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युवक ने खोजी ऐसी तकनीक जिससे पेट्रोल का खर्च हुआ आधा, 1 लीटर में 120 किमी तक चलेगी बाइक

यह हम सब जानते हैं कि आमतौर पर एक बाइक 40 से 50 किलोमीटर प्रति लीटर माइलेज देती है, परंतु क्या यह दोगुना माइलेज दे सकती है?

कौशाम्बी (Kaushambi) के विवेक कुमार पटेल (Vivek Kumar Patel) ने केवल फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम में बदलाव कर गाड़ी का माइलेज दोगुना कर दिया है। इससे पेट्रोल पर होने वाला खर्च भी कम होने का अनुमान लगाया जा सकता है।

दो दशक से कर रहे थे माइलेज बढ़ाने का काम

कौशांबी के पिपरी पहाड़पुर के रहने वाले तकनीशियन विवेक कुमार पटेल (Vivek Kumar Patel) ने अपने इस जुगाड़ को ‘कार्बोरेटर जेट’ (Carburetor Jet) का नाम दिया है। 12वीं पास करने के बाद विवेक घरों में शटरिंग का काम करने लगे थे। इस दौरान वह हमेशा कुछ नया करने का सोचते थे। विवेक पिछले दो दशक से इस कोशिश में जुटे थे कि दो पहिया वाहनों में माइलेज कैसे बढ़ाया जाए? शुरूआत में सफलता नहीं मिली लेकिन कोशिश करते रहने पर उन्होंने कामयाबी हासिल कर लिया।

This youth invents new technique that will lower the use of petrol

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हो चुके हैं सम्मानित

इससे पहले विवेक को साल 2016 में भी माइलेज बढ़ाने में सफलता मिली थी लेकिन वह बहुत छोटी थी। इसके लिए उन्हें 23 अक्टूबर 2018 को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा 25 हजार रुपये का नवोन्मेषक पुरस्कार दिया गया था। इसे विवेक के हौसले बढ़ गए और वह जी जान से इस कार्य में जुट गए। विवेक फ्यूल इंजेक्शन तकनीक पर आधारित ‘कार्बोरेटर जेट’ ईजाद किया। जिसकी मदद से दोपहिया वाहन का माइलेज दोगुना हो गया।

विशेषज्ञ से मंजूरी मिलने का है इंतज़ार

विवेक कहते हैं कि अब तक वह करीब 500 दोपहिया वाहनों में अपना बनाया कार्बोरेटर जेट फिट कर चुके हैं। जेट लगवाने वाले कई चालकों ने बताया की इसे कोई दिक्कत नहीं हुई, परंतु इसका असर इंजन पर पड़ सकता है। ऐसे में अब विवेक कुमार पटेल (Vivek Kumar Patel) को इंतजार है कि ऑटोमोबाइल विशेषज्ञ इसे मंजूरी दे देते ताकि यह आशंका भी दूर हो जाती।

इस तरह लगाया जुगाड़

आमतौर पर दोपहिया वाहनों में फ्यूल इंजेक्शन तकनीक से इंजन में पेट्रोल जाता है और वाष्पीकृत होकर इंजन को चलाता है। विवेक बताते हैं कि इनमें जो कार्बोरेटर जेट लगे होते हैं, उसके निचले हिस्से में दो एमएम का छेद होता है जिससे आधा पेट्रोल बर्बाद हो जाता है। विवेक इस छेद को बंद कर ऊपर आधे से एक एमएम के दो छेद कर दिये। इससे पेट्रोल का इस्तेमाल होता है और माइलेज बढ़ जाता है।

बिहार के ग्रामीण परिवेश से निकलकर शहर की भागदौड़ के साथ तालमेल बनाने के साथ ही प्रियंका सकारात्मक पत्रकारिता में अपनी हाथ आजमा रही हैं। ह्यूमन स्टोरीज़, पर्यावरण, शिक्षा जैसे अनेकों मुद्दों पर लेख के माध्यम से प्रियंका अपने विचार प्रकट करती हैं !

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