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इस महिला ने पति की मौत के बाद कर्ज में डूबी कम्पनी CCD को सफलता की बुलंदियों पर पहुंचाया: प्रेरणा

हर किसी की जिंदगी में एक वक्त ऐसा जरूर आता है जहां से वह अपने सफलता की ऊंचाई पर चढ़ने का मार्गदर्शन लेता है। कुछ लोग जिंदगी में आए विषमताओं से घबराकर जान दे देते हैं तो कुछ ऐसा करते हैं जिससे वह अन्य लोगों के लिए मिसाल बन जाते हैं।

यह उस क्त की बात है जब सीसीडी (CCD) सफलता की ऊंचाई पर चढ़ने के उपरांत नीचे की तरफ आया था। कोई नहीं जानता था कि इंटरव्यू के 3 वर्ष के उपरांत सीसीडी (CCD) नाम के बेहद प्रसिद्ध ब्रांड के मालिक जिनका नाम वीजी सिद्धार्थ है, वह आत्महत्या कर लेंगे। दरअसल सिद्धार्थ ने नदी में कूदकर अपनी जान दे दी थी जिसके बाद हर किसी को लगा कि अब यहीं पर सीसीडी (CCD) का सफर थम गया। परन्तु कुछ ऐसा हुआ जिसकी किसी को उम्मीद ना थी। -After the suicide of husband VG Siddhartha, his wife Malvika Hegde took the responsibility of the company CCD on herself.

आज के हमारे इस लेख में हम अपने पाठकों को यह जानकारी देंगे कि आखिर कैसे वीजी सिद्धार्थ 8000 करोड़ के मालिक बने और फिर उनके साथ ऐसा क्या हुआ कि वह सफलता की ऊंचाई पर पहुंचने के बाद नीचे गिरे तो उन्होंने आत्महत्या कर ली?? आज उनका व्यवसाय बंद हो चुका है या फिर सफलता की ऊंचाई पर है। -After the suicide of husband VG Siddhartha, his wife Malvika Hegde took responsibility, the responsibility of the company CCD

story of ccd brand malvika took over

कॉफी बगान के ऑनर के बेटे थे सिद्धार्थ

कर्नाटक (Karnataka) का चिकमंगलूर (Chilkmagalur) बेहद आकर्षक स्थान है यहां आपको हिल स्टेशन भी मिलेंगे। यहां के निवासी गंगैया हेगड़े कॉफी बागान की ऑनर हुआ करते थे। उन्हीं के बेटे थे वीजी सिद्धार्थ (V. G Siddhartha) जिनका जन्म कर्नाटक में सन् 1956 को हुआ। सिद्धार्थ ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा संपन्न की और फिर उसके उपरांत उन्होंने मंगलुरु यूनिवर्सिटी (Mangaluru Univercity) से इकोनॉमिक्स में मास्टर की डिग्री प्राप्त की। सिद्धार्थ चाहते थे कि वे एक बिजनेस प्रारंभ करें परंतु उनके पिता की ख्वाहिश थी कि उनका बेटा नौकरी करे। सिद्धार्थ के जिद्द करने के कारण उनके पिता ने उन्हें लगभग 7 था रूपये दिए ताकि वह बिजनेस प्रारम्भ कर सकें। सिद्धार्थ ने इस पैसे से एक प्लॉट खरीदा। -After the suicide of husband VG Siddhartha, his wife Malvika Hegde took responsibility, the responsibility of the company CCD

नौकरी में मन नही लगा तो लौटे घर

सिद्धार्थ ने 1983 में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज से जुड़ी कंपनियों में कार्य भी किया है। जब उनका मन यहां नहीं लगा तो उन्होंने इसे छोड़कर मुंबई (Mumbai) से बेंगलुरु (Bengalura) आने का निश्चय किया और बेंगलुरु आ गये। यहां उन्होंने सिवान सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी की को चलाना प्रारंभ किया इसमें उन्हें लाभ मिले, जिस कारण उन्होंने बहुत से कॉफी बागान खरीदें। वर्ष 1992 तक उन्होंने लगभग 3000 एकड़ में फैले हुए कॉफी बागान को खरीद लिया था। -After the suicide of husband VG Siddhartha, his wife Malvika Hegde took responsibility, the responsibility of the company CCD

