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एक ईमानदार युवती ने पेश किया ईमानदारी का मिशाल, नोटों से भरे बैग को मालिक तक पहुंचाई

भारत के एक महान संत स्वामी रामतीर्थ ने कहा था-
यदि तुम्हारा हृदय ईमान से भरा है तो एक शत्रु क्या, सारा संसार आपके सम्मुख हथियार डाल देगा. –
इस कथन की याद आने की वजह एक अत्यंत ईमानदार युवती है।इस युवती का नाम रीता है।इसने अपनी ईमानदार व्यक्तित्व का परिचय अपने कर्मों से दिया है।आइए जानते हैं कि उन्होंने ऐसा क्या किया है।

मध्यप्रदेश की सफर पर रीता

अपने किसी काम से रीता(Rita)मध्यप्रदेश की एक बस पर यात्रा कर रही थी कि अचानक उन्हें एक बैग मिला।इस बैग को जब उन्होंने खोला तो उनकी आँखें खुली की खुली रह गई।जी हां दरअसल यह बैग नोटों से भरा हुआ था।शायद रीता की जगह पर कोई और होता तो उसके मन मे लालच आ जाता लेकिन ये तो रीता थी।इनका अंदाज़ ही चरम ईमानदारी का था।

 honest girl Rita

पुलिस को सूचित किया

एक ईमानदार व्यक्तित्व के साथ-साथ इन्होंने एक सच्चे नागरिक का फर्ज भी निभाया और इस बैग को सीधा साईंखेड़ा थाना के पुलिस को सौंप दिया।रीता की इस पहल पर काम करते हुए पुलिस ने अपनी जांच की तो यह बैग किसी किसान का निकला।

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किसान का था बैग

अब आप सोच सकते हैं कि एक मेहनत किसान की कमाई के क्या मायने होते हैं।उसे ये रुपये कितनी मेहनत और ख़ून-पसीना बहाने के एवज में प्राप्त होता है।जी हाँ पुलिस ने अपनी जांच में यह पाया कि यह बैग बिरुल बाज़ार के रहने वाले किसान राजा रमेश साहू का था।

इस तरह छूट गई थी बैग

दरअसल रमेश साहू अपनी गोभी की फसल को बेचने के बाद ये भोपाल लौट रहे थे।भोपाल लौटने के दौरान जिस बैग में उन्होंने इस पैसे को रखा था वो बैग बस में ही छूट गया।यही बैग रीता को मिला और उसने पुलिस को सौंप दिया और पुलिस ने रमेश साहू को उनका पैसों का बैग सौंप दिया।इस प्रकार से एक किसान की मेहनत की जमा पूंजी बच गई।

पहले भी वापस किए थे किसी और के पैसे उधर रीता के विषय मे हमें यह बात पता चली कि यह कोई पहली बार नही है जब रीता ने इस ईमानदारी का परिचय दिया है बल्कि इससे पहले भी रीता के बैंक एकाउंट में गलती से 42 हज़ार रुपये आ गए थे लेकिन रीता ने उन पैसों को भी उसके वास्तविक व्यक्ति को पहुंचा दिया।रीता द्वारा लगातार किए जा रहे ऐसे कार्यों को देखते हुए उसे और उसके परिवार को सम्मानित करने की योजना प्रशासन बना रहा है।

The Logically,रीता के इस जज्बे को सलाम करता है और इस बात कि उम्मीद करता है कि वह अपने इस ज़ज़्बे को हर हाल में बनाए रखे और समाज को ऐसे ही प्रेरित करती रहें।उनके आने वाली भविष्य के लिए उन्हें ढेरों शुभकामनाएं।

संध्या इतिहास से पोस्ट ग्रेजुएट हैं और लेखनी में काफी सक्रिय हैं। अभी तक संध्या अनेकों प्रतिष्टित मीडिया चैनलों के साथ काम कर चुकी हैं, समाजिक मुद्दों पर अपनी मजबूत पकड़ रखने के कारण अब वह The Logically के साथ सकारात्मक खबरों को लिख रही हैं।

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