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पिता दर्जी और मां दूसरों के घरों में करती हैं काम , बेटी ने प्रथम स्थान प्राप्त कर किया उन्हें गौरवान्वित !

इंसान यदि काबिल हो तो खुद को बाधाओं के भंवर से भी निकाल सकता है और सफलता की कहानी गढ सकता है ! इसी बात को झारखण्ड की रहने वाली एक लड़की नंदिता हरिपाल ने अपने कठिन परिश्रम से साबित किया है ! दर्जी पिता और दूसरों के घरों में काम करने वाली माता की बेटी नंदिता ने गरीबी को झेलते हुए 12वीं कक्षा के कला स्ट्रीम में पूरे राज्य भर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है ! आईए जानते हैं कि नंदिता ने कैसे समस्याओं के गहरे जाल को भेदकर सफलता का परचम लहराया…

नंदिता हरिपाल झारखण्ड के जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज की छात्रा हैं ! बचपन से हीं नंदिता को पढाई में खास रूचि है ! वह एक गरीब परिवार से आती हैं ! उनके पिता जमशेदपुर में हीं एक प्राइवेट बुटीक में दर्जी का काम करते हैं तो माता दूसरों के घरों में जाकर घरेलू काम-काज किया करती हैं ! गरीबी के कारण नंदिता को पढाई में आर्थिक बाधाएँ आईं लेकिन नंदिता ने उनसे जूझते हुए पढाई के प्रति अपनी संजीदगी कायम रखी और सफलता की पराकाष्ठा बनीं !

नंदिता हरिपाल 12वीं के कला स्ट्रीम में पूरे राज्य भर में प्रथम स्थान प्राप्त कर अपने माँ-बाप को गौरवान्वित किया है साथ हीं यह भी सिद्ध किया है कि काबिलियत परिस्थितियों से परे होती है जिसे निखारकर हम सफलता को पा सकते हैं ! जब उन्होंने खबर सुनी तो वह आश्चर्यचकित हो गई , उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वह राज्य भर में प्रथम स्थान प्राप्त करेंगी !

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इस तरह की तैयारी

अपनी परीक्षा तैयारी के बारे में बात करते हुए वह बताती हैं कि “मैं नियमित रूप से कक्षाओं में जाती थी , मैंने कभी भी कोई क्लास नहीं छोड़ा ! मैंने पढाई के लिए एक रूटीन बनाया जिसे मैं फॉलो करती रही ! मैंने एक कोचिंग भी ज्वाइन की तथा उसके साथ खुद से खूब मेहनत करी” !

Photo credit ANI

पत्रकार बनना चाहती हैं

नंदिता हरिपाल अब आगे की पढाई जारी रखते हुए पत्रकार बनना चाहती हैं ! समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए उन्होंने कहा “मैं एक पत्रकार बनना चाहती हूँ , मेरे माता-पिता हमेशा मेरी पढाई के समर्थक रहे हैं ! आगे की पत्रकारिता की पढाई के लिए हमारे पास पैसे नहीं हैं लेकिन पूर्व में कभी पढाई के लिए उन्होंने पैसे की बाधा नहीं आने दी” ! उनके पिता राजेश हरिपाल कहते हैं कि मैं अपनी बेटी की आगे की पढाई के लिए कोई कसर नहीं छोड़ूँगा , हर माता-पिता को अपने बच्चे की पढाई में सहयोग देना चाहिए , उन्हें समर्थन करना चाहिए ! आज मुझको अपनी बेटी पर खूब गर्व है !

Jamshedpur: Nandita Haripal, daughter of a domestic help and a tailor, has topped the arts stream of Jharkhand Academic Council Class 12 examinations. She says, “I was shocked when I heard the news. I didn’t expect that I would top the state exams. I want to become a journalist.” pic.twitter.com/HV942vJ2Ki

— ANI (@ANI) July 19, 2020

नंदिता हरिपाल ने जिस तरह विषम परिस्थितियों के होते हुए भी पढाई जारी रखी और बेहतरीन सफलता हासिल की वह उनलोगों के लिए बृहद प्रेरणा हैं जो अक्सर अपनी लाचारियों के कारण पढाई से दूरी बना लेते हैं ! Logically नंदिता हरिपाल को ढेर सारी बधाईयां देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता है !

Vinayak is a true sense of humanity. Hailing from Bihar , he did his education from government institution. He loves to work on community issues like education and environment. He looks 'Stories' as source of enlightened and energy. Through his positive writings , he is bringing stories of all super heroes who are changing society.

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