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गांव से निकलकर नासा तक पहुंचे, पहली बार मे ही मिला था 55 लाख का पैकेज: गांव का नाम रौशन किये

अच्छी कम्पनी और विदेश में अच्छी सैलरी वाली नौकरी सभी करना चाहते हैं। देश के युवा भी मेहनत कर विदेश की अच्छी कम्पनियों में जाने की ख्वाहिश रखते हैं। विद्या का मंदिर छोटा हो या बड़ा वह सभी के एक समान होता है। उसी मंदीर में पढ़कर कोई इन्सान अच्छा बनता है तो कोई बुरा। लेकिन शिक्षा सबके लिये एक समान होती है। यह छात्र पर निर्भर करता है कि वह आगे चलकर कैसा इन्सान बनता है।

नैशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (National Aeronautics and Space Administration) जिसे संक्षेप में नासा (NASA) कहते हैं। यह संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की एक शाखा है जो अन्तरिक्ष अन्वेषण के सारे कार्यक्रम को संचालित करता है। यदि बात हो NASA में कार्य करने की तो यह अधिकतर युवाओं का सपना होता है। लेकिन नासा मे जाने की सभी की चाहत पूरी नहीं होती है। यदि मन में कुछ बड़ा करने का जज्बा हो तो सफलता मिल ही जाती है। नासा में कार्य करने के सपने को साकार किया है, सराकारी स्कूल से पढ़ने वाले एक किसान के बेटे ने।

Gurjeet Singh

आइये जानते हैं उस बेटे के बारें में जिसने नासा में जाकर अपने राज्य और परिवार का नाम रौशन किया है।

गुरजीत सिंह (Gurjeet Singh) सिसैया के निवासी है। उनका सपना था कि वे नासा में जाकर कार्य करे और इसी सपने को मन मे रखकर पढ़ाई भी की। गुरजीत सिंह के पिता का नाम सुरजीत सिंह है। वह एक किसान है। गुरजीत की माता का नाम गुरमीत कौर है। वह एक गृहिणी है। गुराजीत के दादाजी का नाम गुरदयाल सिंह है और वे एक स्वतंत्रता सेनानी है। गुरजीत की बड़ी बहन सुरेन्द्र कौर अलमोड़ा जिले के सरकारी स्कूल में प्रवक्ता है। छोटे भाई IIT रुड़की से MBA कर पुणे में अपना स्टार्टअप किए है।

गुरजीत सिंह ने वर्ष 2003 में नगर के राजकीय इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास किया। उसके बाद 2009 में उन्होंने गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से B.Tech किया। बीटेक करने के बाद गुरजीत ने IIT खड़कपुर (Kharagpur) से सॉयल एन्ड वाटर कन्जरवेशन इंजीनियरिंग से M.Tech किया। अपने सपने को पूरा करने नासा में जाने के लिये PHD करने में लग गये।

मेहनत हमेशा अपना रंग दिखाती है। गुरजीत की मेहनत भी अपना असर दिखाई। गुरजीत ने अपना शोध पूरा करने के बाद नासा में कार्य करने के लिये आवेदन किया। उनके आवेदन को नासा ने JPL में पोस्ट डॉकट्रल स्कॉलर में गुरजीत का चुनाव किया। बेहद खुशी की बात है कि गुरजीत का सपना पूरा हुआ। उन्होंने नासा में ज्वाइन भी कर लिया है। उनका चयन 55 लाख से अधिक के सालाना पैकेज पर हुआ है।

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गुरजीत ने बताया कि इसके पहले फरवरी माह में उनका चुनाव जर्मनी की एक कम्पनी में हुआ था। लेकिन वे वहां नहीं गये। सितारगंज ब्लॉक क्षेत्र में पहली बार किसी का चयन नासा में कार्य करने के हुआ है। इस बात से क्षेत्र के लोग काफी खुश हैं तथा गर्व की अनुभूति कर रहें हैं। गुरजीत के इस सफलता के लिये उनके पूरे परिवार में खुशी का माहौल है।

सिसैया निवासी विधायक सौरभ बहुगुणा ने गुरजीत के नासा में चयन होने पर उन्हें तथा उनके परिवार को ढ़ेर सारी शुभकामनाएं दिया है। उन्होंने कहा कि गुरजीत का NASA में चयन होना राज्य के बहुत गौरव की बात है। क्षेत्र के युवाओं को गुरजीत सिंह से प्रेरणा लेनी चाहिए।

The Logically गुरजीत सिंह और उनके परिवार की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता है। गुरजीत युवाओ के लिये एक प्रेरणादायक मिसाल बन गये हैं।

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