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1992 में प्रारम्भ की कम्पनी

वर्ष 1992 में हर्षद मेहता स्टॉक घोटाला हमारे समक्ष आने से पूर्व सिद्धार्थ ने अपनी कुल राशि स्टॉक से निकाल ली थी। जब घोटाला सामने आया तो बहुत से कारोबारियों की हालत खराब थी। अब उन्होंने स्टॉक के पैसे से अपने कॉफी के व्यवसाय को बढ़ाने का निश्चय किया। उन्होंने “कॉफी डे ग्लोबल लिमिटेड” (Coffe Day Global Limited) नाम से कम्पनी का श्री गणेश किया। वह चाहते थे कि अपने विरासत में मिली कॉफी के व्यवसाय को बड़ा ब्रांड बनाए। -After the suicide of husband VG Siddhartha, his wife Malvika Hegde took responsibility, the responsibility of the company CCD

डेढ़ करोड़ रुपए किया निवेश

वह इसमें काफी दिलचस्पी ले रहे थे और उनके पास कॉफी का अधिक उत्पादन भी था। वर्ष 1996 में 11 जुलाई को उन्होंने बेंगलुरु के ब्रिगेड रोड पर सीसीडी ( CAFE Coffe Day) का पहला सेंटर का शुभारंभ किया। इसे प्रारंभ करने के लिए उन्होंने लगभग 1.50 करोड़ रुपए जुटाए। शुरुआत में ग्राहकों को 1 कप कॉफी 25 रुपए में मिलती थी। सिद्धार्थ इंडियन लोगों को कॉफी का स्वाद चखाने एवं चस्का लगाने में कामयाब रहें। -After the suicide of husband VG Siddhartha, his wife Malvika Hegde took responsibility, the responsibility of the company CCD

कॉफी के अतिरिक्त किया और भी व्यवसाय

वर्ष 2000 में उनकी कंपनी कॉफी डे इंटरनेशनल लेवल काफी लाभ मिला। वर्ष 2015 में उन्होंने निश्चय किया कि वह शेयर मार्केट में आए। वह बॉम्बे स्टॉक मार्केट में आए और उन्होंने इसकी शुरुआती कीमत 328 रुपए रखा, परंतु लोगों ने 207 रुपए तक कंपनी के शेयर की कीमत निश्चित की। इस तरह सिद्धार्थ को बहुत हानि हुआ। इसके अतिरिक्त उन्होंने रियल एस्टेट, लॉजिस्टिक्स आईटी के क्षेत्र में भी अपना लक आजमाया और उन्हें इस क्षेत्र भी हानि हुआ। -After the suicide of husband VG Siddhartha, his wife Malvika Hegde took responsibility, the responsibility of the company CCD

सुसाइड करने की वजह

वर्ष 2017 आते हीं उनकी समस्याएं काफी बढ़ गई और उनपर आरोप लगा। इनकम डिपार्टमेंट ने उनपर 700 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी के आरोप में निरीक्षण प्रारम्भ की। इसके अतिरिक्त शेयर मार्केट में भी उन्हें अधिक लाभ नहीं मिल पा रहा था। अन्य प्रकार के बिजनेस को प्रारंभ करने के लिए उन्होंने करोड़ों रुपए कर्ज के तौर पर ली थी। वर्ष 2019 में उनकी कंपनी 6550 करोड़ रुपए ऋण चुकाने के लिए उन्होंने माइंडद्री नाम की आईटी कंपनी के 20% ने बेच दी। इस राशि से उन्होंने लगभग 3200 करोड़ कर्ज की राशि को चुकाई। इसके अतिरिक्त भी उनके पास 3300 करोड़ रुपए कर्ज के तौर पर थे। इन्हीं समस्याओं के कारण उन्होंने वर्ष 2019 में नेत्रावती नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। -After the suicide of husband VG Siddhartha, his wife Malvika Hegde took responsibility, the responsibility of the company CCD

