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देखभाल के बाद भी नहीं खिल रहें फूल, कहीं ये गलती तो नहीं कर रहें आप? जानिए गेंदे के पौधे को लगाने के चार तरीके

गेंदे के फूल कई कामों में उपयोगी होते हैं। पूजा में इस्तेमाल किए जाने के साथ इसके कुछ औषधीय गुण भी हैं। शरीर में कहीं मोच आने पर या जख्म में गेंदा के इस्तेमाल से काफी फायदे मिलते हैं। इसके अलावा, यह डायबिटीज, यूरिन इन्फेक्शन में भी कारगर है। इन्हीं कारणों से ज्यादातर घरों में लोग इस पौधे को लगाते हैं।
गेंदे के पौधे को आप तीन तरह से उगा सकते हैं। Marigold flowers plants

बीजों के जरिए
बाजार से पौधा खरीद कर
कटिंग के जरिए

इस तरीके को भी करिए ट्राई

ताजे फूल के बीजों से पौधा तैयार करना सबसे आसान है। अगर आपको घर में गेंदा का पौधा तैयार करना है, तो आप अच्छी किस्म के गेंदे के फूल को 2-3 दिनों तक धूप में सूखा लीजिए। इसके बाद, एक सेमी शेड वाले एरिया में गमला में या जूट के बैग पर मिट्टी तैयार कर लीजिए। इससे पौधा 8-10 दिनों में तैयार हो जाता है। Technique to grow marigold

 Marigold flowers plants

कटिंग से भी तैयार कर सकते हैं पौधा

कटिंग से गेंदे का पौधा तैयार करने के लिए, आप पौधे की 4 इंच ऊपर से कटिंग करें। ध्यान रखें कि आप मोटी शाखा को नहीं काट रहे हैं, इससे जड़ों का विकास नहीं होता है। शाखा को काटने के बाद, उसके निचले हिस्से (1.5 इंच) से सभी पत्तियों को हटा दीजिए।

फिर, एक चम्मच शहद और 2 चम्मच पानी का घोल बनाकर, इस शाखा को उसमें भिगो कर मिट्टी में लगा दीजिए। इससे 15-20 दिनों में पौधा तैयार हो जाएगा।

किस मौसम में लगाएं पौधा

गेंदे के पौधे को सभी मौसम में लगाए जा सकते हैं, लेकिन इसके लिए नवंबर से लेकर जनवरी तक का मौसम सबसे अच्छा है। क्योंकि, गेंदे का पौधा 15-30 डिग्री तापमान में तेजी से विकास करता है।

कौन-सा किस्म है बेहतर

गेंदे के पोमपोम किस्म का बीज आसानी से मिल जाता है और इसके फूल बड़े, सुंदर और कई दिनों तक रहने वाले होते हैं।

इन बातों का रखें ध्यान

इस पौधे में फूल आने में 2-3 महीने का वक्त लगता है और इसका जीवनकाल 6-8 महीने का होता है। लेकिन, इस दौरान आपको कई सावधानियां बरतनी है।

पौधे में फूल मुरझाते ही, इसे तोड़ दें। इससे पौधे में नई कलियाँ आएगी।

पानी हमेशा जड़ों के पास से दें। पौधे पर पानी कभी न दें, इससे फंगस लगता है।

मिट्टी में सिर्फ नमी बना कर रखें।

6-8 घंटे की धूप अनिवार्य रूप से लगने दें।

हर 15 दिन में दो मुठ्ठी गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट दें।

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