास में रखे हुए अन्य कंटेनरों में आप मेथी और गाजर के बीज भी डाल दें। अगला प्रोसेस आपको ये करना है कि इन सारे कंटेनरों में आपको बीज के ऊपर कोकोपीट या फिर जो मिट्टी आपने बनाई है उसे डालना है ताकि ये बीज पक्षियों से बचा हुआ रहे। आगे आपको इसकी सिंचाई करनी है फिर आप कुछ दिनों के लिए इसे छोड़ दें। -Prepare the plant from seed by adopting this process
7 दिनों बाद आप यह देखेंगे कि आपके द्वारा लगाए गए बीज कंटेनरों में अंकुरित होकर छोटे से पौधे का रूप ले चुकें हैं। आप पुनः किसी अन्य कंटेनर में टमाटर प्याज तथा सब्जियों के बीज को ऐसे ही लगाते हुए ऊपर दिए गए प्रोसेस को दोहराते हुए ऐसा करें और उन्हें कुछ दिनों के छोड़ दें तो ये भी आपको तैयार हुआ दिखाई देगा। -Prepare the plant from seed by adopting this process
वीडियो यहाँ देखें:-👇👇
- करें वर्मीकम्पोस्ट का छिड़काव
अब 15 दिनों के बाद जब आप उन बीजों को देखेंगे तो अच्छा ग्रोथ कर चुका रहेगा। ध्यान रहे अगर आप इन सब्जियों को सर्दियों के मौसम में उगाते हैं तो इसके लिए उसे धूप में रखें ताकि इसे उचित धूप मिले और ये अधिक ग्रोथ करे। अगर वही मौसम गर्मियों का है तो इन्हें अधिक धूप की आवश्यकता नहीं होगी वरना ये सुख भी सकते हैं। आगे आप इनमें 100 से 200 ग्राम वर्मीकम्पोस्ट को डालें ताकि ये जल्द बड़े हों और हेल्दी भी हों। -Prepare the plant from seed by adopting this process
- इस तरह करें हार्वेस्टिंग
अब आप इनका निरीक्षण करते रहें और थोड़ा ध्यान इन पर देते रहें। आप 40 दिनों के बाद ये देखेंगे कि आपका पौधा किस प्रकार बड़ा हो चुका है और अच्छा ग्रो भी कर चुका है। आप 45 दिनों के बाद अपने धनिया तथा पालक की हार्वेस्टिंग कर किचन में उसका उपयोग कर सकते हैं। अगर आपने पालक की अच्छी क्वालिटी के बीज बोए होंगे तो इसकी हार्वेस्टिंग 3 बार आसानी से किया जाता है। हार्वेस्टिंग के दौरान आपको ये ध्यान रखना है कि आपका पालक या धनिया का पता सावधानीपूर्वक कटे और जड़ ना कट जाए। क्योंकि ऐसा न होने के कारण ये सुख सकते हैं और आगे इसकी हार्वेस्टिंग नहीं हो सकती। -Prepare the plant from seed by adopting this process
- करें बीज का ट्रांसप्लांट
अब आपने जो टमाटर, प्याज, मूली या फूल गोभी और पत्तागोभी लगाई है उसका बीज भी ट्रांसप्लांट के लिए तैयार हो चुका होगा। तो आप इसे निकालकर अन्य कंटेनर में लगा लें। आप इन्हें ट्रांसप्लांट कर इसका ध्यान रखें जिससे ये भी कुछ ही दिनों में आपको फल देने लगेगा। आपको इन्हें ट्रांसप्लांट इसलिए करना है क्योंकि ये पौधे बड़े होते हैं जिस कारण ये कंटेनर में एडजस्ट नहीं कर पाएंगे और इन्हें फल देने में दिक्कत होगी। वहीं अगर आप इन्हें अलग-अलग कंटेनरों में लगा देते हैं तो ये अच्छी तरह विकसित होंगे और अधिक मात्रा में आप इनसे लाभ उठा सकते हैं। -Prepare the plant from seed by adopting this process
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हम ये आशा करते हैं कि हमारा ये वेजिटेबल ग्रोइंग का स्टोरी हमारे पाठकों को बेहद पसंद आएगा और वह भी इस प्रकिया द्वारा अपने हाथों से बीज की बुआई से लेकर उसकी हार्वेस्टिंग तक कार्य कर प्रसन्न होंगे। साथ ही वह इसके विषय में अन्य लोगों को भी बताएंगे ताकि वह भी इसे अपनाए और अपने परिवार को स्वस्थ्य रखें। –Prepare the plant from seed by adopting this process