21वीं सदी की महिलाएं अपने सपने पूरा करने के लिये दुर्गम रास्तों पर चलना भी सहर्ष स्वीकार करती है। सपना बड़ा है या छोटा यह मायने नहीं रखता, उसे हकीकत में बदलने के लिए वे किसी भी विपरित परिस्थितियों का सामना डटकर करती हैं।
यह कहानी भी एक ऐसी ही महिला की है जिसने अपने सपनों को पूरा करने के लिये किसी भी चुनौती के सामने घुटने नहीं टेके। उसने कश्मीर की पहली महिला बस ड्राईवर बनकर इतिहास रच दिया। आइये जानते हैं, उनकी प्रेरणा भरी कहानी के बारे में…
इस महिला का नाम है, पूजा देवी (Puja Devi) जो जम्मू कश्मीर (Jammu & Kashmir) की रहने वाली हैं। इन्होंने कश्मीर की पहली महिला बस ड्राइवर बनकर इतिहास रच दिया है। पूजा को बचपन से ही बड़ी गाड़ी चलाने का शौक था लेकिन इनका यह सफर सरल नहीं था। सभी प्रकार के संघर्षों का सामना करते हुए पूजा ने अपने मुकाम पर पहुंच कर ही दम लिया।
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पूरा हुआ बड़ी गाड़ी चलाने का शौक
पूजा ने जब 23 दिसंबर को कटवा (Katwa) रूट पर चलने वाली बस की स्टीयरिंग को संभाला तो सभी लोग देखकर आश्चर्यचकित रह गए। कुछ वर्ष पूर्व पूजा ने ड्राइविंग सीखने के लिए टैक्सी चलाई तथा बाद में उन्होंने ट्रक भी चलाया। वर्तमान में पूजा स्थानीय ट्रांसपोर्टर में बस चलाने का कार्य कर रही हैं। वह अधिक पढ़ी-लिखी नहीं हैं, इसलिए उन्हें लगता है कि वह जो कार्य कर रहीं हैं, उनके लिये बेस्ट है।
सपने को पूरा करने के लिये पति और परिवार से किया विद्रोह
पूजा के लिए यह सब करना बेहद कठिन था। वह अपने सपने को पूरा करने के लिए अपने परिवार और पति के इच्छा के विपरीत जा कर आगे बढी। पूजा कहती हैं कि वह पहली बार बस चला कर बेहद प्रसन्न है। इससे पहले टैक्सी और ट्रक चला चुकी हैं। उन्हें उम्मीद नहीं थी कि कोई उन पर अपना भरोसा जताएगा लेकिन आज अपने सपने को सच साबित कर वह बेहद खुश हैं। आगे पूजा कहती हैं, “अब मैं दूसरी महिलाओं को ड्राइविंग सिखाना चाहती हूं।”
The Logically पूजा देवी (Puja Devi) के साहस और सपने को पूरा करने के जुनून को नमन करता है तथा उनकी बेहद प्रशंसा भी करता है।
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