बचपन में जब हम पढ़ नहीं पाते थे तब हमारे घरवाले और दूसरे व्यक्ति यही बोलते थे कि बच्चा बहुत कमजोर है, ऐसा ही रहा तो अपनी ज़िन्दगी में कुछ नहीं कर पाएगा। इसके विपरित अगर हम मेहनत कर सफलता हासिल कर ले तो सब के मुंह पर ताले लग जाते हैं और सब आपकी तारीफ़ करने लगतें हैं। आज की हमारी कहानी एक ऐसे शख्स की है जो 12वीं में ग्रेस मार्क्स से पास हुए। चंद नंबर से फेल होने से बचने के कारण लोगों ने इन्हें बहुत कुछ कहा। आगे चलकर इन्होंने UPPCS एग्जाम को पास कर सफलता हासिल की और अन्य युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बने।
सिद्धान्त कुमार (Siddhant Kumar)
सिद्धान्त कुमार (Siddhant Kumar) प्रयागराज (Prayagraj) एक ग्राम से ताल्लुक रखतें हैं। यह शुरुआत में गवर्नमेंट स्कूल में हिन्दी मीडियम से अपनी शिक्षा ग्रहण किये हैं। आगे इन्होंने अपनी 12वीं की शिक्षा सीताराम सिंह इंटर कालेज से सम्पन्न की। इन्हें ग्रेस मार्क्स के माध्यम से सफलता मिली। अच्छे मार्क्स ना होने की वजह से यह नॉन मेडिकल से आगे की शिक्षा प्राप्त कियें।
भाई का हुआ एक्सीडेंट
इन्होने ग्रेजुएशन की शिक्षा प्रयागराज के क्रिश्चियन कॉलेज से पूरा की। ग्रेजुएशन के थर्ड ईयर में इन्हें बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। इस दौरान इनके भाई का एक्सीडेंट हुआ और इन्हें उनका ध्यान रखने के लिए अस्पताल जाना पड़ता था। लगभग 4 महीने तक अस्पताल में भाई का ध्यान रखें, इस कारण इनकी पढ़ाई डिस्टर्ब हुई।
कठिनाइयों से डरे नहीं
आगे इन्होंने घर को भी सम्भाला और अपने भाई का भी ध्यान रखा। इनके भाई एक होटल चलातें थे जिसका जिम्मा भी इनके ऊपर आ गया। अपनी जिम्मेदारियां निभाते हुए सिद्धांत को जब भी थोड़ा वक़्त मिलता यह अपनी पढ़ाई किया करतें। ऐसे तो इनके जिंदगी में बहुत सारी समस्याएं आई लेकिन यह इससे डरे नहीं और लड़कर सफलता हासिल किए।
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UPPCS को पास कर बने तहसीलदार
कार्यों को संभालने के साथ यह UPPCS की तैयारी करतें। इन्हें लोगों ने बहुत भला-बुरा कहा था। लेकिन इन्होंने कभी किसी की बातों पर ध्यान नहीं दिया। इनका मानना है कि अगर आप वर्तमान में सफल हैं तो कोई भी इंसान आपके पास्ट के बारे में नहीं पूछता।
वर्ष 2017 में इन्होंने UPPCS को पास कर सफलता प्राप्त की। इन्होंने 34वीं रैंक हासिल की। अपनी उपलब्धि के साथ यह तहसीलदार बनें।
अपनी जिम्मेदारियों को संभालते हुए जिस तरह सिद्धान्त ने UPPCS को पास कर तहसीलदार का पदभार ग्रहण किया इसके लिए The Logically सिद्धान्त को ढ़ेर सारी शुभकामनाएं देता है।