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इस IPS अफसर की पहल से पुलिस महकमा ऑनलाइन हो रहा है, अपॉइंटमेंट से लेकर FIR तक ऑनलाइन हो पाएंगे

कुछ लोगों में देश के लिए कुछ करने का जुनून ऐसा होता है कि वह उन्हें बाकियो से अलग बना देता है। उनके अंदर देश के लिए कुछ कर गुजरने की इच्छा होती है। आज हम एक ऐसे ही व्यक्ति की बात करेंगे जिन्होंने अपने कार्य से पुलिसिंग को न सिर्फ़ सर्वसुलभ बनाया है बल्कि उसे पारदर्शी व जवाबदेह भी बनाया है।

संतोष कुमार (Santosh Kumar)

संतोष कुमार नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनएसआईटी), दिल्ली विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग किए हैं। इंजीनियरिंग करने के बाद उन्होंने एक नौकरी की। उसके बाद वह भारतीय पुलिस सेवा में आये। उन्हें पहले ही बार में एसपी के पद पर शिवहर में पदस्थापित किया गए।

समस्तीपुर में शराबबन्दी के समय में किया अच्छा कार्य

एसपी बनने से पहले संतोष समस्तीपुर जिले के दलसिंहसराय में एसडीपीओ के पद पर कार्यरत थे। वर्ष 2016 में जनवरी से जून तक संतोष प्रशिक्षण के लिए दरभंगा में कार्य किए। समस्तीपुर में शराबबन्दी के समय में अच्छा कार्य करने के लिए इस अभियान के नोडल अधिकारी का भी कार्य देख रहे थे।

Santosh Kumar IPS

ऐप की हुई शुरूआत

संतोष कुमार ने जिस ऐप की पहल की, वह अब जम्मू और कश्मीर, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु सहित कुछ अन्य राज्य में भी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) को लोग और पुलिस को जोड़ने का काम कर रही है। जून 2020 में शिवहर पुलिस ने यह ऐप लॉंच किया। इससे यह लाभ है कि इसके जरिये लोग पुलिस अधीक्षक (एसपी) के साथ ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेने, उनके अपॉइंटमेंट को शेड्यूल करने या पुनर्निर्धारित करने, नियुक्तियों और अपने काम की स्थिति के बारे में एसएमएस अपडेट प्राप्त करने, एक्शन लेने की रिपोर्ट, पासपोर्ट आवेदनों की स्थिति की जांच करने की सुविधा देता है। इसके अलावा इस ऐप से ऑनलाइन चरित्र प्रमाण पत्र प्राप्त करने की भी सुविधा है। इसके साथ ही ऐप में पैनिक बटन भी है जो किसी भी स्थिति में जब जरूरत हो तो वह ऐप सीधे एसपी से जोड़ता है।

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संतोष ने पीएम नरेंद्र मोदी के सामने एक प्रेजेंटेशन दी

2014 में IPS अधिकारी संतोष ने इस ऐप के बारे में सोचा। कुछ ही दिन पहले संतोष ने डायरेक्टर जनरलों और इंस्पेक्टर जनरलों के 54वें अखिल भारतीय सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और शीर्ष पुलिस अधिकारियों के सामने एक प्रेजेंटेशन दी थी।

इस ऐप से बढ़ा लोगों का आत्मविश्वास

संतोष बताते हैं कि बिहार पुलिस को राष्ट्रीय स्तर पर इतना सम्मान मिलना, यह शिवहर पुलिस के लिए बहुत बड़ी बात है। उनकी यह पहल पारदर्शी, भ्रष्टाचार मुक्त तथा निष्पक्ष है। यह लोगों का आत्मविश्वास बढ़ा रहा है। संतोष कहते हैं कि वेबसाइट sheoharpolice.bihar.gov.in और Sheohar पुलिस ऐप पुलिस और लोगों की बात करने का एक आसान माध्यम बना हुआ है। साथ ही इसके एक बटन के क्लिक पर मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित होती है।

पीएम मोदी ने संतोष को पुलिस की छवि को सुधारने के बारे में कहा

संतोष बताते हैं कि जब वह सम्मेलन में गए तो पीएम मोदी ने सरकारी अधिकारियों, महिलाओं और बच्चों सहित समाज के सभी वर्गों के बीच उनसे कहा कि पुलिस की छवि को सुधारना बहुत जरूरी है और प्रोएक्टिव पुलिसिंग में प्रौद्योगिकी का उपयोग करने को प्रेरित किया था। एक सीनयर अफसर ने कहा, शिवहर पुलिस ने अच्छा प्रदर्शन किया है। वह कहते हैं कि लोगों का विश्वास जीतना पुलिसिंग के काम को आसान बनाता है।

The Logically संतोष कुमार के कार्य की तारीफ करता है। साथ ही उमीद करता है कि उनकी पहल से देश के कानून व्यवस्था में सुधार लाएगी।

बिहार के ग्रामीण परिवेश से निकलकर शहर की भागदौड़ के साथ तालमेल बनाने के साथ ही प्रियंका सकारात्मक पत्रकारिता में अपनी हाथ आजमा रही हैं। ह्यूमन स्टोरीज़, पर्यावरण, शिक्षा जैसे अनेकों मुद्दों पर लेख के माध्यम से प्रियंका अपने विचार प्रकट करती हैं !

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