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स्कूल से ड्रॉपआउट होने के बाद की कॉल सेंटर में नौकरी, अब 34 साल में बन गए भारत के सबसे युवा अरबपति

हम अक्सर विद्यालय में कई छात्रों को उल्टी-सीधी हरकतें करते हुए देखते हैं। उसमें कुछ बच्चे जब भी विद्यालय आते हैं, तो वह केवल बाते करते हैं। दोस्तों के साथ मौज मस्ती करते है। इतना ही नहीं विद्यालय में उनकी उपस्थिति भी कम होती है। वह अपने साथ दूसरे बच्चों को भी परेशान करते हैं। कुछ ऐसा ही हाल निखिल कामथ का था, जो इन सारी कमियों के कारण बोर्ड की परीक्षा नहीं दे पाए फिर विद्यालय से ड्रॉपआउट हो गए। ताज्जुब की बात यह है कि पढ़ाई में इतनी लापरवाही के बावजूद भी निखिल आज सबसे कम उम्र में अरबपति बन गए हैं।

निखिल कामथ का परिचय

निखिल कामथ मात्र 34 वर्ष की उम्र में ही अपनी एक अलग मुकाम हासिल कर ली है। आज वह सबसे कम उम्र में अरबपति बन गए हैं। आज के समय में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है, जो उन्हें पहचानता नहीं है। वह ब्रोकरेज फर्म जेरोधा (Brokerage form Zerodha) के को- फाउंडर (Co-Founder) और CEO (सीईओ) हैं। आज के समय में देश की सबसे बड़ी ब्रोकरेज फर्म जेरोधा है। इस कंपनी की शुरुआत निखिल कामथ ने साल 2010 में की थी।

School dropout Nikhil Kamath becomes youngest billionaire through Zerodha app

निखिल कामथ की प्रेरणा भरी कहानी

आज के समय में जहां हर एक व्यक्ति निखिल कामथ को बखूबी जानते हैं, वही एक समय ऐसा भी था, जब निखिल कामथ को लोग कहते थे कि इसने कुछ नहीं होगा। निखिल कामथ ने मात्र 14 वर्ष की उम्र में ही बिजनेस करने को सोचा। शुरुआत में उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर पुराने फोन खरीदने और बेचने का कार्य शुरू किया। जब यह बात उनके घर वालों को पता चला तो उनकी मां ने सारे फोन को टॉयलेट में फ्लश कर दिया, जिसके बाद निखिल का यह बिजनेस बंद हो गया।

बीते कुछ दिनों में एक इंटरव्यू के दौरान निखिल कामथ ने बताया कि उन्हें स्कूल की ट्रेडिशनल पढ़ाई में मन नहीं लगता था। उन्होंने बताया कि मैंने भले ही 14 वर्ष की उम्र में पुराने फोन खरीदने और बेचने का कार्य शुरू किया मगर मेरा पहला बिजनेस यही था। उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें शतरंज खेलने में बेहद दिलचस्पी थी।

निखिल कामथ की जिंदगी पूरी तरह तब बदल गई, जब उन्हें स्कूल में कम उपस्थिति के कारण बोर्ड परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया गया दे था। परीक्षा में शामिल नहीं होने के कारण उन्होंने स्कूल ही छोड़ दिया। जिसके बाद उनके माता-पिता उन्हें देखकर परेशान थे क्योंकि स्कूल से ड्रॉपआउट होने के बाद निखिल को समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करें?

विद्यालय से ड्रॉप आउट होने के बाद निखिल ने एक कॉल सेंटर में मात्र ₹8000 महीने पर नौकरी करना शुरू किया। नौकरी शुरू करने के बाद उन्होंने अपनी नकली बर्थ सर्टिफिकेट का सहारा लिया, उस वक्त निखिल मात्र 17 वर्ष के थे। उन्होंने अपनी यह कहानी ह्यूमन ऑफ मुंबई के साथ शेयर किया है।

निखिल कामथ कॉल सेंटर में जॉब के दौरान शेयर बाज़ार की तरफ भी बढ़ने लगे फिर 18 साल की उम्र में उन्होंने शेयर बाज़ार में हाथ आजमाना शुरू किया। पहले तो उन्होंने कॉल सेंटर की मैनेजर समेत कर्मचारियों के पैसे शेयर बाजार में लगाए। उसके बाद उन्होंने अपने खुद के पैसे दिए। उनका नसीब भी साथ दिया और उन्हें शानदार रिटर्न भी मिला।

निखिल कामथ ने वर्ष 2010 में अपने बड़े भाई नितिन कामथ के साथ मिलकर Zerodha की शुरुआत की, जिसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वर्ष 2020 में फॉर्ब्स ने इन दोनों भाइयों को भारत के 100 सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में शामिल किया।
 

Zerodha के अलावा निखिल ने अपने बड़े भाई के साथ मिलकर मैनेजमेंट कंपनी True Beacon टीवी की शुरुआत की है। निखिल का कहना है कि कोरोना काल के कारण वर्ष 2020 शेयर बाज़ार के लिए उतना अच्छा नहीं रहा था लेकिन उनकी फॉर्म में इस दौरान भी करीब 20 लाख नए ग्राहक जोड़े हैं। अभी भी Zerodha के करीब 40 लाख रजिस्टर्ड यूजर्स हैं।

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