अब पत्नी ने लिया अपने ऊपर जिम्मेदारी

जब सिद्धार्थ की मृत्यु हो गई उसके उपरांत उनकी पत्नी मालविका हंगड़े (Malvika Hegde) के सामने यह सारी समस्याएं आई। उन्होंने स्वयं एवं कंपनी को भी संभालने का निश्चय किया और इसके लिए हिम्मत जुटाई। वर्ष 2020 के 30 दिसंबर को उन्हें कंपनी का सीईओ बनाया गया उन्होंने यह ठान लिया था कि वह आप के कम्पनी के शान को फिर से लाऊंगी। वर्ष 2019 में उनकी कम्पनी के ऊपर 6500 करोड़ रुपए कर्ज के तौर पे था। हलांकि कुछ कर्ज को सिद्धार्थ खत्म कर चुके थे अब आगे कार्य और जिम्मेदारी का दारोमदार मालविका के उपर था। -After the suicide of husband VG Siddhartha, his wife Malvika Hegde took responsibility, the responsibility of the company CCD

हैं सीएम की बेटी

अब मालविका मीडिया के नज़रों में आई और मीडिया के कार्यों को लेकर हमेशा टकटकी लगाए हुए थी। मालविका के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं कि वो कर्नाटक के सीएम रह चुके एसएम कृष्णा की बेटी हैं। वही उनकी मां समाजिक कार्यकर्ता हैं। मालविका का जन्म 1969 में में हुआ और उन्होंने बेंगलुरु यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की। वही मालविका की शादी वर्ष 1991 में सिद्धार्थ से हुई। -After the suicide of husband VG Siddhartha, his wife Malvika Hegde took responsibility, the responsibility of the company CCD

कम्पनी का सुधारा शेयर एवं चुकाया कर्ज भी

किसी भी कंपनी के प्रोसेस में सबसे बड़ी बाधा कर्ज को माना जाता है। अपने पति को खोने के बाद मालविका के सामने अपने कंपनी को कायम रखने का जुनून सवार था परंतु यह सब आसान नहीं था। मालविका ने अपने मेहनत के बदौलत कंपनी के कर्ज को चुका है और सिर्फ 2000 करोड़ ही कर्ज बाकी रह गया है। अब उनकी कंपनी के शेयर में लगभग 50% लाख भी दर्ज हुआ है और अब इस कंपनी को लोग रिवाइवल के तौर पर देख रहे हैं। -After the suicide of husband VG Siddhartha, his wife Malvika Hegde took responsibility, the responsibility of the company CCD

इन्वेस्टर्स को दिलाया भरोसा

जानकारी के अनुसार लोगों का यह कहना है कि कोरोना महामारी ने कर्ज चुकाने में मालविका की एवं महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। दरअसल इस महामारी में सीसीडी बहुत सी कंपनियों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने में सफल हुई है। मालविका के नेतृत्व में सीसीडी ने इन्वेस्टर्स का दिल जीता है और उन्हें भरोसा दिलाया है। इसका रिजल्ट यह सामने आया है कि एक बार पुनः इस कंपनी में इन्वेस्ट हो रहा है। हमें उम्मीद है कि मालविका के नेतृत्व में एक बार फिर कम्पनी सफलता को हासिल करने में कामयाब होगी। -After the suicide of husband VG Siddhartha, his wife Malvika Hegde took responsibility, the responsibility of the company CCD

मालविका उन सभी महिलाओं के लिए रोल मॉडल है जो कठिनाइयों में स्वयं को सम्भालती हैं और इस कदर मेहनत करती हैं कि सफलता उनके कदमो को चूमने लगती हैं। -After the suicide of husband VG Siddhartha, his wife Malvika Hegde took responsibility, the responsibility of the company CCD

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