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ऑर्गेनिक तरीके से घर पर उगाएं रसीले और फलदार निम्बू: यह तरीका जानिए

वर्तमान में हर किसी की चाहत स्वयं द्वारा उगाएं गए फल और सब्जियों का सेवन करना हो गया है। ऐसे बहुत से पौधें भी हैं, जिन्हें हम आसानी से गमले में लगाकर बढ़ा सकते हैं। उन पौधों में एक है निम्बू का पौधा।

आज हम आपको बताएंगे कि आप किस तरह अपने घर पर गमले में निम्बू को उगा सकते हैं?

गमले को रखें ज्यादा बड़ा

अगर आपको गमले में नींबू को उगाना है, तो उसके लिए आपको 16 इंच के करीब सीमेंट या मिट्टी का गमला लेना पड़ेगा। आपका गमला जितना बड़ा होगा उससे निम्बू को अत्यधिक मात्रा में फायदा होगा।

Grow lemon plant at home

निम्बू के पौधे का चयन

नींबू में सबसे प्रसिद्ध कागजी नींबू होता है परंतु अगर आप गमले में नींबू उगाने वाले हैं, तो इसके लिए आपको ग्राफ्टिंग विधि से निर्मित की गई नींबू के पौधे का हो इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि जो नींबू ग्राफ्टिंग विधि से तैयार किया गया होगा, वह मात्र 1 साल में ही फल प्रदान करने लगेगा।

निम्बू की प्रजातियां

नींबू की अनेक प्रजातियां पाई जाती हैं। जैसे पाकिस्तानी निम्बू, चाइना नींबू एवं कुंभकाठ निम्बू आदि। देशी निम्बू, जिसे कागजी निम्बू कहते हैं। इसके पौधे से 5 वर्ष बाद फल प्राप्त होता है। वही बीज रहित निम्बू से 2 एवं ग्राफ्ट निम्बू से मात्र 1 साल में।

किस मौसम में लगाएं निम्बू?

अगर आप नींबू का पौधा लगा रहे हैं, तो इसके लिए ध्यान रखे कि मौसम अत्यधिक गर्म ना हो। निम्बू उगाने के लिए उत्तर भारत में जुलाई से सितंबर का महीना सही माना जाता है।

इस मौसम में मिलेगा फायदा

इसके अतिरिक्त अप्रैल से फरवरी के मौसम में भी नींबू को लगा सकते हैं। इसकी विकास के लिए आवश्यक है कि इसे प्रतिदिन 6 घंटे के करीब सुबह का धूप मिलें।

मिट्टी के साथ अन्य सामग्री

निम्बू रोपण के लिए मिट्टी का भी अत्यधिक ध्यान रखना चाहिए। इसके लिए लगभग 20% उर्वरक 15% बालू मिट्टी एवं 5% नीम खली उर्वरक के साथ 60% साधारण मिट्टी होना अनिवार्य है।

पूरी प्रक्रिया वीडियो में देखें –

सबको करें अच्छे से मिक्स

इन सबको अच्छी तरह से मिक्स करने के उपरांत इसे अपने गमले में रख ले और इसे खुले मौसम में छोड़ दें। जब इसमें अच्छी तरह से धूप और हवा प्रवेश कर जाए तो इसमें हम अब पौधों को लगा सकते हैं।

छांव वाला एरिया होगा फायदेमंद

जब पौधा लग जाता है, तो उसे नए गमले में लगाने के लिए नई मिट्टी के साथ में उर्वरक की आवश्यकता होती है। इसकी री-पोटिंग करने के उपरांत लगभग 2 से 3 दिनों के लिए छांव वाले एरिया में रख देना चाहिए।

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