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फूलों की खेती से फैला रहे सफलता की खुशबू, जोधपुर के किसानों ने कायम की है मिसाल

हमारा देश भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां हर चीज में विविधता के साथ कृषि में भी विविधता देखने को मिलती है। पारम्परिक खेती के अलावा, नई तकनीक, नई किस्म के फसलों, सब्जियों व फूलों आदि की खेती कर किसान अपने हुनर का परिचय देते हैं। किसान खेतों में काम करने के लिए हर तरह के नुस्खे अपनाते हैं। जिससे उन्हें अच्छी आमदनी होती है।

आज हम आपको एक ऐसे किसान की कहानी बताएंगे जो अपना परंपरागत खेती को छोड़कर फूल की खेती शुरू की और उससे वे लाखों रुपए कमा रहे हैं।

पानी की कमी के कारण शुरू की फूल की खेती

ये किसान जोधपुर जिले के डोली गांव के रहने वाले हैं। यहां पिछले है 5 सालों से भूमि के पानी का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। इन्हीं सब समस्याओं को देखकर यह किसान परंपरागत खेती करने के बारे में ना सोचकर इन्होंने फूलों की खेती करने के बारे में सोचा और आज यह किसान इस फूल की खेती से लाखों रुपए कमा रहे हैं। इस किसान का मानना है कि यहां के ज्यादातर किसान अनाज की खेती के करने के बारे में सोचते हैं। इस परंपरागत खेती करने के लिए काफी साधनों की जरूरत पड़ती है जो एक निर्धन किसान के लिए काफी कठिन होता है।

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मांग अधिक होने के कारण मुनाफा अधिक

इस फूलों की खेती करने के लिए ना तो ज्यादा जमीन की जरूरत होती है और नहीं इस खेती में ज्यादा लागत लगती है। इस खेती को करने के लिए आप थोड़े बहुत जमीन में और कम लागत में इस फूल की खेती को कर सकते हैं और इस फूल की खेती से काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। आजकल यहां फूलों की मांग काफी बढ़ती ही जा रही है। यहां लोग हर तरह तरह के फूल का इस्तेमाल करते हैं। यहां लोग अपने घर को सजाने में शादी विवाह में मंदिरों में तथा अन्य कार्यक्रम में इस्तेमाल करते हैं। फूलों के काफी किसमें होते हैं। और हर किस्म के फूल का दाम अलग अलग होता है। इस फूल के खेती करके एक गरीब किसान आज लाखों रुपए कमा रहे हैं।

उन गरीब किसानों के लिए जिनके पास खेती करने के लिए ना जमीन है और ना ही पैसे हैं। वैसे किसान को प्रेरणा है कि वह कम जमीन में और कम लागत में फूल की खेती करके अच्छे पैसे कमा सकते हैं।

Rajnikant Jha is a graduate lad from Bihar. He is looking forward to understand difficulties in rural part of India. Through Logically , he brings out positive stories of rural India and tries to gain attention of people towards 70% unnoticed population of country.

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