Wednesday, December 13, 2023

68 वर्षीय इस महिला ने पूरे गांव को बनाया आत्मनिर्भर, अपनी खेती और कमाई से लोगों को कर रहे प्रेरित

वो कहते हैं ना कि अगर एक सफल इंसान बनना है तो किसी भी काम को लगन और मेहनत के साथ करना चाहिए। उससे अंततः सफलता जरूर हासिल होती है। आजकल महिलाएं भी पुरुषों से किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं। महिलाएं भी खेतों में काम करके और अपनी नए-नए तकनीकों को उपयोग करके खेतों से अच्छा मुनाफा कमा रही हैं। आज हम एक ऐसे महिला के बारे में बताएंगे जिन्होंने अपनी उम्र की सीमा को ना देख कर लगातार अपने खेतों में परिश्रम करके मशरुम की खेती कर रही हैं। आज वह महिला उस मशरुम की खेती से लाखों रुपए की कमाई कर रही हैं।

निक्को देवी (Nikko Devi) हरियाणा (Haryana) के पानीपत (Panipat) के ऊझा (Oojha) गांव की रहने वाली हैं। इनकी उम्र 68 साल है। वे बताती है कि मैं 1 दिन अपने पशु के लिए चारा लेने जब बाहर गई तब हमें देखा कि रास्ते में कृषि विज्ञान केंद्र के बाहर काफी लोग बैठे हुए हैं। लोगों को बैठे देखकर हम भी वहां जा पहुंचे और उन लोगों से पूछा कि इतने सारे लोग बैठ कर यहां क्या कर रहे हैं। तो उन सभी लोगों में से एक व्यक्ति ने हमें वहां पर होने वाले चर्चाओं के विषय में बताया। उन्होंने बताया कि यहां पर मशरुम की खेती करने के बारे में बताया जा रहा है और लोगों को मशरुम के बारे में प्रशिक्षण दी जा रही है। यह सुनकर निक्को देवी के मन में विचार आने लगा और वह सोचने लगीं कि हम भी मशरुम की खेती के बारे में जानेंगे व मशरुम की खेती करेंगे। इसके बाद उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र के इंचार्ज डॉ राजवीर गर्ग और डॉक्टर सतपाल से जाकर मिली। इन्होंने मशरुम की खेती के बारे में जानने की अपनी इच्छा प्रकट की। निक्को देवी की यह बात सुनकर कृषि विज्ञान केंद्र के इंचार्ज को काफी आश्चर्य हुआ। उसके बाद उन्होंने निक्की देवी को मशरुम की खेती के प्रशिक्षण सीखने के लिए कुछ दिन का वक्त दे दिया।

Nikko Devi Mushroom Farming

निक्को देवी (Nikko Devi) मशरुम की खेती (Mushroom Farming) के बारे में अच्छे से जब जान लीं तब इन्होंने अपने खेतों में मशरुम की खेती करने की शुरुआत कर दी। परंतु यह बताती है कि जब हमने अपने खेतों में मशरुम की खेती करने की शुरुआत की थी तो गांव के सभी लोग और मेरे घर के लोग भी काफी मजाक उड़ाते थे। सभी लोग हमें यह कहकर मजाक उड़ाते थे कि यह अनपढ़ गंवार मशरुम की खेती कैसे करेगी। लोग हमारे बारे में काफी भला बुरा बोलने लगे थे। परंतु हम उन लोगों को बातों को अनसुना करके अपने कामों में लगे रहे और परिश्रम करते रहे।

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निक्को (Nikko Devi) बताती है कि हमने अपने खेतों में शुरुआती दौर में लगभग 100 बैग खरीद कर मशरुम की खेती करनी शुरू कर दी। उन एक बैग से लगभग तीन किलो मशरुम का उत्पादन किया जा सकता है। इसे पता चलता है कि अगर 100 बैग से मशरुम की खेती की शुरुआत की है। तो उसे लगभग 300 किलो मशरुम उत्पादन होंगे। और इसमें हमें 3 हजार का मशरुम बिक गया। हमारी यह मेहनत को देखकर के यहां के आसपास के रहने वाले महिलाओं ने भी मशरुम की खेती करनी शुरू कर दी। वह बताती है कि आज यहां सब अपने एक कमरे में लगभग 10/12 के रुम में लगभग 200 बैग तैयार करते हैं।

इस मशरुम की खेती (Mushroom Farming) करने के लिए अगर आप कृषि विज्ञान केंद्र से बैग खरीदते हैं तो आपको यह बैग 102 रुपए में मिलता है और अगर आप बाजार से खरीदते हैं तो यह 80 रुपए तक मिल जाता है परंतु अगर आप खुद अपने प्रयोग से मशरुम क बैग तैयार करते हैं तो आपको इसमें मात्र 50 रुपए की लागत लगती है। हमारे गांव की कई महिलाएं खुद से मशरुम का बैग तैयार करती हैं। और इसे काफी अच्छा मुनाफा कमा रही हैं। अगर मशरुम के बैग को बाजार में भेजते है तो इससे लगभग ढाई लाख रुपए तक की कमाई हो जाती है। आज निक्को देवी अपनी खेतों में मशरुम की खेती से लाखों रुपए की कमाई कर रही हैं। वह वर्तमान में लगभग 1000 बैग मशरुम का उत्पादन कर रही हैं। जिससे उन्हें लाखों रुपए की कमाई हो रही है

Nikko Devi Mushroom Farming

निक्को देवी (Nikko Devi) बताती है कि हमारे गांव के कई महिलाएं हमसे मशरुम की खेती के बारे में सीखने आती हैं। हम उन सभी महिलाओं को मशरुम की खेती के बारे में अच्छे से बताते हैं। निक्को देवी आज उन सभी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा बन गई हैं जो बढ़ती हुई उम्र में भी मेहनत और लगन से सफलता की ओर बढ़ें। वे अपने क्षेत्र की सभी महिलाओं को मशरुम की खेती करने के लिए प्रेरित किए।