जिस इंसान के अंदर हौसला होता है वह अपने हौसले से सब कुछ हासिल कर सकता है। हमलोगों नें कई ऐसी घटना देखी होगी जिससे यह साबित होता है की कामयाबी केवल संसाधन से नहीं मिलती बल्कि उसके लिए हौसले भी बुलंद होना बहुत जरुरी है। आज हम बात करेंगे, ऐसी हीं एक लड़की हिमानी बुंदेला (Himani Bundela) की, जिसने अपने आंखो की रोशनी खोने के बाद भी अपने पढ़ाई को जारी रखी और अपनी मेहनत के बदौलत सफलता हासिल करते हुए अपनी कामयाबी की लकीर खींची। बता दें कि, वह केबीसी-13 सीजन की पहली करोड़पति बनी है। ―Himani Bundela became the first crorepati of KBC-13 season.
कौन है हिमानी बुंदेला?
हिमानी बुंदेला (Himani Bundela) मूल रुप से उतर प्रदेश (Uttar Pradesh) के आगरा (Agra) जिले की रहने वाली है। उनके पापा का नाम विजय सिंह और मां का नाम सरोज बुंदेला है। 15 साल की उम्र में एक हादसे के दौरान उनकी आंखो की रोशनी खत्म हो गयी थी इसके बावजूद भी वह कभी पढ़ाई से हार नहीं मानी। उनका बचपन से एक हीं सपना था कि अमिताभ बच्चन के शो KBC का खिताब हासिल करना। उन्होनें अपने मेहनत के बदौलत उसमे सफलता भी हासिल की।
क्या है KBC?
KBC का फुल फॉर्म कौन बनेगा करोड़पति हैं। यह सोनी टीवी पर प्रसारित होने वाला प्रतियोगिता शो है जिसका संचालन अभिनेता अमिताभ बच्चन करते हैं। इस शो में भाग लेने के लिए प्रतियोगी को सबसे पहले ऑनलाइन पंजीकरण करवाना होता हैं। इसके बाद KBC में पुछे गये सवाल का सही जवाब देने पर प्रतिभागी KBC विजेता होते हैं। ―Himani Bundela became the first crorepati of KBC-13 season.
दुर्घटना के दौरान बचपन में हीं हो गई दृष्टिहीन
बता दें कि, हिमानी बुंदेला (Himani Bundela) की 15 वर्ष की उम्र में ही एक हादसे के दौरान आंखों की रोशनी चली गई थी। इसके बाद भी उन्होनें इस कमजोरी को अपने सपनों के आड़े आने नहीं दिया। उन्होंने पढ़ाई जारी रखी। उनके पिता व बड़ी बहन ने उनका खासतौर पर साथ दिया। ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने बीएड किया। फिर केंद्रीय विद्यालय में उनका चयन हो गया। बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ व दिव्यांग बच्चों के लिए वह अवेयरनेस प्रोग्राम (Awareness Program) भी चलाती हैं। वैसे हिमानी पहले डॉक्टर बनना चाहती थीं, लेकिन एक्सीडेंट ने उनका सपना तोड़ दिया। इसके बावजूद भी उन्होनें अपने बचपन का kbc का सपना पुरा किया।
फिलहाल केंद्रीय विद्यालय में है गणित की शिक्षिका
हिमानी (Himani Bundela) शुरु से हीं Kbc में जाने को उत्सुक थी। वह रियलिटी शो की बहुत शौकीन थीं और उनमें भाग लेना चाहती थीं। बुंदेला ने 5 साल की उम्र में केबीसी (Kaun Benga Crorepati ) देखना शुरू किया था और तब से उन्होंने इस शो में शामिल होने सपना देखा था। एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद, उन्होंने 15 साल की उम्र में अपनी आंखों की रोशनी खो दी। हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और डॉ. शकुंतला विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई पूरी की। बता दें कि अक्सर वह अपने दोस्तों के साथ क्विज खेला करती थीं। केबीसी-13 की पहली करोड़पति बनने से पहले उन्होंने कई बार इस शो में भाग लेने के लिए आवेदन किया, लेकिन उनकी सेलेक्शन नहीं हो पा रही थीं। फिलहाल वह केंद्रीय विद्यालय, आगरा में बतौर गणित की शिक्षिका के रूप काम कर रही हैं। ―Himani Bundela became the first crorepati of KBC-13 season.
लोगों के लिए बनी है प्रेरणा
हिमानी बुंदेला (Himani Bundela) दृष्टिहीन होने के बावजूद भी अपने सपने के लिए बहुत हीं प्रयासरत थी। उन्होने KBC 13 का खिताब जीतकर लोगों के लिए प्रेरणा बनने का काम किया है। अब वह उत्तर प्रदेश समेत पूरे भारत में अपनी सफलता को लेकर चर्चा का विषय बनी हुई है।