लकड़ी का इस्तेमाल तो हर घर में होता है। पहले लोग लकड़ी का इस्तेमाल अक्सर खाना बनाने के लिए करते थे, लेकिन समय के साथ टेक्नोलॉजी काफी विकसित होती गई और लोग खाना बनाने के लिए ईंधन के रूप में गैस का इस्तेमाल करने लगे। हालांकि ग्रामीण परिवेश में आज भी लकड़ी का इस्तेमाल कई घरों में होता है।
लकड़ी से बनी चीज हमारे घर में होते हैं जैसे कि अलमारी, सोफा आदि। इसके अलावा जब घर में पार्टी होती है तो यह बारबेक्यू के लिए कैंपिंग के दौरान लकड़ी को जलाया जाता है। साथ ही भारत में कुछ ऐसा त्योहार भी है, जिसमें लकड़ी जलाने की बहुत पुरानी मान्यता है। – There are many such properties found in wood ash which can be very beneficial for your garden.
- लकड़ी की राख गार्डन के लिए होती है बेहद लाभदायक
लकड़ी जलते हुए तो आप कई बार देखे होंगे लेकिन क्या कभी आपने इस बात पर गौर किया है कि लकड़ी जलने के बाद हम उसकी राख को वहीं छोड़ देते हैं जो आपके गार्डन के लिए बहुत उपयोगी है। अगर आप भी लकङी के राख को छोड़ देते हैं तो आपको बता दें कि आप लकड़ी का पूरा इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। जानकारों के अनुसार लकड़ी की राख भी लकड़ी की ही तरह बेहद लाभकारी होती है। इसमें कैल्शियम कार्बोनेट, पोटेशियम और 4r4ए, मैंगनीज और जस्ता जैसे उपयोगी तत्व पाए जाते हैं। लकड़ी जलाने के बाद उसकी राख को आप अपने गार्डन एरिया में इस्तेमाल कर सकते हैं।
- इस तरह करें लकड़ी की राख का इस्तेमाल
आज हम आपको बताएंगे कि लकड़ी की राख का इस्तेमाल आप अपने गार्डन में कैसे कर सकते हैं। लकड़ी की राख का इस्तेमाल करने का सबसे अच्छा तारीका यह है कि इसे बगीचे की क्यारियों पर फैला दीजिए, लेकिन ऐसा करते समय इस बात का खास खयाल रखें कि इसका इस्तेमाल आवश्यकता से अधिक ना हो क्योंकि लकड़ी की राख पीएच स्तर को बढ़ाने में मदद करती है। ऐसे में आप लकड़ी की राख का इस्तेमाल सर्दियों में थोड़ी अधिक मात्रा में कर सकते हैं, लेकिन अन्य मौसम में उसका इस्तेमाल एक सीमित मात्रा में ही करें।
गार्डेन में डालने के आलावा आप लकड़ी के राख का इस्तेमाल खाद बनाने के लिए भी कर सकते हैं। राख में माइक्रो- न्यूट्रिएंट्स, कुछ मात्रा में पोटेशियम और फास्फोरस भी पाया जाता है, जो पौधों के लिए बहुत अच्छा होता है। साथ ही यह कंपोस्ट में सुधार करने में मदद करता है। हालांकि मिट्टी के पीएच को बदलने की क्षमता के कारण इसका अधिक उपयोग ना करें। जब आप खाद जमा कर रहे हों, तो हर 6 इंच की परत के बाद कुछ राख जरुर छिड़कें। अगर आपकी खाद फलों के छिलके और अन्य अम्लीय कचरे से भरपूर है, तो आप राख की मात्रा को बढ़ा भी सकते हैं। – There are many such properties found in wood ash which can be very beneficial for your garden.
- पीएच लेवल 6 से नीचे होने पर करें लकड़ी के राख का इस्तेमाल
लकड़ी की राख का इस्तेमाल गार्डन में करने के कई लाभ हैं, जैसे कि यह राख स्लग और घोंघे जैसे कीटों को भगाने के लिए किया जा सकता है। आप अपने बगीचे में जहां स्लग और घोंघे को दूर करना चाहते हैं, वहां पर लकड़ी की राख की एक परत बिछा दें। राख की मोटी परत ना रखें क्योंकि इससे मिट्टी का पीएच स्तर और सॉल्ट की मात्रा बढ़ जाती है। अगर आपके गार्डन की मिट्टी एसिडिक है और उसका पीएच लेवल 6 से नीचे है तो आप लकड़ी की राख को वहां पर जरुर लगाएं।
ज्यादातर पौधे 6 से 7 के आसपास का पीएच स्तर में अनुकूल रहते हैं। हालांकि आगर आपकी मिट्टी पहले से ही न्यूट्रल है तो उसमें लकड़ी की राख का प्रयोग ना करें। जबकि टमाटर, ब्रोकोली, गोभी, शतावरी, चुकंदर और कई जड़ वाली सब्जियां जैसी सब्जियां 6 – 7.6 के आसपास पीएच स्तर की मिट्टी को पसंद करते हैं इसलिए वहां पर लकड़ी की राख को इस्तेमाल जरुर करें।
लकड़ी के राख का इस्तमाल करते समय इन बातो का ख़ास खयाल रखें–
• बता दें कि राख में क्षारीयता अधिक होती है इसलिए जब भी उसका इस्तेमाल करें अपने आंख ढंकें और अपने हाथों पर दस्ताने जरुर पहनें। इसके आलावा अगर राख बहुत महीन है और आप इसे काफी हद तक फैला रहे हैं तो भी डस्ट मास्क जरुर पहनें।
• अमोनियम सल्फेट, यूरिया और अमोनियम नाइट्रेट जैसे नाइट्रोजन उर्वरकों के साथ लकड़ी की राख को ना मिलाएं क्योंकि लकड़ी की राख उच्च पीएच स्तर के पदार्थ के संपर्क में आने पर उर्वरक अमोनिया गैस का उत्सर्जन करते हैं।
• बारिश के मौसम में लकड़ी की राख न लगाएं क्योंकि इस दौरान इसका आवश्यक तत्व पोटैशियम जो घुलनशील रूप में उपलब्ध है, वह नष्ट हो जाएगा।
• लकड़ी की राख को गुलाब, रोडोडेंड्रोन और आलू पर उपयोग ना करें।
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